हमलावर ने फायरिंग के बाद की खुदखुशी
आतंकियों द्वारा मास शूटिंग की घटनाएं तो आपने बहुत ही देखि और सुनी होगी पर नौकरी से निकाले गए पुलिस अफसर द्वारा ऐसी घटना आपने पहले ना कभी देखा होगा और ना सुना होगा। थाईलैंड में गुरूवार, 6 सितम्बर को अंधाधुंध गोलीबारी की घटना में 34 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में 22 बच्चे शामिल हैं। हमलावर ने फायरिंग के बाद खुद की भी जान ले ली। जिस वक्त हमलावर ‘चाइल्ड डे केयर सेंटर’ में घुसा, वहां करीब 30 बच्चे मौजूद थे। सबसे पहले हमलावर ने वहां के पांच स्टाफ पर फायरिंग की।
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अपनी पत्नी और बेटे को भी मार डाला, खुद कर ली खुदखुशी
हमलावर ने अचानक ही चाइल्ड केयर सेंटर में अंधाधुंध गोलियों की बौछार कर दी। फायरिंग थाईलैंड के उत्तरी प्रांत के नॉन्गबुआ लम्फू में हुई। सूत्रों के अनुसार, हमलावर 34 वर्षीय पूर्व पुलिस अफसर पन्या कामराब था। ड्रग्स के एक केस के सिलसिले में उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। हमले के बाद कामराब ने खुदकुशी कर ली। खुदखुशी से पहले कामराब ने अपनी पत्नी और बेटे को भी मार डाला था।
थाईलैंड पुलिस अधिकारियों के अनुसार हमलावर एक पूर्व पुलिस अधिकारी था, जो मौका-ए-वारदात से फरार हो गया था। उसकी तलाशी के लिए पहले तो पुलिस ने जाल बिछाया, छापेमारी की, इस दौरान बताया जा रहा है कि हमलावर ने खुद को चारों तरफ से घिरता देख सुसाइड कर लिया।
हमला के बाद हाई अलर्ट पर नोंग बुआ लांफू प्रांत
सूत्रों के अनुसार बच्चों पर चाकू से भी हमले किए गए हैं। मरने वालों में ज्यादातर बच्चे ही शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि हमलावर सफेद रंग की टोयोटा गाड़ी से आया था जिसपर बैंकॉक का ही नंबर प्लेट था। घटना के बाद नोंग बुआ लांफू प्रांत में सेना की गतिविधिया तेज़ कर दी गई हैं। पूरे इलाके में दहशत का माहौल के कारण हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस ने फिलहाल लोगों को अफवाहों से भी बचने की सलाह दी है
पङोसी देशों से लाये जा रहे अवैध हथियार
नेशनल पुलिस के प्रवक्ता अचयों क्रैथोंग ने बताया कि हमले का मकसद फिलहाल स्पष्ट नहीं हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि घटना नोंग बुआ लाम्फू प्रांत की है। थाईलैंड में बंदूकों के आंकड़ों में अवैध हथियार बड़ी संख्या में शामिल है, इनमे से कई हथियार लंबे समय से संघर्षग्रस्त पड़ोसियों से सीमाओं के पार से लाए जा रहे हैं।
पहले भी हो चुकी है इस तरह की घटनाएं
थाईलैंड में बड़े पैमाने पर गोलीबारी की घटनाएं दुर्लभ हैं, लेकिन आपको बता दें कि इससे पहले 2020 में थाइलैंड में एक सैनिक ने नाखोन रैचसिमा सिटी में 21 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी थी। सैनिक एक प्रॉपर्टी डील से नाराज था जिस ने चार इलाकों में अंधाधुंध गोलियां बरसाईं थीं।
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