Deepti Bahal full story – अब तक आपने मुंबई, दिल्ली गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों से महिला माफियाओं के नाम इनमे से कुछ पर तो बॉलीवुड की फिल्में भी बनी हुई है. उत्तर प्रदेश में तो वैसे ज्यादातर लोग पुरुष माफियाओं का नाम जानते हैं. यूपी के माफिया अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ अहमद और बेटे असद अहमद की मौत के बाद यूपी सरकार ने राज्य के मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची जारी की.
Reward : 2,00,000
Name : RAGHWENDRA YADAV
Father Name : Shiv Chand Yadav
Address : Village Sugahi PS Jhagha Dist Gorakhpur
Reward : 2,50,000/-
Name : DEEPTI BAHAL
Father Name : Harsh Bahal
Address : 170 Rameshwar Park PS Loni, Gaziabad
Reward : 5,00,000/-
— Mohammed Ehsan (@ehsan230564) April 13, 2023
इस लिस्ट में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन उसकी देवरानी जैनब उसकी करीबी आयशा नूरी का नाम भी शामिल है. जिनपर यूपी पुलिस ने 50-50 हज़ार का इनाम भी रखा है. लेकिन इन माफियों की लिस्ट में जो सबसे पहला नाम है वो किसी इंसान का नहीं बल्कि एक महिला का जिसका नाम है दीप्ति बहल.
5 लाख की इनामी है दीप्ति बहल
दीप्ति बहल का नाम यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में 20वें नंबर पर है. जिसके ऊपर यूपी पुलिस ने 5 लाख का इनाम घोषित कर रखा है. मूल रूप से मेरठ में कंकरखेड़ा की रहने वाली दीप्ति बहल का वर्तमान ठिकाना था गाजियाबाद का रामेश्वर पार्क, लोनी स्थित तीन मंजिला इमारत, जहां आखिरी बार दीप्ति को देखा गया था.
दीप्ति पर इनाम राशि की शुरुआत 50 हजार से शुरू हुई. लेकिन जब पुलिस उसे ढूंढने में नाकाम हुई तो इनाम बढ़ा कर 5 लाख तक कर दिया. इस आशा से कि ज्यादा इनामी राशि के लालच में शायद कोई उसका पता बता दे. इनाम घोषित होने के 5 महीने बाद भी दीप्ति बहल का कोई भी अता पता नहीं है.
कौन है दीप्ति बहल?
मेरठ में कंकरखेडा के बद्रीपुरम की रहने वाली दीप्ति पिछले 4 साल से पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं. दीप्ति के ऊपर करीब 15 हजार करोड़ रुपये के बाइक बोट घोटाले में शामिल होने के आरोप में सैकड़ों मामले दर्ज है. इस घोटाले का मास्टरमाइंड संजय भाटी दीप्ति बहल का पति है. बता दें कि दीप्ति बहल की तलाश सिर्फ यूपी पुलिस को ही नहीं है.
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Deepti Bahal full story – उसे देश की कई एजेंसियों पिछले चार साल से ढूंढ रही हैं. दीप्ति पर मेरठ की एंटी करप्शन ब्रांच ने 2020 में 50 हजार रुपये का इनाम रखा था. इस समय 5 लाख रुपये की इनामी राशि यूपी में किसी दूसरी महिला माफिया पर नहीं है. हालांकि, संजय भाटी के वकील पवन कसाना के मुताबिक, दीप्ति बहल इस घोटाले में बेकसूर है.
15 हजार करोड़ घोटाले की आरोपी
दरअसल, दीप्ति उस जाने माने फ्रॉड संजय भाती की पत्नी हैं जिसने साल 2010 में गर्वित इनोवेटिव प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक फर्जी कंपनी की शुरुआत की और साल 2018 में एक बाइक बोट स्कीम लांच की. बाइक टैक्सी शुरू की गई. जिसके तहत एक व्यक्ति से एक मुश्त 62,200 रुपये का इन्वेस्टमेंट कराया गया. और इसके एवज में कम्पनी ने कस्टमर्स को हर साल 9765 रुपये देने का वडा किया लेकिन एक भी इन्वेस्टर को उनके पैसे वापस नहीं मिले.
कंपनी ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर और हरियाणा समेत कई राज्यों में 2.25 लाख निवेशकों से 15 हजार करोड़ की ठगी की और संचालक फरार हुआ तो लोगों ने मुकदमे दर्ज कराने शुरू किए. इस मामले में यूपी एसटीएफ और इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EoW) ने जांच शुरू की तो गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हुआ. कंपनी के डायरेक्टर संजय भाटी और बीएन तिवारी समेत 18 लोगों की गिरफ्तारी हुई. बावजूद इसके दीप्ति बहल का कुछ भी अता पता नहीं मिला.
बढ़ा-चढ़ाकर बताती थी कंपनी की स्कीम
गर्वित इनोवेटिव प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक संजय भाटी की पत्नी दीप्ति बहल का इस घोटाले में सबसे अहम् किरदार रहा है. ढाई लाख इन्वेस्टर्स का करीब 15 हज़ार करोड़ रुपया लेकर डूबने वाली दीप्ति कंपनी की पालिसी मकर थी.
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Deepti Bahal full story – रिपोर्ट में बताया गया था कि कंपनी बाइक बोट कंपनी की स्कीम को बहुत बढ़चढ़कर बताती थी ताकि इन्वेस्टर्स उनपर आंख बंद करके भरोसा करे और पैसे इन्वेस्ट कर दे. दीप्ति ही ये फैसला लेती थी कि किस एक्टर अपनी मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का हिस्सा बना है और किसे नहीं. और इन सबकी प्लानिंग दीप्ति अपने निजी सचिव रीता चौधरी के साथ करती थी.
एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट, सीबीआई STF जैसी कई एजेंसियों को दीप्ति की तलाश है. वहीँ जानकारी के मुताबिक कंपनी में दीप्ति की हिस्सेदारी करीब 38 प्रतिशत की थी. इस मामले में action लेते हुए EOW मेरठ ने 17 मार्च 2018 को दीप्ति के लोनी वाले घर को कुर्क कर दिए.
दीप्ति को पकड़ने में CBI के भी छूटे पसीने
बाइक मामले में कुख्यात 5 लाख रुपये की इनामी दीप्ति बहल की तलाश सिर्फ यूपी STF(Special Task Force) और EOW(Economic offence Wing) को ही नहीं बल्कि देश के सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई को भी है. 18 अक्टूबर 2021 को एंटी करप्शन ब्यूरो ने बाकि बोट मामले में 15 हज़ार करोड़ के सकाम को लेकर एफआईआर दर्ज की थी.
सीबीआई के के एसएसपी कप्तान सिंह ने इस मुक़दमे में 11 मामलों को मर्ज किया था जिसमे कंपनी के CMD संजय बहती और दीप्ति बहल समेत 15 लोगों के ऊपर केस दर्ज किया गया था. और तबसे आजतक सीबीआई उसकी तलह कर रही है लेकिन अब तक मिलने का कोई सुराग नहीं ढूंढ पाई.
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Deepti Bahal full story
- अब तक 26 आरोपी गिरफ्तार, 15 पर गैंगस्टर की कार्रवाई.
- ईडी 216 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच कर चुकी है.
- 116 मुकदमों की जांच EOW मेरठ को ट्रांसफर.
- दिल्ली पुलिस मानती है 42 हजार करोड़ का घोटाला.
- EOW मेरठ की जांच में शुरुआत में यह घोटाला 3500 करोड़ का था, EOW मेरठ की अब तक की जांच में 5000 करोड़ का घोटाले की पुष्टि की गई है.
- CBI ने एफआईआर में यह घोटाला 15 हजार करोड़ का बताया है.