दीपावली के पांच दिन पहले GRAP का दूसरा चरण लागू
दीपावली का नाम सुनते ही देश भर के लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है, लेकिन अगर दिल्ली-एनसीआर की बात करे तो यहां के लोगों और सरकार के चेहरे पर मुस्कान के साथ-साथ परेशानियों के शिकन भी देखने को मिलता है। दिल्ली- एनसीआर में दीपावली से पांच दिन पहले ही GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के दूसरे चरण को लागू कर दिया गया है। वायु गुणवत्ता (AQI) की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने पूरे दिल्ली समेत एनसीआर के सभी जिलों में ग्रेप के दूसरे चरण को लागू कर दिया है। इस ग्रेप के दूसरे चरण को लागु करने से सरकार की उम्मीद यह है कि राजधानी की हवा की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
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जहरीले स्मॉग की चादर से घिरा राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली
चार दिनों से देश की राजधानी दिल्ली और पूरे एनसीआर में प्रदूषण खराब स्तर पर जमा हुआ है। गुरुवार, 19 अक्टूबर को सुबह-सुबह नोएडा के कुछ इलाकों समेत दिल्ली-एनसीआर के कई जगहों पर जहरीले स्मॉग की चादर दिखाई दी। हवा गुणवत्ता के विशेषज्ञों की माने तो दो दिन बाद दिल्ली में प्रदूषण में और इजाफा हो सकता है। 22 अक्टूबर को वायु प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस स्मॉग और प्रदूषण के कारण आम लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसकी एक वजह पंजाब में पराली जलाने को बताया जा रहा है। पंजाब में पराली जलाने पर कारगर रोक नहीं लग पाने की वजह से आने वाले कुछ दिनों में हवा की गुणवत्ता और ज्यादा खराब हो सकती है। इस बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में GRAP को लागू कर दिया गया है। इस बीच दिल्ली में पटाखे फोड़ने पर दिल्ली सरकार के बैन को सुनिश्चित करने के लिए 400 से ज्यादा टीमों को तैनात किया गया है।
पंजाब, हरियाणा में पराली जलाने के मामले बढ़े
बात करें पराली जलाने की तो पराली के मामले जिस तरह तेजी से बढ़ रहे हैं, उससे बहुत तेजी से प्रदूषण बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। 19 अक्टूबर को पंजाब में 436, हरियाणा में 122, यूपी में 36 मामले पराली जलाने के सामने आए हैं। वहीं 15 सितंबर से 19 अक्टूबर तक पराली जलाने के कुल 3491 मामले सामने आ चुके हैं। जहां पंजाब 2625 पराली जलाने के मामले के साथ पहले नंबर हैं, जबकि दूसरे नंबर पर 586 मामलों के साथ हरियाणा है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने पंजाब सरकार को घेरते हुए कहा कि पंजाब सरकार पराली जलाने पर रोक लगाने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि राज्य को क्रॉप रिसिड्यू मैनेजमेंट के तहत पर्याप्त उपकरण, मशीनरी और फंड मुहैया कराया गया है। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने पराली जलाने से रोकने के लिए जिले के कलेक्टर को जिम्मेदारी तय करने के लिए कहा है।
दिवाली से पहले ही ‘जहरीली’ हुई दिल्ली की हवा
सेन्ट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, राजधानी का AQI बुधवार को 228 रहा। एनसीआर के कुछ इलाकों में यह बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया है। फरीदाबाद का AQI 304, गाजियाबाद का 276, ग्रेटर नोएडा का 237, गुरुग्राम का 186 जबकि नोएडा में AQI 269 रहा। दिल्ली में जिस तरह AQI घाट रहा है, ये अनुमान लगाया जा रहा है की कल और परोसों यानि की 21 और 22 अक्टूबर को ये और घटेगा। 22 अक्टूबर को प्रदूषण 300 के स्तर को पार कर सकता है।
क्या-क्या होंगी पाबंदियां
– होटल, रेस्टोरेंट, भोजनालय आदि में तंदूर में नहीं होगा लकड़ी और कोयले का इस्तेमाल
– इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर नहीं होगा डीज़ल जनरेटर का इस्तेमाल
– ज्यादा जाम वाली सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस को लगाया जाए
– पार्किंग फीस बढ़ेगी निजी गाड़ियों के इस्तेमाल को कम करने के लिए
– आरडब्ल्यूए अपने सिक्योरिटी गार्ड को हीटर उपलब्ध करवाएंगी
– निजी गाड़ियों का कम से कम इस्तेमाल करें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में चलें
– अपनी गाड़ियों के एयर फिल्टर समय-समय पर बदलें
– धूल आदि से जुड़े निर्माण कार्य न करें
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