9 November ka Itihas – “9 नवंबर” ये सिर्फ एक तारीख नहीं बल्कि ये एक ऐसा दिन है, जिसमें होने वाली कई घटनाओं ने इतिहास का रूप लिया. 5 सदियों से चला आ रहा राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद के मामले मे सुप्रीम कोर्ट ने आज फैसला सुनाया. फैसला आ जाने के बाद भारत के इतिहास में इस तारीख में एक और मामला दर्ज हो गया, तो आइए आपको बताते हैं कि 9 नवंबर के दिन इतिहास में क्या-क्या घटनाएं हुई, जिसे आज भी दुनिया याद रखती है.
करतारपुर साहिब कॉरिडोर
9 नवंबर 2019 को भारत के नागरिकों के लिए करतारपुर साहिब कॉरिडोर का उद्घाटन किया गया. देश की आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी रोक टोक के बिना भारतीय लोगों करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन कर सकते हैं. बता दें कि भारत-पाकिस्तान की दोनों सरकारों ने 550वां प्रकाश पर्व मनाने के लिए ये मंजूरी दी है. जहां इसका उद्घाटन भारत के पीएम नरेंद्र मोदी भारत में किया तो वहीं इसका उद्घाटन पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने पाकिस्तान में किया. जिसके बाद 9 नवंबर 2019 की ये तारीख इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई.
- रोज बर्लिन की दीवार को गिराया
13 अगस्त 1961 में बनाई गई रोज बर्लिन की दीवार को 9 नवंबर को गिरा दिया गया था. बर्लिन की दीवार जर्मन लोकतांत्रिक गणराज्य और पश्चिमी बर्लिन के बीच एक अवरोध थी. जिसने बर्लिन शहर को 28 साल तक पश्चिमी और पूर्वी टुकड़ों में बांट रखा था. वहीं, 9 नवंबर 1989 के बाद के हफ्तों में इस दिवार को तोड़ दिया गया था. ये दीवार अंदरूनी जर्मन सीमा का बहुत खास हिस्सा था और शीत युद्ध का खास प्रतीक भी था.
सिक्खों के गुरु नियुक्त – 9 November ka Itihas
9 नवंबर, 1675 को गुरु गोबिंद सिंह जी को सिक्खों के गुरु नियुक्त हुए थे. बता दें, अपने पिता गुरु तेग बहादुर की मृत्यु से पहले यानि 11 नवंबर 1675 को गुरु गोबिंद सिंह जी गुरु बने थे. सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ “गुरु ग्रंथ साहिब” को इन्होंने ने ही पूरा किया था.
- पहली टीवी फिल्म प्रदर्शित
एड्स थीम पर आधारित पहली टीवी फिल्म ‘एन अर्ली फ्रोस्ट’ को 11 नवंबर 1985 में अमेरिका में प्रदर्शित किया गया था. जिसे John Erman ने डायरेक्ट किया था.
- नई दिल्ली में 9 नवंबर, 1973 में पहली अंतरराष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी शुरू हुई थी.
- अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने साल 1966 में अंतरिक्ष यान ‘जेमिनी-12’ लॉन्च किया था.
- साल 2000 में ऑस्ट्रिया में सुरंग में जा रही ट्रेन में आग लगी थी, इस दौरान 170 लोगों की मृत्यु हो गई थी. बता दें कि एक सुरंग में ये ट्रेन फंस गई थी और इसमें आग लग गई थी.
- 16वीं शताब्दी से चले आ रहे संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में आखिरकार 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना ही दिया, जिस वजह से 9 नवंबर 2019 को ये दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा. इस मामले में मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़, न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की 5 सदस्यीय संविधान पीठ ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाते हुए मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही दूसरी जगह बाबरी मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया.
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