आईपीएस, एक ऐसा पद जो राज्य के एक जिले में कानून और व्यवस्था को बनाए रखने का काम करता है. आईपीएस एक जिला पुलिस का सबसे बड़ा अधिकारी होता है, जो पूरे जिले में सुरक्षा, लड़ाई, दंगे, चोरी, दुर्घटना, अपराध को रोकने और अपराधियों को कड़ी सजा देने का काम करता है. जब भी IPS किसी शहर में आता है तो वहां पर एक अलग ही तरह का माहौल बन जाता है. ऐसे ही एक IPS हैं लक्ष्य पांडेय.
उत्तराखंड से ताल्लुक रखते हैं IPS लक्ष्य पांडेय
IPS लक्ष्य पांडेय उत्तराखंड से ताल्लुक रखते हैं और उनका जन्म भी अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया इलाके की गेवाड़ घाटी के एक गांव खनुली में हुआ. इस इस समय वो दिल्ली पुलिस में ACP के पद पर कार्यरत हैं. IPS लक्ष्य के पिता का नाम चंद्र प्रकश पांडेय हैं और वो चीफ फार्मासिस्ट से रिटायर्ड हो गए है और इनकी माता जी का नाम भगवती देवी हैं, जो नई दिल्ली में ही अपना ब्यूटी पार्लर चलाती हैं.
चौथे प्रयास में किया IPS का मुकाम हासिल
दिल्ली में ACP के पद पर कार्यरत IPS लक्ष्य पांडेय अपने अंदाज के साथ-साथ तेज तर्रार अंदाज़ के लिए चर्चा में रहते हैं. बचपन में उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया था और इस दौरान आईपीएस लक्ष्य पांडेय प्रांरभिक और ग्रेजुएशन यहीं पर हुई.
इसके बाद उन्होंने IPS की पढाई करी और चौथे प्रयास में IPS के अपने मुकाम तक पहुंच गए. लक्ष्य पाण्डेय ने 2018 में परीक्षा दी और 316वां रैंक हासिल किया. परीक्षा पास करने पर उनका चयन आईपीएस अधिकारी के रूप में हुआ. लेकिन इतन कामयाब होने के बाद भी अभी तक उन्होंने शादी नहीं की है.
सोशल मीडिया पर हैं 2 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स
IPS लक्ष्य पांडेय तेज-तर्रार और अपने फिटनेस के जाने जाती है और उनकी लोकप्रियता इतनी है कि उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर 247K(2 लाख 47 हज़ार) फॉलोवर्स हैं और पोस्ट की बात की जाये तो इनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर 197 पोस्ट हैं. इसी के सतह उनके फेसबुक पर कई 33 हजार फॉलोअर्स हैं. वहीं सोशल मीडिया अकाउंड के माध्यम से यूपीएससी की तैयारी कर रहे बच्चों को सफलता के टिप्स भी शेयर करते रहते हैं.