राजधानी दिल्ली में एक हत्याकांड को अंजाम दिया गया है जिसके बाद इस मामले की जाँच हुई और इस हत्याकांड में कई सारे खुलासे हुए और अब ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, दिल्ली के सरोजनी नगर स्थित सर्वे ऑफ इंडिया डिफेंस ऑफिसर कॉम्पलेक्स के सीनियर सर्वेयर महेश कुमार की हत्या हुई है और उसकी हत्या के बाद उसके शव को सरकारी फ्लैट के आंगन में जमीन में गाड़ दिया गया. वहीं जाँच के बाद सामने आया है कि ये हत्या कंपनी के ही क्लर्क अनीस ने की है. इसी के साथ इस हत्याकांड को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
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जानिए क्या है मामला
ये मामला तीन लोग महेश, अनीस और उसकी प्रेमिका से जुड़ा हुआ है. महेश, अनीस अच्छे दोस्त थे और अनीस को जब एक समय पर पैसो की जरूरत पड़ी तब महेश उसे 9 लाख रुपये मदद की. इसी बीच अनीस की ऑफिस में ही एक गर्लफ्रेंड भी थी. वहीं महेश की नजर अनीस की गर्लफ्रेंड पर थी और वो उससे नजदीकियां बढ़ाना चाहता था लेकिन अनीस को जब यह बात पता चली तो उसने इसका विरोध किया. इसी बीच दोनों में बहस हुई और ये बात इतनी बढ़ गयी कि अनीस ने महेश का मर्डर करने का प्लान बनाया.
वहीं इस हत्याकांड को अंजाम देने के अनीस ने मार्केट से 6 फीट की पॉलिथीन और फावड़ा खरीदा. उसके बाद 28 अगस्त को इस हत्याकांड को अंजाम दिया. अनीस ने महेश को अपने आरके पुरम के सेक्टर 2 में फ्लैट में बुलाया और अनीस ने महेश के सिर पर पाइप रिंच मारकर उसकी हत्या कर दी और उसको फ्लैट में बंद करके उसका फोन अपने साथ लेकर फरीदाबाद की तरफ निकल पड़ा.
फ्लैट नंबर 1121 में मारा और 623 में दफनाया शव
वहीं 29 अगस्त को वापस अपने घर आर के पुरम सेक्टर दो स्थित मकान नंबर 1121 पहुंचा. अनीस के पास एक और फ्लैट की चाबी थी और ये फ्लैट नंबर था 623 था. जहां पर अनीस ने शव को दफनाने का सोचा और देर रात उसने शव अपनी गाड़ी में रखा और फ्लैट नंबर 623 पहुंच गया. यहां उसने रात में फावड़े से गड्ढा खोदा और डेढ़ फीट गहरे में उसने शव को दफना दिया साथ ही ऊपर से सीमेंट से फर्श पक्का कर दिया. इसके बाद वो अपने घर पहुंच गया.
महेश की पत्नी ने अनीस को 28 अगस्त की देर शाम फोन किया तो उसने बताया कि महेश आया जरूर था, लेकिन वो किसी के साथ चला गया था. अनीस ने ये भी बताया कि वो अपनी कार यहां पर छोड़ कर गया है. ऐसा उसने इसलिए किया ताकि पुलिस को उस पर शक न हो. वहीं इसके बाद जब पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि महेश की फोन लोकेशन फरीदाबाद की दिखा रहा है. इसी बीच जाँच के दौरान ये भी खुलासा हुआ कि महेश ने अपने मोबाइल से किसी रिश्तेदार को ये मैसेज किया था कि उस पर 65 लाख रुपए कर्जा है. लिहाजा वो अपनी मर्जी से जा रहा है. जिसके बाद ये मामले की जाँच थोड़ी ठंडी हो गयी.
आरोपी ने कुबूल किया अपना जुर्म
वहीं इस बीच पुलिस ने महेश के बैंक अकाउंट की जाँच की और पुलिस को पता चला कि मृतक महेश ने अनीस को 9 लाख रुपए दे रखे थे. जिसके बाद पुलिस ने अनीस सख्ती से पूछताछ की और अनीस ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. पुलिस ने अनीस को अरेस्ट किया और उसकी निशानदेही पर महेश की लाश उसके दोस्त के खाली पड़े फ्लैट 623 से बरामद कर ली.