बड़े परदे पर प्रभास और कृति सेनन की मोस्ट अवेटेड फिल्म आदिपुरुष (16 जून) रिलीज हो गयी है. जहाँ इस फिल्म के ट्रेलर के रिलीज होने के बाद इस फिल्म को विरोध का सामना करना पड़ा तो वहीं अब इस फिल्म को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ सिनेमा हॉल में देखी गयी है. इस फिल्म को विवाद था कि इस फिल्म में राम जी बिना जनेहू के हैं तो वहीं हनुमान जी बिना मूछों गायब हैं और सीता माता बिना सिन्दूर लगाए नजर आ रही है. इसी के साथ कई और चीजें भी है जो इस फिल्म में गलत दिखाई गयी है और इस वजह से हिन्दू धर्म की भावना आहात हुई है. वहीं इस बीच इस फिल्म को लेकर लोगों ने अपनी राय दी है.
देवी-देवताओं के किरदारों के साथ किया है खिलवाड़
दरअसल, नेड्रिक न्यूज़ के आम जनता के बीच इस फिल्म को लेकर सवाल किया. वहीं इस सवाल का जवाब देते हुए एक शख्स ने कहा कि बॉलीवुड ने देवी-देवताओं के किरदारों के साथ खिलवाड़-सा किया है. बॉलीवुड ने सिनेमा घर का सहारा लेकर हिन्दू धर्म के समाज को नग्न कर दिया है. इससे समाज पर गलत असर पड़ेगा. वहीं इस ममाले पर समाज को एक्शन लेना चाहिए गौर करना चाहिए. इसी के साथ इस शख्स ने ये भी कहा कि ये सब तब हो रहा है जब देश में बीजेपी की सरकार है.
हिन्दू धर्म का बना दिया मजाक
इसी के साथ जब हमारे रिपोर्टर ने पूछा कि फिल्म के ट्रेलर में राम जी को गुस्से वाला दिखाया गया है साथ ही हनुमान जी बिना मूछों के नजर आये हैं और सीता माता बिना सिन्दूर लगाए नजर आ रही है. वहीं इस सवाल का जवाब देते हुए इस शख्स ने बताया कि इन लोगों में हमारे धर्म को मजाक बना दिया है.
रावण का रोल भी नहीं है सही
एक शख्स ने ये कहा कि फिल्म के जरिये रामायण का मजाक बना दिया है और इस फिल्म में राम जी हनुमान जी के रोल का मजाक बनाया गया है. वहीं हमारे रिपोर्टर ने सवाल किया कि रावण का रोल सैफ अली खान निभा रहे हैं क्या वो सही है तब इस शक्स ने कहा कि न रावण का रोल सही है न ही कोई रोल सही है.वहीं एक शक्स ने कहा कि इस फिल्म में सीता जी के किरदार को गलत तरीके से पेश किया है सीता माँ के मांग में सिंदूर था लेकिन इस फिल्म में सीता माँ को बिना सिंदूर के दिखाया गया है. वहीं हुनमान जी मूछों दिखाए जाने पर इस शख्स ने कहा कि इस फिल्म को हम देखना पसंद नहीं करेंगे इस फिल्म से हिन्दू धर्म की भावना आहात हुई है.
मर्यादपुरषोत्तम राम का किरदार नहीं है सही
एक शख्स ने इस फिल्कम को लेकर कहा कि इन फिल्म में कई सारी कमियां है और ये फिल्म सनातन धर्म के विरुद्ध है. इस फिल्म में गलत तरीके से चीजें पेश की गयी है जिसका हम विरोध करते हैं. इसी के साथ एक शख्स ने कहा राम को मर्यादपुरषोत्तम राम कहा गया है और मर्यादपुरषोत्तम के अनुसार इस फिल्म में राम का किरदार सटीक नहीं बैठता है और इस वजह से इस फिल्म को देखने न जाएँ. मैं भी नहीं जाऊंगा आप भी न जाएँ.
आपको बता दें इस फिल्म को लेकर विवाद है कि रामयण के किरदारों को गलत तरीके से पेश किया है जहाँ राम-लक्ष्मण और रावण का लुक सही से पेश नहीं किया गया है बिना मूंछो वाले हनुमान मुस्लिम लग रहे हैं रावण को बिना मुकुट के दिखाया गया.