मध्य प्रदेश की राजनीति में इन 4 नेताओं का दबदबा, कांग्रेस हो या बीजेपी, हर जगह है इनके ठाठ

4 leaders dominate the politics of Madhya Pradesh
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मध्य प्रदेश की सियासत में इन दिनों कुछ असंतोष की खबरें सामने आ रही हैं। भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान वन मंत्रालय छीने जाने से नाराज हैं और इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं। इस बीच भाजपा हाईकमान ने उन्हें दिल्ली तलब किया है। दरअसल, यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब नागर सिंह चौहान से वन मंत्रालय छीनकर रामनिवास रावत को दे दिया गया। रामनिवास हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। रावत के कैबिनेट मंत्री बनने से भाजपा के कई वरिष्ठ नेता नाराज बताए जा रहे हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब दूसरी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं नीता को इतना सम्मान मिला हो। इससे पहले भी मोहन यादव की कैबिनेट में रामनिवास रावत की तरफ कई ऐसे नेता हैं जिनकी कांग्रेस में भी मजबूत पकड़ थी और अब भाजपा में शामिल होने के बाद भी उनका कद बढ़ गया है।

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रामनिवास रावत

छह बार कांग्रेस विधायक रह चुके रामनिवास रावत ग्वालियर-चंबल की राजनीति में अहम किरदार निभाते हैं। रामनिवास रावत लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए और अब वन मंत्री बनाए गए हैं। दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में रावत मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

Ramniwas Rawat
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गोविंद सिंह राजपूत

सागर जिले की सुरखी विधानसभा सीट से विधायक गोविंद सिंह राजपूत भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। गोविंद सिंह को भाजपा सरकार में दूसरी बार मंत्री बनाया गया है। वे शिवराज सिंह चौहान की सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। अब वे मोहन यादव की कैबिनेट में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री हैं। उन्हें कमल नाथ की सरकार में भी मंत्री बनाया गया था।

Govind Singh Rajput
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तुलसी सिलावट

इंदौर के सांवेर विधानसभा क्षेत्र से विधायक तुलसी सिलावट मोहन यादव की सरकार में जल संसाधन मंत्री हैं। सिलावट शिवराज सिंह चौहान की सरकार में भी मंत्री थे। सिलावट 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। 2018 में जब राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी तो वे कमल नाथ की कैबिनेट में मंत्री रहे। तुलसी सिलावट केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी हैं। उन्होंने सिंधिया का समर्थन करने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी।

Tulsi Silawat
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प्रद्युमन सिंह तोमर

ग्वालियर पूर्व से विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर मोहन यादव की कैबिनेट में मंत्री भी हैं। वे पहले कांग्रेस में रह चुके हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी रहे तोमर ने 2020 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए। वे शिवराज सिंह चौहान की सरकार में भी मंत्री रहे और वर्तमान में मोहन यादव की कैबिनेट में ऊर्जा मंत्री हैं। उन्होंने कमल नाथ सरकार में भी मंत्रालय संभाला था।

Pradyuman Singh Tomar
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