भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा है पाकिस्तान
भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) इस समय भयंकर आर्थिक संकट (economic crisis) से जूझ रहा है और आलम ये है कि यहाँ के लोगों को अब दो वक़्त की रोटी भी नहीं मिल पा रही है. इसी वजह से यहाँ के लोगों को बड़ी परेशानी का समाना करना पड़ रहा है. वहीं पाकिस्तान में पैदा हुए इन हालत के लिए मौजूदा सरकार (Pakistan goverment) को जिम्मेदार बताया जा रहा है.
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जानिए क्या है पाकिस्तान के हाल
पाकिस्तान इस समय गेहूं की भारी कमी से जूझ रहा है। इसकी वजह से जगह-जगह आटे के लिए मारपीट हो रही है। पाकिस्तान के कराची (Karachi), इस्लामाबाद (Islamabad) और पेशावर (Peshawar) में एक किलो आटा इस समय 140 से 160 रुपए मिल रहा है. वहीं सरकार की तरफ से कीमतों को नियंत्रित करने के कई सारे फैसले लिए गए हैं लेकिन ये सभी फैसले पूरी तरह से फेल हो गए हैं।
आटे की कमी की वजह से अब लोगों के बीच मारपीट तक होने लगी है। खैबर (khyber), सिंध (Sindh) और बलूचिस्तान (Baluchistan) में तो संकट की वजह से हिंसा का माहौल है। इसी के साथ यहाँ पर अन्य चीजों के दाम में भी जोरदार बढ़ोतरी हुई है. यहां पर चावल की कीमत सालभर में 140 प्रति किलो, सरसों के तेल का दाम 300 से 500 रूपये और दूध की कीमत 114 से 150 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई है. इसी के साथ आटा किल्लात के बीच ब्रेड की कीमत 65.1 रुपये से बढ़कर 89 रुपये हो गई है. जिसकी वजह से आम आदमी को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
कौन है पाकिस्तान की इस हालत का जिम्मेदार ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में जो संकट पैदा हुआ है उसका जिम्मेदार खुद पाकिस्तान है. भारत द्वारा कश्मीर में आर्टिकल-370 (Article-370) हटाए जाने पर भारत से व्यापारिक रिश्ते (India Pakistan Trade Relations) तोड़ दिए. वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia – Ukrine War), तालिबान (Taliban) से तनातनी परिस्थितियां भी पाकिस्तान की इस हालत का जिम्मेदार है. इसी के साथ विदेशी मुद्रा की भारी कमी होना और चीन (China) ने भी पाकिस्तान में अपना निवेश कम कर दिया है, जिससे सहयोग भी कम हुआ है. देश की बदलती राजनीति की वजह से भी पाकिस्तान की इकॉनोमी (Pakistan Economy) पर इसका असर पड़ा है.
भारत पर क्या पड़ेगा इस आर्थिक तंगी का प्रभाव ?
पाकिस्तान के आर्थिक रूप से कमजोर होने की वजह से चीन की घुसपैठ यहाँ पर बढ़े सकती है. वहीं भारत का एक और पड़ोसी अफगानिस्तान में इस वक्त नागरिकों के अधिकार के हनन करने वाली सरकार है. पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ पाकिस्तान (Tehreek-e-Insaf Pakistan) अगर उसकी मदद से ताकतवर हुआ तो पाकिस्तान पूरी तरह आतंकवाद (Terrorism) के कब्जे में होगा और भारत के लिए चुनौती बन जाएगा. वहीं इस वक़्त में चीन पाकिस्तान की मदद करके भारत के खिलाफ रणनीति बना सकता है. इसी के साथ चीन अपने व्यापारिक फायदे के लिए इसका इस्तेमाल भी कर सकता है. जिसकी वजह से भारत को बड़ा नुकसान हो सकता है.
अफगानिस्तान जैसा होगा पाकिस्तान का हाल ?
रिपोर्ट के अनुसार, अगर पाकिस्तान में यही हाल रहा तो पाकिस्तान का हाल अफगानिस्तान (Afghanistan) जैसा हो जायेगा. जिस अफगान तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया था उसकी तरह पाकिस्तान में जो हालात पैदा हुए हैं उसके हिसाब से पाकिस्तान सरकार के लिए टीटीपी सबसे बड़ा खतरा है। पिछले महीने जब जनरल बाजवा पाकिस्तानी सेना की कमान नए प्रमुख असीम मुनीर को सौंप रहे थे तब तहरीक-ए-तालिबान ने जून में किए गए संघर्ष विराम समझौते को रद्द करने का ऐलान कर दिया। टीटीपी ने मुनीर को सीधी धमकी देते हुए अपने लड़ाकों से कहा कि पाकिस्तानी सेना मुजाहिदीन के खिलाफ अभियान चला रही है इसलिए यह जरूरी है कि देश में जहां हो सके, हमला करें।
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