18 साल का लड़का बन गया उबर संचार सिस्टम बंद करने की वजह
इस डिजिटल जवाने में उबर (Uber) जैसे कैब बुकिंग प्लेटफॉर्म का इस्तमाल अधिकतर लोग करते हैं, लेकिन 15 सितम्बर, को एक 18 साल के लड़के ने उबर के कंप्यूटर नेटवर्क में बड़ी सेंधमारी कर दी। महज 18 साल के इस हैकर ने उबर की नेटवर्क सुरक्षा को चकमा देते हुए उनके सिस्टम के कानून प्रवर्तन (Law enforcement) तक पहुंच गया। बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो 18 की उम्र में अपने भविष्य के बारे में कोई निर्णय नहीं ले पाते हैं और दूसरी तरफ कुछ लोग इस उम्र में दुनिया में अपनी जगह बना लेते हैं। हालांकि, अभी यह पता नहीं चला है कि इससे उबेर कितना प्रभावित हुआ, लेकिन इस 18 साल के लड़के की वजह से कंपनी को अपना आंतरिक संचार व इंजीनियरिंग सिस्टम बंद करना पड़ गया। कहा जा रहा है कि इस हैक के कारण उबर का सिस्टम काफी प्रभावित हुआ है।
लड़के ने की इसकी पुष्टि
इस बात की पुष्टि खुद इस 18 साल के हैकर ने किया। उसने अपने एक स्क्रीनशॉट के जरिए बताया कि “मैं घोषणा करता हूं कि मैं एक हैकर हूं और उबर को डेटा उल्लंघन का सामना करना पड़ा है। स्लैक (slack) चोरी हो गया है …” हैकर ने इस स्क्रीनशॉट में #uberunderpaisdrives भी लगाया है। आपको बता दे कि Slack एक वर्क प्लेस मैसेजींग ऐप है।
लड़के ने आगे बताया कि मेरा मकसद उबर के लिए परेशानियां बढ़ाना नहीं है बल्कि कंपनी को यह एहसास करवाना है की उनका सिक्योरिटी सिस्टम बहुत कमजोर है। इस 18 साल के लड़के ने उबर और उसके उपभोगताओं के लिए यह सवाल भी छोड़ दिया की क्या वाकई उबर जैसे बड़ी कंपनियों का सिक्योरिटी सिस्टम इतना कमजोर हो सकता है ?
उबर ने क्या कहा?
सैम करी जो उबर कंपनी के एक प्रवक्ता हैं, कहा है कि साइबर सुरक्षा से जुड़े इस मामले की जांच की जा रही है। प्रवक्ता सैम ने आगे बताया कि हैकर ने एक कर्मचारी के वर्कप्लेस मैसेजिंग ऐप स्लैक का प्रवेश हासिल कर लिया था। उन्होंने आगे कहा कि हैकर ने इसका इस्तेमाल करके उबर कर्मचारियों को मैसेज भेजा कि कंपनी डेटा ब्रीच का शिकार हो चुकी है। इस सिक्योरिटी ब्रीच की वजह से कंपनी को अपने सारे सिस्टम बंद करने पड़ गए। फिलहाल यूजरों का डेटा लीक होने की जानकारी सामने नहीं आई है।
सैम ने यह भी कहा की जब उनकी कम्पनी के एक इंजीनियर ने हैकर से बात की तो उसने बताया कि उबर की सुरक्षा प्रणाली कमजोर थी। इसी वजह से वह उसमें आसानी से सेंध लगा सका। वह 18 वर्ष का है और कई साल से अपनी साइबर सुरक्षा स्किल पर काम कर रहा है। सैम ने आगे कहा कि हैकर ने अमेजन और गूगल द्वारा होस्ट किए गए क्लाउड वातावरण तक पूरी पहुंच हासिल कर ली थी।
पहले भी लीक हो चूका है उबर की जानकारियां
उबर के साथ यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। कंपनी पहले भी डाटा साइबर सुरक्षा का शिकार हो चुकी है। 2016 में भी उबर का 5.7 करोड़ ड्राइवर और राइडर्स का डाटा लीक हुआ थाजिसके बाद कंपनी ने इस मामले को दबाने के लिए हैकर्स को एक एक लाख डॉलर भी दिए थे। हालांकि, यह मामला साल 2017 में सार्वजनिक हो गया था।
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