कोहली ने करी शतक से नई पारी की शुरुआत
मॉडर्न क्रिकेट के किंग विराट कोहली(Virat Kohli) ने साल 2019 में 22 नवंबर को अपनी टेस्ट और करियर की 70वीं सेंचुरी बनाई थी उसके बाद से लगातार 3 साल तक मानों उनके बल्लेबाजी को नजर सी लग गई, उस तीन साल के बीच विराट के बल्ले से एक भी शतक नहीं आए हालांकि ऐसा नहीं था की विराट रन नहीं थे लेकिन जिस तरह से विराट का standard था कुछ भी उनके हिसाब से नहीं चल रहा था आज हम विराट के उस बुरे दौर Bad phase से लेकर धमाकेदार वापसी तक का पूरा वाक्या आपको विस्तार से समझायेंगे।
कैसा था 2019 से लेकर 2022 तक सफर
क्रिकेट की दुनिया में मास्टर- ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बाद अपना लोहा मनवाने वाले मॉडर्न डे ग्रेट विराट कोहली के करियर में साल 2019 से लेकर 2022 तक के सफर में एक ऐसा फेज आया जहां से फैंस का उनपर से भरोसा उठ गया बड़े-बड़े दिग्गज खिलाड़ी भी जो कभी विराट कोहली की तारीफ करते हुए नहीं थकते थे वो भी उस वक़्त उनकी बल्लेबाजी की तकनीक को लेकर सवाल उठाने लगे थे और सन्यास लेने तक की बात कर रहे थे जिस तकनीकि के सहारे विराट ने 70 शतक लगाए थे जो की उस वक़्त सचिन, और पोंटिंग के बाद तीसरे सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज थे। 2019 से पहले विराट के पास मानों एक काम था उठो, शतक लगाओ और फिर सो जाओ, लेकिन इस तीन साल के दौरान सब कुछ उल्टा हुआ और बहुत कुछ बदल गया।
टी 20 से कप्तानी छोड़ी तो, BCCI ने छीन ली वनडे कप्तानी
इस 3 साल में विराट ने टी -20 वर्ल्ड कप से पहले टी 20 की कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी और उसके कुछ बाद दिनों बाद जब साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टीम का चयन हुआ तो उन्हें टीम अनाउंसमेंट के 1.5 घंटे पहले ही वनडे के कप्तानी से हटा दिया और बीसीसीआई के प्रेसीडेन्ट सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने अपने बचाव पक्ष रखते हुए ये जवाब दिया की, “हमने विराट को कप्तानी से हटाने से पहले इस बात की जानकारी विराट को जानकारी देनी चाही लेकिन विराट ने हमे कोई जवाब नहीं दिया”। जिसके बाद विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये सब कुछ स्पष्ट किया और कॉन्फ्रेंस में बयान दिया की, “मुख्य चयनकर्ता ने मेरे साथ टेस्ट टीम पर चर्चा की, जिस पर हम दोनों सहमत थे, और कॉल समाप्त करने से पहले, मुझे बताया गया कि पांच चयनकर्ताओं ने फैसला किया है कि मैं एकदिवसीय कप्तान नहीं बनूंगा। जिस पर मैंने जवाब दिया, ‘ठीक है’। बाद में चयन कॉल के बाद, हमने इसके बारे में संक्षेप में बात की और वही हुआ”। उसके बाद अपने करियर में एक बुरे दौर से गुजर रहे थे और उन्होंने जनवरी 2022 में टेस्ट कप्तानी छोड़ने का एक अप्रत्याशित निर्णय लिया। भारत द्वारा दक्षिण अफ्रीका में दक्षिण अफ्रीका से 2-1 से टेस्ट श्रृंखला हारने के बाद कोहली ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से अपने फैसले की घोषणा की।
इसमें विराट के टेस्ट एवरेज भी 50 के नीचे आ गया 3 साल के दरमियान विराट ने तीनों फॉर्मेट में कुल 94 पारियां खेली जिसमे 94 रन की पारी तक विराट ने 73 टी20 खेले थे जिसमें उन्होंने 55.30 की औसत से 2544 रन बनाए थे। उन्होंने तीनों प्रारूपों के 55 मैचों की 66 पारियों में 40.74 की औसत से 2526 रन बनाए हैं। इस दौरान पाकिस्तान के बाबर आजम सबसे ज्यादा रन बनाने वाले अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज रहे हैं।
दिग्गजों से लेकर हेटर्स ने सुनाई खरी – खोटी
खराब फॉर्म के बावजूद विराट को टीम में मिल रहे मौके पर दिग्गजों ने टीम में उनकी जगह को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे जिसमें 1983 सबसे पहले भारतीय विश्वकप विजेता कपिल देव (Kapil Dev) ने कहा की, ““अब स्थिति ऐसी है कि आपको कोहली को टी20 प्लेइंग इलेवन से बेंचने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। उसे और बेहतर प्रदर्शन करना होगा। अगर दुनिया के नंबर 2 गेंदबाज अश्विन को टेस्ट टीम से बाहर किया जा सकता है, तो दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज को भी बाहर किया जा सकता है विराट कोहली में अभी भी बहुत क्षमता और प्रतिभा है। आप उम्मीद करते हैं कि ऐसा खिलाड़ी (फॉर्म में) वापसी करे। ऐसा नहीं है कि आप उसे पूरी तरह से छोड़ दें। यदि वह अब प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो ठीक है (उसे बाहर करने के लिए)। युवा अच्छा खेल रहे हैं। लेकिन जिस दिन विराट रन बनाता है, क्या आप उसे बाहर रख सकते हैं? अगर आप अश्विन को बाहर रख सकते हैं तो आप किसी को भी बाहर रख सकते हैं”। अब अगर कपिल देव ने बयान दे दिया तो ऐसे में बाकी लोग चुप बैठ जाएं ये कैसे हो सकता है, गौतम गंभीर,सुनील गावस्कर, शोएब अख्तर से लेकर हर किसी ने टीम से बाहर का रास्ता दिखाने की नसीहत दी। ऐसे में विराट काफी ज्यादा डिप्रेस्ड हो गए थे और उन्होंने क्रिकेट से 1 महीने का रेस्ट ले लिया और किसको पता था की ये ब्रेक घायल शेर की वापसी का एक झरोखा था और वही हुआ।
एशिया कप से हुई वापसी और बनाते जा रहे रनों का पहाड़
साल 2022 में खेले गए एशिया कप से फॉर्म की वापसी करते हुए पाकिस्तान खिलाफ 34 गेंदों में 35 रन बनाए उसके बाद हर मैच में रन बनाते गए पूरे एशिया कप विराट ने 5 पारियों में 276 रन बनाकर सर्वाधिक रन स्कोरर रहे जिसमे 2 अर्धशतक और 1 शतक शामिल थे। हालांकि इस एशिया कप में भारत आगे नहीं जा पाया लेकिन अफगानिस्तान के खिलाफ हुए आखिरी मैच में विराट ने नाबाद 61 गेंदों में 122 रन बनाये और वापसी के संकेत दे दिए। अब एशिया कप के बाद आने वाले वर्ल्ड कप के लिए फैंस की उम्मीदें सातवें आसमान पर थी और विराट ने फैंस को नाराज नहीं किया। वर्ल्ड के मैच में जब भारत और पकिस्तान आमने सामने आए तो पाकिस्तान ने पहले बैटिंग करते हुए भारत को 160 रनों का लक्ष्य दिया जिसमे चेस करने उत्तरी भारतीय टीम ने मात्र 31 रनों के स्कोर अपने 4 खिलाड़ी पवेलियन में आ गए। जिम्मेदारी अब विराट के कंधो पर थी और विराट ने 53 गेंदों पर 82 रन की ऐतिहासिक पारी खेल कर टीम को जीत दिलाई थी इस पूरे वर्ल्डकप में विराट कोहली ने 98.66 के सनसनीखेज औसत से 296 रन बनाकर प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में समाप्त हुआ। टूर्नामेंट के दौरान कोहली ने चार अर्द्धशतक लगाए और टीम को सेमीफइनल तक पहुंचाया हालांकि सेमीफइनल में इंग्लैंड के खिलाफ हार से टीम इंडिया का सफर खत्म हो गया। लेकिन विराट की फॉर्म वापसी और पकिस्तान के खिलाफ 82 रन की पारी ने उनके खिलाफ बोलने वालों को उनकी तारीफ करने पर मजबूर कर दिया।
साल बीत गया, और शुरुआत 2022 वाले फॉर्म से की
2023 में 10 जनवरी से शुरू हुए श्रीलंका के खिलाफ odi सीरीज के पहले ही मैच में 87 गेंदों में 113 रन की पारी खेली और टीम को एक बड़ी जीत दिलाई लेकिन उसके ठीक अगले मैच में विराट सस्ते रन पर आउट हो गए तीसरे और आखरी मैच में विराट ने 110 गेंदों में 166 रनों की तूफानी पारी खेली जिसमें विराट ने 8 छक्के और 13 चौके लगाए इस पारी में विराट ने कई सारे रिकॉर्ड तोड़े , उन्होंने होम soil पर सबसे ज्यादा 21 शतक लगाने वाले एकमात्र भारतीय बल्लेबाज बन गए.और साथ ही श्रीलंका के खिलाफ सबसे ज्यादा 10 शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए।
अब आने वाली हर सीरीज में प्रतिद्वंदियों के लिए खतरे की घंटी की तरह देखे जायेंगे विराट कोहली जैसा 2019 के पहले देखते थे भारत के हर दौरे की एक खास बात होती थी की विपक्षी किसी और खिलाफ के खिलाफ भले ही कोई प्लान बनाएं लेकिन विराट के बल्ले को खामोश करने की हर तरह की आजमाइश कर लेते हैं। ऐसे में 18 जनवरी से न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ शुरू हो रहे odi श्रृंखला काफी मजेदार होने वाली है.