प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी जिन्होंने देश को इंटरनेशनल लेवल पर एक नयी पहचान दिलाई है और आज के समय में हर देश भारत के दोस्ती करना चाहता है. जहां प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने देश को नयी पहचान दिलाई है तो वहीं देश में उनकी डिग्री और चाय बेचने वाले सच समेत कई बातें है जो पीएम मोदी से जुडी हुई है और इन बातों को लेकर कहा गया है कि ये सभी बातें झूठी है. पीएम के पास झूठी डिग्री हैं वो कभी चाय नही बेचते थे साथ ही कई सारी और भी बातें हैं. दरअसल, TMC के के नेता कीर्ति आजाद द्वारा एक ट्वीट किया गया जिसमें पीएम मोदी को लेकर कई सारी बातें कही गयी है. वहीं इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं.
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TMC नेता कीर्ति आजाद ने किया ट्वीट
मैं हमेशा मोदीजी की आलोचना करता था, लेकिन आज मैं उनके बारे में कुछ कम ज्ञात अच्छी बातें साझा करूंगा। क्या आपको पता था:
मोदी ने दो बार जन्म लिया – पहला 29 अगस्त 1949 को (उनकी डिग्री पर) और दूसरा 17 सितंबर 1950 को (सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध)।
1950 में पैदा हुए मोदी ने 6 साल की…
— Kirti Azad (@KirtiAzaad) September 18, 2023
पीएम को सभी लोग जन्मदिन की बधाई 17 सितंबर को देते हैं और इस हिसाब से उनका जन्मदिन 17 सितंबर 1950 ही है लेकिन उनकी डिग्री में 29 अगस्त 1949 है. वहीं इस मामले पर पीएम मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी, ने सफाई दी कि जन्मपत्रिका के हिसाब से पीएम की असली जन्म 17 सितंबर, 1950 ही है. प्रह्लाद मोदी ने कहा, ‘हो सकता है स्कूल के दिनों में यह गड़बड़ी हुई हो। वहीं, पीएम के बड़े भाई सोमाभाई मोदी ने भी कहा कि स्कूल प्रशासन से ही कोई भूल हुई होगी। वह बोले, ‘पुराने दिनों में स्कूल टीचर्स छात्र का जन्मदिन अपने हिसाब से लिख देते थे। हालांकि, मेरे पास उसकी कोई कॉपी नहीं, लेकिन मैं पिताजी द्वारा बनाई जन्म पत्रिका देखी थी, उसके मुताबिक, पीएम की जन्म तारीख 17 सितंबर, 1950 है.’
वडनगर स्टेशन की सच्चाई
रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी रेलवे की वेबसाइट पर उपलब्ध ‘भारतीय रेलवे का इतिहास’ नाम से एक पीडीएफ में यह लिखा है कि महसाना और वडनगर के बीच एक रेलवे लाइन थी और यह लाइन 21 मार्च 1887 को खुली थी. इसी दस्तावेज में यह भी लिखा है कि 1887 में वडनगर रेलवे लाइन थी. ये रेलवे लाइन्स बड़ोदा स्टेट के द्वारा गायकवाड़ के राज में बनवाई गई थीं। जो 1860 के दशक में अपने स्वयं के रेलवे नेटवर्क का निर्माण करने वाले रियासतों में सबसे पहले थे.
वहीं एंडी मरीनो की किताब ‘नरेंद्र मोदी : ए पॉलिटिकल बायोग्राफी’ में वडनगर स्टेशन के बारे में लिखा गया है. किताब में लिखा है कि नरेंद्र मोदी के पिता दामोदरदास की जीविका स्टेशन पर लगे चाय के स्टाल से ही चलती थी. वहीं चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी मोदी ने एमए किया है. उन्होंने 1983 में गुजरात यूनिवर्सिटी से एमए किया है. ग्रेजुएशन उन्होंने 1978 में दिल्ली विश्वविद्यालय से किया है. उन्होंने आर्ट्स में ग्रेजुएशन किया है. हाई स्कूल की परीक्षा उन्होंने गुजरात बोर्ड से 1967 में पास की थी.
पीएम मोदी की इन चीजों को बनाया जाता है मुद्दा
इसी के साथ पीएम मोदी को लेकर जो और बातें कही गयी है वो चुनाव में सिर्फ आरोप लगाने के नाम पर इस्तेमाल की गयी है जैसे हॉलीवुड के यूनिवर्सल स्टूडियो जाना. पेरिस में एफिल टावर के सामने कोट पहन कर फोटो लेना साथ ही पीएम मोदी जी ने 35 साल भिक्षा मांगने वाली बात को चुनाव में मुद्दे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन समय समय पर इन मामलों पर सफाई दे दी गयी है.
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