समाजवादी पार्टी (सपा) नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अभी तक हिन्दू धर्म को लेकर कई सारे बयान दिए हैं और इस बयान की वजह से वो अकसर चर्चा में रहते हैं जहाँ उन्होंने कहा कि रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था. करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते. इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए. वहीं हाल ही में उन्होंने बयान दिया कि राम राज बकवास है साथ ही ये भी कहा कि राम राज क्ख्तं करो और देश बचाओ. वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य की इसी बयान को लेकर आम जनता ने अपनी राय दी है.
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स्वामी प्रसाद मौर्य की है वोटो की राजनीति
दरअसल, नेड्रिक न्यूज़ ने स्वामी प्रसाद मौर्य को इस बयान को लेकर जनता से सवाल पूछे. वहीं इस बयान को लेकर एक शख्स ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जिस भी पार्टी है और जिस विचारधारा पर उन्हें वोट मिल सकते हैं वो उसी विचारधारा को लेकर बोलते हैं साथ ही ये भी कहा कि ये सब वोटो की राजनीति है बीजेपी भी करती है वो भी करते हैं.
मौर्य का मानसिक संतुलन ठीक नहीं
इसी के साथ एक शख्स ने कहा कि किसी भी मंत्री को किसी भी आस्था का अपमान नहीं करना चाहिय ऐसा न करें तो अच्छा है साथ ही ये भी कहा कि शायद स्वामी प्रसाद मौर्य का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है क्योंकि हर बार वो ऐसे ही बयान देते हैं.इसी के साथ एक शख्स ने ये भी कहा कि ये सब लाइट में आने के लिए करते हैं. वहीँ इन्होने ये भी कहा कि जब उन्हें लगा की सरकार गिरने वाली हैं तब वो पार्टी बदल देते हैं और ऐसा हर बार हुआ है साथ ही ये भी कहा कि उन्हें मंत्री सिर्फ नाम के लिए बनाया गया है.
रामचरितमानस को नही जानते स्वामी प्रसाद मौर्य
वहीं एक शख्स ने कहा कि हिंदुस्तान में रहकर और हिन्दू विचारधारा अगर कोई नहीं रखता है तो वो हिन्दुस्तानी नहीं है. इसी के साथ जब हमारे रिपोर्टर ने सवाल किया कि रामचरितमानस को लेकर उन्होंने जो बयान दिया उसको लेकर आप क्या समझते हैं. वहीं इस पर इस शख्स ने जवाब दिया कि देश में बोलने की आज़ादी दी गयी है लेकिन अगर ये रामचरितमानस और रामायण को जानते तो उसके बारे में गलत बयान नहीं देते.वहीं कई लोगों ने समाजवादी पार्टी (सपा) नेता स्वामी प्रसाद मौर्य इस बयान को अगलत ठहराया साथ ही ये भी कहा की वो अपने फायदे के लिए इईस बातें करते हैं उनका कोई भी वजूद नहीं है.
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