डाकू हसीना की कहानी – भारत का राज्य पंजाब जिसे कई वीरों की शाहदत के लिए जाना जाता है लेकिन इस धरती से कई सारे गैंगस्टर का भी जन्म हुआ जिन्होंने देश में नहीं बल्कि विदेशों में भी अपने काले कारनामों को अंजाम दिया और देश-विदेश में भारत की छवि खराब की हैं. जहाँ पंजाब के कई गैंगस्टर हैं किसी अंजान जगह से अपने काले कारनामों को अंजाम दे रहे हैं तो वहीं इन गैंगस्टर में से एक डाकू हसीना भी है. जिसने पंजाब में 8.49 करोड़ की रॉबरी अंजाम दिया. वहीं इस बीच इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस डाकू हसीना (Daku Haseena Mandip Kaur) की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं.
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जानिए कौन है डाकू हसीना
डाकू हसीना जिसका असली नाम मनदीप कौर है और 8.49 करोड़ की लुधियाना डकैती को अंजाम देने वाली मुख्य आरोपी है. डाकू हसीना ने अपने पति के साथ मिलकर 10 जून 2023 को एक वारदात को अंजाम दिया और 8.49 करोड़ डकैती की. रिपोर्ट के अनुसार, डाकू हसीना ने लुधियाना डेहलों की रहने वाली है और उन्होंने इंस्टाग्राम से मिले जसविंदर से फरवरी महीने में शादी की थी और ये दोनों जल्दी से जल्दी अमीर बनना चाहते थे और फिर अमीर बनाने के लिए उन्होने एक साजिश रची. डकैती का दूसरा आरोपी मनजिंदर मनी कोर्ट में लगे एटीएम में पैसे डालने का आता हैं और जल्दी से अमीर बनाने वाली मनदीप कौर से इस शख्स की मुलाकात की और इनकी दोस्ती हुई और फिर दोनों ने मिलकर इस घटना को प्लान बनाया गया.
इस तरह दिया गया डकैती को अंजाम
लुधियाना के राजगुरू नगर में एटीएम में कैश जमा करने वाली एजेंसी CMS का ऑफिस है. जहाँ इस वारदात को अंजाम दिया गया. सबसे पहले इस घटना में मनदीप कौर ने अपने पति को शामिल किया और इसके बाद मनदीप कौर, मनजिंदर और जसविंदर ने इस वारदात का प्लानिंग शुरू की.
8 से 9 बदमाशों ने की रॉबरी
एटीएम में कैश जमा करने वाली एजेंसी CMS ऑफिस काम करने वाले मनजिंदर ने वो सब जानकारी दी जो इस डकैती के अहम पड़ाव थे. मनजिंदर ने जानकरी दी कि कौन सा दिन डकैती के बढ़िया हैं किस दिन ऑफिस में कैश ज्यादा रहता है. कहां पर कैश रखा जाता है किस दिन सिक्यूरिटी कम होती है जैसे जानकरी दी. ये सभी जानकारी लेने के बाद एक टीम बनाई गयी और 9 जून की आधी रात में 8 से 9 बदमाश हथियार लेकर इस कार्यालय में घुस आए और वारदात को अंजाम दिया
कुछ समय चोरी हो गए 8.49 करोड़ रुपये
जब ये घटना हुई उस समय सीएमएस ऑफिस में दो सुरक्षाकर्मी और कुछ स्टाफ तैनात थे. बदमाशों ने बंदूक दिखाकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी और फिर एक कमरे में बंद कर दिया. ऑफिस के सभी कर्मचारियों और सिक्योरिटी गार्डों के फोन को छीनकर उसे तोड़ दिए. इसके बाद वहां लगे अलर्ट बजने वाले सेंसर की तारें काट दी. इसके बाद इन बदमाशों ने करीब 8.49 करोड़ रुपये कैश को एक कैशवैन में डालकर उसे लेकर भाग निकले . वहीं इस घटना का खुलासा तब हुआ जब इस मामले की जाँच पुलिस ने शुरू की.
इस तरह हुआ मामले का खुलासा
इस मामले की जाँच शुरु होने के बाद पता चला कि जिन बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया उनमे से एक कैश जमा करने वाली एजेंसी का पुराना कर्मचारी रह चुका है. जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ और पता चला कि इस मामले कि असली मास्टरमाइंड मनदीप कौर (Daku Haseena Mandeep Kaur) है. वहीं मनदीप कौर उर्फ़ डाकू हसीना को पकड़ने के लिए एक जाल बुना गया और उत्तराखंड में डाकू हसीना गिरफ्तार हो गयी.
फ्री की फ्रूटी की वजह से हुई डाकू हसीना गिरफ्तार
साढ़े 8 करोड़ रुपये लूट मामले की मास्टरमाइंड को पंजाब पुलिस ने काफी चालकी से पकड़ा. डाकू हसीना वारदात को अंजाम देने के बाद अपने पति के साथ हेमकुंड साहिब (Daku Haseena at Hemkund Sahib) में मत्था टेकने पहुंची थी. वहीं पंजाब पुलिस को जब डाकू हसीना के बारे में पता चला तब उन्होंने हेमकुंड साहिब में जब डाकू हसीना को ढूंढने के लिए फ्री में फ्रूटी बांटने लगी और डाकू हसीना भी फ्री की फ्रूटी लेने चली गयी. फ्रूटी लेने के बाद और इसे पीने के लिए जैसे ही डाकू हसीना ने चेहरे से दुपट्टा हटाया और पुलिस ने तुरंत पहचान लिया और पालिक ने डाकू हसीना मनदीप कौर को गिरफ्तारी कर लिया.
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