अपनी कथा और दरबार के लिए प्रसिद्ध बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री देश- विदेश में प्रसिद्ध हैं. जहाँ बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री अपने दरबार में आए लोगों की समास्या का समाधान करते हैं तो वहीं महाराज श्रीराम कथा के दौरान कई सारी खास बातें भी बताते हैं. वहीं अब महाराज ने बताया है कि ब्राह्मणों को देवता क्यों कहते हैं.
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महाराज ने बताया है ब्राह्मणों को क्यों कहते हैं देवता
बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी श्रीराम कथा के दौरान बताया कि पूरा संसार देवों के अधीन है और सभी देवता मंत्रो के अधीन हैं. वहीं मंत्र ब्राह्मणों के अधीन है और इसी वजह से ब्राह्मणों को देवता कहा जाता हैं.वहीं महाराज ने ब्राह्मण का अर्थ भी बताया कि शास्त्र के अनुसार, जो ब्राह्म जी को जानता है उनकी उपासना में लगा हो और जो लोगों को ब्राह्म जी जोड़ने का काम करता है वो ब्राह्मण है.
भगवान कैसे रखते हैं सुख-दुख का हिसाब
इससे पहले महाराज जी ने भगवान कैसे सुख-दुख का हिसाब रखते हैं. बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने श्रीराम कथा के दौरान बताया कि जो लोग समझते हैं कि धर्म कर्म करने वाला घाटा खाता है या परेशान रहता है और जो पाप करता है वो खुश या प्रसन्न रहता है ये एक मिथ है. महाराज ने बताया कि जब आप पाप करोगे तब आपके सामने पूर्व जन्म के पुण्य खड़े होंगे. पाप करते जाओगे वैसे-वैसे पुण्य खत्म हो जाएंगे और जिस दिन पुण्य खत्म हो जाएंगे उस बुरा कर्म का फल मिलना शुरू हो जायेगा जन्म-जन्म के लिए महादुख पाओगे. वहीं महाराज ने कहा जब मनुष्य सतकर्म करता है पूजा-पाठ करने लगता है तब उसके सामने पूर्व जन्म के सभी पाप उसके सामने आ जाते हैं तब व्यक्ति की ज़िन्दगी में परेशानी आने लगती है और जब सभी पाप खत्म हो जाते हैं तब वो व्यक्ति अंत काल तक सुख भोगता है और इस तरह ही भगवान सुख और दुख का हिसाब करते हैं.
महाराज ने बताया कौन है सच्चा और अच्छा भक्त
वहीं इससे पहले महाराज जी ने बताया था कि महाराज ने बताया कौन है सच्चा और अच्छा भक्त है. बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि सच्ची और अच्छी भक्ति वो होती है जो हर समय ठाकुर जी के ध्यान में डूबा रहे. महाराज न बताया कि भागवत का पहला अक्सर है भ और इसका अर्थ है भक्ति और दूसरा अक्सर है ग और इसका अर्थ है ज्ञान. वहीं अगर किसी शख्स को इस बात का ज्ञान हो गया कि ठाकुर जी की करपा थी, है और रहेगी वो ही सच्चा और अच्छा भक्त है. इसी के साथ महाराज ने कहा कि व जिसका अर्थ है वैरागी और इसका अर्थ है जिसने सभी बुरा कर्मो से वैराग कर लिया वो सच्चा और अच्छा भक्त है. भागवत का अगला शब्द है त और इसका अर्थ है त्याग वहीं महाराज ने बाते कि जिसने उन लोगों का त्याग करद दिया जो आपको भगवान से दूर कर देते हैं वो ही सच्चा और अच्छा भक्त है
बागेश्वर धाम के महाराज के करोड़ो भक्त
बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री देश-विदेश में प्रसिद्ध है और कथा सुनाते हैं. इसके साथ बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री जी एक बड़ा दरबार भी लगाते हैं. बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री अपने दरबार में आए लोगों की परेशानी किसी के बिना बताए ही कागज के एक पर्चे पर लिख देते हैं और इस समस्या का निवारण भी बताते हैं साथ ही श्रीराम कथा भी करते हैं. वहीँ इस समय करोड़ो की संख्या में बागेश्वर धाम के महाराज के फैन हैं.
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