बैन फिल्म की वजह से चली गयी जान
हर देश में हर दिन कोई न कोई फिल्में रिलीज़ होती है. वहीं इनमे कई सारी फिल्में ऐसी होती है जिन्हें देखने के लिए आजकल की युवा पीडी काफी उत्साहित रहती है. वहीं अगर फिल्म बैन हो गयी तो लोग उसको देखने के लिए ज्यादा उत्साहित रहते हैं क्योंकि वो जानना चाहते हैं कि फिल्म किस वजह से बैन हुई है लेकिन इस बीच स्कूली छात्रों को बैन फिल्म देखने पर मौत की सजा मिली है.
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बैन फिल्म देखने पर मिली सजा-ए-मौत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये घटना नॉर्थ कोरिया की है और जिन छात्रों को गोली मारी गयी है उन छात्रों की उम्र 15 से 16 वर्ष के बीच थी. यहां के तानाशाह किम जोंग (Kim Jong Un) की तानाशाही और अजीबोगरीब कानून के कारण दो स्कूली छात्रों को एक बैन फिल्म देखने पर सजा-ए-मौत दे दी गई और सरेआम गोली मार दी गयी.
क्यों दी गयी ये सजा
जिस बैन फिल्म की वजह से इन दो छात्रों को मौत की सजा दी गयी है वो फिल्म बैन थी क्योंकि नॉर्थ कोरिया को साउथ कोरिया को दुश्मन देश माना जाता है. ऐसे में वहां की फिल्में यहां पर बैन है. यहां साउथ कोरिया (South Korea) की कुछ ड्रामा सीरीज और फिल्मों की लोकप्रियता बढ़ते देख एक कानून पारित कर इन्हें बैन कर दिया गया था. इसे लेकर बेहद कड़े नियम लागू किए गए थे. इसी बीच 15-16 साल के दो छात्रों को साउथ कोरिया की फिल्म देखने का दोषी पाया गया, जिसके बाद उन्हें सजा-ए-मौत दी गई.
सबके सामने मारी गोली
वहीं इस देश में कानून की सख्ती दिखाने के लिए नॉर्थ कोरिया प्रशासन ने भीड़ को एकत्रित किया और दोषी छात्रों को सबके सामने गोली मार दी. वहीं एक विदेशी अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये घटना अक्टूबर महीने की है, जो अब सामने आ रही है. किम जोंग के अधिकारियों ने हेसन शहर के लोगों के सामने छात्रों को मार दिया था. रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों छात्रों पर बैन फिल्में दूसरों को भेजने का भी आरोप था.