पाकिस्तान और आंतकवाद की कहानी तो सब जानते हैं. कैसे आतंकवाद पाकिस्तान को खत्म कर रहा है, इससे भी आप भली भांति परिचित होंगे. वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान की दुर्दशा भी आपने देखी ही होगी. क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान की ऐसी स्थिति के पीछे आतंकवाद तो प्रमुख कारण है ही लेकिन पाकिस्तान के सेलिब्रिटी भी उसकी बर्बादी के बड़े कारणों में से एक हैं. क्योंकि पाकिस्तान की बदहाल स्थिति के बाद भी इनकी अकड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है और उसी के कारण हर जगह पर पाकिस्तान को नकारा भी जा रहा है. हाल ही में कश्मीर, भारत और पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर जहर उगलने वाले पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफीरीदी (Shahid Afridi) ने एक बार फिर से क्रिकेट के मैदान पर जगह उगला है. यह शायद पहली बार है, जब किसी खिलाड़ी ने खेल के बीच ऐसी घटिया प्रतिक्रिया दी हो.
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अफरीदी ने फिर उगला जहर
दरअसल, लीजेंड्स क्रिकेट लीग (Legends Cricket league) में अफरीदी एशिया लायंस की कप्तानी कर रहे थे.उनकी कप्तानी में टीम ने खिताब जीता है लेकिन इससे ज्यादा चर्चा उनके बयान की हो रही है.अफरीदी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जालिम बोल दिया. शाहिद अफरीदी से एक भारतीय पत्रकार ने सवाल किया गया कि कश्मीर और इंडिया के पीएम के बारे में बुरा भला कहा जाता है, फिर आप कैसे उम्मीद करते हैं भारत में आकर खेलें?
इस पर शाहिद अफरीदी ने जवाब किया- “मेरी एक सेम चीज है, अगर दुनिया में कहीं जालिम आदमी होगा और कहीं मजलूम, जिसके ऊपर जुल्म होगा, चाहे वह किसी भी रिलीजन से हो मैं हमेशा बात करूंगा. नो डाउट मैंने कश्मीर के हालात पर हमेशा बात की है, अगर कोई नॉन मुस्लिम भी होगा, वो पाकिस्तान में होगा, इंडिया या दुनिया के किसी भी कोने में होगा जालिम, जालिम ही होता है, मजलूम, मजलूम ही होगा.”
तिरंगे का भी किया था अपमान
ज्ञात हो कि इसी टूर्नामेंट के दौरान एक बार शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) भारतीय तिरंगे पर ऑटोग्राफ देते दिखे थे. जबकि नियम के अनुसार तिरंगे पर कभी भी कुछ भी लिखा नहीं जा सकता है. कई बार भारतीय क्रिकेटर भी तिरंगे पर ऑटोग्राफ देने से बचते दिखे हैं. लेकिन शाहिद अफरीदी ने भारत का अपमान करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा और पूरे टूर्नामेंट में अपनी कुत्सित मानसिकता का प्रदर्शन करते रहें. इससे पहले भी वह सोशल मीडिया पर कश्मीर और पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगलते दिखे हैं. कई दफा तो गौतम गंभीर (Shahid Afridi vs Gautam Gambhir) और हरभजन सिंह ने उनकी बैंड भी बजाई है. अब ऐसी घटिया सोच और ऐसी दो कौड़ी की अकड़ के साथ कोई यह एज्युम कर ले कि उसे मदद मिल जाएगी, तो यह असंभव प्रतीत होता है.
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पाकिस्तान अपनी अंतिम सांसे ले रहा है
अगर आप पाकिस्तान (Pakistan) की मौजूदा हालत को देखेंगे तो उसकी हालत बद से बदतर हो चुकी है. यह आतंकी राष्ट्र कब दिवालिया घोषित हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. लोग खाने-पीने के सामानों के लिए सड़कों पर उतरकर एक दूसरे के जान के प्यासे हैं. कोई पाकिस्तान की मदद को तैयार नहीं है क्योंकि पाकिस्तान को मदद करना यानी आतंकवाद को पनपने का मौका देने के समान है.
हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) दुनिया के तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मिले थे और अपना दुखड़ा सुनाया था लेकिन उसके बाद भी बात नहीं बनी. उन्होंने भारत से बातचीत की भी गुजारिश की थी लेकिन भारत ने यह कहते हुए उनकी हेकड़ी निकाली कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते. हालांकि, यह सही भी था. पाकिस्तान अब खत्म होने की कगार पर आ खड़ा है. पाक के हर हिस्से में प्रोटेस्ट हो रहे हैं और कब यह राष्ट्र टूट कर बिखर जाए, कहा नहीं जा सकता है.