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माइग्रेन के दर्द में पेन किलर्स को कहें टाटा, ये आसान उपाय दर्द कर देंगे रफूचक्कर

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Remedies to control Migraine – माइग्रेन का दर्द इतना भयंकर होता है मानों पूरा का पूरा दिमाग फट गया हो। ये दर्द शरीर की अंदरूनी नसें तक हिला कर रख देता है। इससे पीड़ित मरीज चाहें लाख पेनकिलर्स ले लें, लेकिन ये भयंकर दर्द पूरी तरह मिटाने में नाकामयाब रहते हैं। इस बीमारी का अभी तक वैज्ञानिक हल खोजने में जुटे हैं, लेकिन इसका कोई तोड़ अभी  तक उनके हाथ नहीं लग पाया है। ये दर्द कभी भी कहीं भी शुरू हो सकता है। पेशेंट के लिए ये दर्द चलती फिरती मौत की लटकती तलवार की तरह है जो बिन बुलाये मेहमान की तरह कभी भी दस्तक दे सकता है। पर हाल ही में दवाओं के अलावा कुछ ऐसे तरीकों का पता चला है, जो माइग्रेन पेशेंट्स के इस भयावह दर्द पर लगाम लगा सकते हैं। आइये जानें कौन से है वो रामबाण तरीके।

तेल – Remedies to control Migraine

आयुर्वेद में कुछ औषधीय तेल इस दर्द का निवारण करने में कारगर पाए गए हैं। इनमें से पिपरमेंट ऑइल भी एक है।  इसे आप माईग्रेन के इलाज में इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे मांस पेशियों को राहत मिलेगी। साथ ही सिर दर्द भी रफूचक्कर हो जाएगा।

एक्यूपंक्चर

एक्यूपंक्चर वैकल्पिक चिकित्सा का एक रूप है और पारंपरिक चीनी चिकित्सा का एक प्रमुख घटक है जिसमें शरीर में पतली सुई डाली जाती है। इसका उपयोग अक्सर दर्द से राहत के लिए किया जाता है। माइग्रेन का दर्द दूर करने के लिए आप इसकी भी सहायता ले सकते हैं।

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मसाज

दिमाग में भरी टेंशन से राहत पाने के लिए मसाज संबसे बढ़िया ऑप्शन है। इससे आपका स्ट्रेस दूर होगा। साथ ही दर्द से राहत मिलेगी। मांसपेशियों के खिंचाव में आराम मिलेगी और ब्लड सर्कुलेशन में तेज़ी आएगी। आपको पता भी न चलेगा कि पल भर में ये दर्द कहां गायब हो गया है।

मेडसिनल प्लांट्स – Remedies to control Migraine

औषधीय पौधों, जिसे औषधीय जड़ी-बूटियां भी कहा जाता है,इसका प्राचीन काल से लोग उपयोग करते आये हैं।  मेडिसिनल प्लांट्स भी कई बीमारियों को दूर करने में सक्षम होते हैं। माइग्रेन के लिए भी ऐसा कई प्लांट्स हैं जिनका उपयोग आप इस दर्द से पीछा छुड़ाने के लिए कर सकते हैं। अपने डॉक्टर की सलाह से आप इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।

नोट- हमने ऊपर आपको जो भी उपाय बताए हैं वो अलग-अलग के सूत्रों से लिए गए हैं, इन्हें अपनाने के लिए नेड्रिक न्यूज सलाह नहीं देता है. इसलिए डॉक्टर्स के कहने पर ही उपयों को अपनाएं.

बदले बदले से हैं नाखूनों के रंग तो हो जाएं सावधान, कहीं ये इस बीमारी का तो नहीं फायर ...

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हमारे नाखून शरीर की खूबसूरती का एक अभिन्न हिस्सा हैं। हम मानें या न मानें लेकिन चमकदार नाखूनों से आपके व्यक्तित्व में एक अलग ही निखार आता है। वहीं अगर नाखून गंदे और मैले हों, तो आसपास के लोग भी आपसे दूर भागते हैं। आप अपने जीवन में कितनी साफ़ सफाई पसंद करते हैं, आपके नाखून भी कहीं न कहीं इस बात का सबूत दे देते हैं। लेकिन अगर कभी आपने गौर किया हो तो हमारे नाखूनों का तगड़ा लिंक हमारी सेहत से भी होता है। शरीर में हो रहे बदलावों का संकेत आपके नाखून पहले ही दे देते हैं। आइये जानें कैसे।

नाखूनों का पीलापन 

अगर आपके नाखून पहले की तुलना में अधिक पीले दिखाई दें, तो समझ जाए आपका शरीर आपको किसी बीमारी का फायर अलार्म दे रहा है।  ये इस बात की भी हिंट हो सकती  है कि आपके शरीर में खून की कमी होने लगी है।  या आप एनीमिया की ओर धीरे धीरे बढ़ रहे हैं।  ये भी हो सकता है कि आपका लिवर ख़राब हो। इसके साथ ही ये आपके हार्ट फेल की तरफ इशारा करता है।हो सकता है आपकी डायबिटीज बढ़ गई हो।

सफेदी या टूटते नाखून

अगर इससे उलट आपके नाखून ज़रुरत से ज्यादा सफ़ेद दिख रहे हैं, तो ज्यादा खुश होने की ज़रुरत नहीं है। ये भी एक गंभीर समस्या का इशारा है। इस स्थिति में लीवर की समस्या होने की संभावनाएं सबसे ज्यादा रहती हैं। इस दौरान आपको उंगलियों में पीलापन और सूजन सा अनुभव महसूस होने लगेगा। अगर नाखून टूट रहे हैं या साइड में काले पड़ रहे हैं, तो इसका कारण फंगल इंफेक्शन हो सकता है।

नीला होना या लाइनें उभरना 

नाखूनों अगर नीले हो रहे हैं, तो ज्यादा से ज्यादा खुली हवा में रहने की कोशिश करें। ये आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन न मिलने का संकेत है।  साथ ही आपको दिल की बीमारी या फेफड़ों में इंफेक्शन होने के भी चांसेस है।  नाखूनों में धारियां या लाइनें उभर रही हैं तो समझ जाइये आप आर्थराइटिस जैसे रोग की गिरफ्त में आने वाले हैं। इस दौरान आपको नाखूनों के पास हलके गड्ढे दिखाई देंगे।  इसलिए नाखूनों का ख़ास ख्याल रखें।

गलती से भी इन 4 चीजों को न तो किसी से ले और न ही किसी को दें, वरना बाद में पछताते रह ...

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बदलते मौसम और बदलते खानपान के चलते व्यक्ति को कब कौन सी बीमारी अपना शिकार बना ले कुछ कहा नहीं जा सकता. जाने अनजाने में हम खुद भी अपने आप से खिलवाड़ कर बैठते हैं. जिसका परिणाम बाद में ही देखने को मिलता है. आज हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपकी सेहत पर हावी हो सकती हैं.

कई बार कुछ ऐसी गलती कर बैठते हैं, जिसे वास्तव नहीं करना चाहिए. जैसे किसी की चीज उधार में लेना या फिर देना. जिससे हमारे स्वास्थ्य पर बुहत बुरा प्रभाव पड़ सकता है. तो आइए आपको चीजों के बारे में बताते हैं, जिसे भूल से भी किसी को इस्तेमाल करने के लिए न तो देना चाहिए और न ही लेना चाहिए…

जूते और मोजे

अक्सर जब घर में कोई सदस्य या फिर किसी दोस्त के पैरों का साइज सेम होता है तो वो आपस में जूते की अदला बदली करते रहते हैं, जो बेहद गलत आदत है. बता दें कि आपको किसी को भी जूते और मोजे उधार नहीं देना चाहिए और न ही लेना चाहिए. क्योंकि जूते पहनने से पैरों में पसीना आता है और बैक्टीरिया उसमें जन्म लेते हैं. वहीं किसी और के मोजे पहन लेते हैं तो इससे भी हमें इंफेक्शन हो सकता है.

ईयरफोन

अक्सर हम एक दूसरे के ईयरफोन का इस्तेमाल कर लेते हैं, जोकि बेहद गलत आदत है, क्योंकि हमारे कान बेहद नाजुक होते हैं और ऐसेमें अगर आप किसी और के ईयरफोन का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे हमारे शरीर में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.

लिपस्टिक

ज्यादातर लड़कियों की आदत होती है कि वो अपनी दोस्त या बहन की लिपस्टिक इस्तेमाल करती हैं. वहीं अगर आप भी इनमें से एक है जो अपने दोस्त को लिपस्टिक देती है या फिर उनसे लिपस्टिक मांगती हैं, तो आपको बता दें कि ऐसा करने से आप फंगल इंफेक्शन का शिकार हो सकती है. इसलिए कभी भी किसी और के द्वारा इस्तेमाल की गई लिपस्टिक का यूज न करें.

चश्मा

कई बार हम किसी और का चश्मा इस्तेमाल कर लेते हैं और अगर वो चश्म नंबर वाला होता है, तो इसका प्रभाव हमारे आंखों पर बेहद बुरा पड़ता है. इतना ही नहीं जिन्हें चश्मा लगा भी नहीं होता है, उन्हें तक चश्मा लग सकता है. इसलिए आपको किसी का नंबर वाला चश्मा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

दुनिया की सबसे ताकतवर सब्जी खाएंगें तो कभी नहीं होगी ये बीमारियां, जानिए इसकी खासियत…

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Most Powerful vegetable – आजकल के बच्चे खाने में जंक-फूड को ज्यादा पंसद करते है, वो सेहतमंद सब्जियां कम ही खाते है. ऐसे में अक्सर परेशानी ये होती है कि आखिर ऐसी कौन सी सब्जी बच्चों को खिलाए जो उनके लिए फायदेमंद हो. अब हम आपको दुनिया की सबसे ताकतवर सब्जी के बारे में बताने जा रहे है. जिसका इस्तेमाल करके आप और आपका परिवार कुछ दिनों में ही तंदुरुस्त हो जाएगा. इस सब्जी को खाने के बाद आपका परिवार का स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहेगा और उन्हें कोई भी गंभीर बीमारी नहीं छुएगी. आप भी सोच रहे होंगे कि ऐसी कौन-सी सब्जी है, जो इतनी ताकतवार है और ये कौन से मौसम में मिलती है. आइए बताते हैं कि वो कौन सी सब्जी है जिसे खाने के बाद आप सेहतमंद हो जाएंगें.

कंटोला की सब्ज़ी  

इस सब्जी का नाम है कंटोला. ये ककोड़े और मीठा करेला के नाम से भी जाना जाता है. ये सब्जी औषधि से भरपूर होती है. बता दें कि ये सब्जी आपको मीट से भी कई गुना ज्यादा प्रोटीन और ताकत आपको देगी. कंटोला में फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे होते है. इस सब्जी में एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में उपलब्ध होता है.

अब आप सोच रहें होंगे की मार्केट में इतनी गुणवत्ता वाली सब्जी आखिर किस मौसम में मिलती हैं?. तो बता दें आपको कि ये सब्जी मानसून के महीने में आपको मिल जाएगी. इस सब्जी की गुणवत्ता की वजह से इसकी मांग पूरी दुनिया में है. भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में इस सब्जी की मुख्य रूप से खेती की जाती है.

ये होते हैं इस सब्जी के फायदे

अब आइए बताते हैं आपको कि आखिर इस सब्जी का सेवन करने से आपको क्या-क्या लाभ होंगे और कैसे ये आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन सब्जी है.

इन गंभीर बीमारियों की रोकथाम में करती है मदद

कंटोला में ल्युटेन जैसे केरोटोनोइडस का मौजूद होता है. ये कई तरह के रोग जैसे कि नेत्र रोग, हृदय रोग और यहां तक की कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम में मदद करता है.

वजन घटाने के लिए अच्छा विकल्प

कंटोला में आयरन और प्रोटीन भरपूर मात्रा में उपलब्ध होता है. लेकिन इसमें कैलोरी कम मात्रा में होती है. जो वजन घटाने में मदद करता है. अगर आप इस सब्जी का 100 ग्राम सेवन करते है तो इसमें 17 कैलोरी प्राप्त होती हैं.

बीपी को करती है कंट्रोल – Most Powerful vegetable

कंटोला में मोमोरेडीसिन तत्व मौजूद होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट, एंटीडायबिटीज और एंटीस्टे्रस की तरह काम करते है. इसका सेवन करने से बीपी कंट्रोल में रहता है.

पाचन क्रिया को दुरुस्त करती है

जरूरी नहीं आपको इसका सेवन सब्जी के रूप में ही करें, आपको इसका आचार बनाकर भी खा सकते हैं. इस सब्जी को आयुर्वेद में इलाज के लिए एक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. ये पाचन क्रिया को भी दुरुस्त रखता हैं.

सर्दी-खांसी में भी देती है राहत

कंटोला सर्दी-खांसी में भी राहत देता है, इसमें मौजूद एंटी-एलर्जन और एनाल्जेसिक सर्दी खांसी को रोकने में काफी मदद करते हैं.

और पढ़ें: दांत से लेकर डायरिया तक में दवा का काम करती हैं अमरुद की पत्तियां…

रानू मंडल ने खुद सुनाई अपनी कहानी, कहा- “मैं फुटपाथ पर पैदा नहीं हुई, एक अच्छे परिवार...

सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो से रातों-रात बनी सिंगिग स्टार रानू मंडल कुछ इस तरह से सुर्खियों में बनी हुई है कि बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़े तक इनके बारे में जानना चाहते हैं. आखिर ये महिला है कौन, इनके परिवार के लोग है तो वो साथ क्यों नहीं थे, इतना अच्छा गाना गाती हैं तो फुटपाथ पर क्यों रहती थी. वहीं आज हम आपको रानू मंडल के परिवार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका उन्होंने खुद खुलासा किया है, तो आइए आपको बताते हैं…

सूत्र के अनुसार रानू मंडल ने बताया कि वो एक अच्छे परिवार से नाता रखती हैं, उनका जन्म फुटपाथ पर नहीं हुआ था. हालांकि ये सब उनकी किस्मत का दोष है जिसने उन्हें रानी से नौकरानी बना दिया या यू कहें कि जो खुद अपने परिवार के लोगों को रोटी बना खिलाती थी, उन्हें किस्मत ने लोगों के आगे रोटी मांगे के लिए हाथ में कटोरा दे डाला.

रानू मंडल ने बताया कि शादी के बाद उनके पति उन्हें मुंबई लेकर आए थे और वो अभिनेता फिरोज खान के घर में खाना बनाने का काम करते थे. उस दौरान उनके बेटे फरदीन खान कॉलेज जाया करते थे. उन्होंने हमेशा से हमारे साथ परिवार के सदस्यों की तरह बर्ताव किया था. वहीं पति के मौत के बाद से रानू अकेली हो गई थी और वो बंगाल वापस आ गई थीं.

रानू ने आगे बताया कि वो सालों तक अकेली रही है, उस दौरान उन्हें काफी संघर्ष भी करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने भगवान की ओर अपने भरोसे को कभी कम नहीं होने दिया. कैसी भी परिस्थिति होती थी वो उसके अनुसार गाना गाती रही, लेकिन उन्हेंने कभी गाने के लिए मौका नहीं मिला, उन्हें गाने से बहुत ज्यादा प्यार है.

अब तक बॉलीवुड के लिए इतने गाने हो चुके हैं रिकॉर्ड

आपको शायद जानकारी हो की हिमेश रेशमिया ने रानू से 2 गाने गवाए हैं, लेकिन आपको बता दें कि रानू के अनुसार वो अब तक बॉलीवुड के लिए 5-6 गाने रिकॉर्ड कर चुकी हैं. उन्होंने आगे बताया कि वो मुंबई में अपना खुद का घर लेना चाहती हैं, क्योंकि वो बार-बार हवाई जहाज से सफर नहीं कर सकती हैं. उनके लिए ये बहुत बड़ी बात है कि वो मुंबई में संगीत की दुनिया से जुड़ रही हैं. इस वजह से वो मुंबई में ही रहना चाहती हैं.

इस गाने ने बनाया रानू को स्टार

‘एक प्यार का नगमा है’ इस गाने रानू मंडल को रातोंरात स्टार बना दिया था, जिसे सोशल मीडिया पर लाखों यूजर्स ने शेयर भी किया. उसके बाद रानू ने हिमेश रेशमिया की फिल्म ‘हैप्पी हार्ड एंड हीर’ के लिए गाना गाया और फिर वो एक सेलेब्रिटी बन गईं.

60 साल की रानू के बारे में जानने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता है. जिन्होंने अपनी जिंदगी के बीते 10 साल काफी कठनाईयों के साथ बिताए थे, जब कोई इन्हें पूछने वाला भी नहीं था. वहीं अब इनकी पूरी जिंदगी के बारे में देश ही नहीं पूरी दुनिया जानना चाहती हैं.

योगी सरकार की नई पहल, मिट्ठी के बर्तन को बढ़ावा देने के लिए माटी कला बोर्ड का किया गठ...

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माटी कला बोर्ड जानकारी : माटी कला बोर्ड क्या है – केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश के सभी रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट और मॉल में कुल्हड़ मे चाय की बिक्री को अनिवार्य करने का महत्वपूर्ण सुझाव सरकार को दिया हैं. इसके बाद से ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इसको गंभीरता से लिया है. योगी सरकार ने मिट्टी से बने कुल्हड़ और बर्तनों को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश में माटी कला बोर्ड का गठन किया है. जिसका काम मिट्टी से कुल्हड़ और बर्तन बनाने वाले समाज को मिट्टी के पट्टे आवंटन कराके इस उद्योग को आगे बढ़ाना और इससे अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना हैं.

उत्तर प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को आगे बढ़ाने के लिए शुक्रवार को जिला कलेक्टेट्र सभागार गौतमबुद्धनगर में उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने एक मीटिंग का आयोजन किया. जिसमें उन्होनें मिट्टी से बने बर्तनों, सजावट के समानों, पॉलीथीन के इस्तेमाल से बचने, बाजार में घरों से थैला ले जाने और धरती को प्लास्टिक प्रदूषण से बचाने की लोगों से अपील की.

इस दौरान उन्होनें मिट्टी से बर्तन बनाने वाले लोगों को जमीन के पट्टे आंवटित कराने के निर्देश वहां मौजूद अधिकारियों को दिए. साथ ही उन्होनें अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए कि वो गांवो में जाकर लोगों की शिकायतों को सुनने और उसका जल्द से जल्द निपटारा करें. माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि आने वाली 2 अक्तूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पॉलीथीन के खिलाफ एक नए अभियान की शुरूआत करने वाले है. इसके लिए उन्होनें वहां मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो पॉलीथीन का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें.

इस मीटिंग में ग्रामीणों द्वारा बनाए जा रहे मिट्ठी के बर्तनों को बढ़ावा देने के लिए वो अपने साथ कुछ मिट्ठी के बर्तन भी लेकर आए थे. जिसे उन्होनें वहां मौजूद अधिकारियों को दिखाया और बताया कि आज के समय में हर चीज मिट्ठी के द्वारा बनाई जा सकती है. मिट्ठी के बर्तन ना सिर्फ दिखने में बेहद सुंदर होते है बल्कि इसके कई फायदे होते है. उन्होनें बताया कि मिट्ठी के बने बर्तनों का इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है.

धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि जिन चीजों का अभी हम इस्तेमाल कर रहे है वो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होती है. इसकी वजह से आजकल  लोग ज्यादातर बीमारियों का शिकार होते है, जबकि अगर हम मिट्ठी के बने बर्तनों का इस्तेमाल करते है तो ये हमारे स्वास्थ्य को बहुत फायदा पहुंचाते है, मिट्ठी में कई तरह के पोषक तत्व होते है जिसका इस्तेमाल करके हम कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं. मिट्ठी से बने बर्तनों का इस्तेमाल करने के लिए और जिला कलेक्ट्रेट के अधिकारियों को लोगों को जागरूक करने के निर्देश भी दिए. योगी सरकार की इस योजना से उम्मीद जताई जा रही है कि इससे रोजगार के अवसर पैदा होगे. इसके अलावा लोग मिट्ठी से बने सामानों का आनंद जल्द ही उठा पाएंगें.

जिला ग्रामोद्योग अधिकारी –  “पवन यादव” से EXCLUSIVE बातचीत

इस मींटिग के दौरान जिला ग्रामोद्योग अधिकारी पवन यादव ने बताया कि हमारा विभाग ग्रामीण क्षेत्र से सम्बंधित है। हमारे विभाग मे दो योजनाए चलाई जाती है । प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम और मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजागार योजना । PMEGP के अंतर्गत १ से २५ लाख तक ऋण की सुविधा है । उद्यमी को ये लोन केंद्र सरकार द्वारा दिया जाता है। ग्रामद्योग योजना मे १ से १० लाख तक की ऋण की सुविधा है । इसके अलावा इस योजना मे ब्यूटी पार्लर , सिलाई – कड़ाई जैसी शैली के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। ये ट्रेनिंग १ हफ्ते से १० हफ्ते तक की होती है।

माटी कला बोर्ड जानकारी – इस सुविधा का लाभ उठाने क लिए उन्होंने बताया उद्यमी को विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है । जिसकी सारी जानकारी विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है । आवेदन मिलने के बाद उद्यमी का इंटरव्यू होगा जिसमे उससे लोन को लेकर विभिन्न प्रकार के सवाल पूछे जायगे । उसके बाद उसका लोन पास किआ जायगा । ग्रामोदय योजना मे ३५ % सब्सिडी दी जायगी और दूसरी योजना मे ३५ % सब्सिडी के साथ साथ ३ साल तक उद्यमी को कोई ब्याज नहीं देना होगा ।

और पढ़ें: How to meet Yogi Adityanath : जानिए कैसे कर सकते हैं उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात

जब भी शरीर के किसी हिस्से की नस पर नस चढ़े तो करें इन में से कोई एक काम, तुरंत मिलेगी...

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नस चढ़े तो क्या करें – आज के समय में ज्यादातर लोगों की जीवनशैली बदल चुकी है जिसका सबसे ज्यादा असर उनके खाने-पीने के बदलावों पर नजर आता है. जिस वजह से तरह-तरह की बीमारियां हमें अपना शिकार बना कब शुरू कर देती हैं पता ही नहीं चलता है. कई बार तो हाथ और पैर या फिर शरीर के किसी भी भाग में अचानक से नस पर नस चढ़ जाती है, जिसमें एक अलग सा ही दर्द महसूस होता है.

बहुत बार तो ये दर्द, असहनीय दर्द का रूप ले लेता है. ऐसे में क्या करना चाहिए इसका भी पता नहीं चल पाता है और हम बस उस दर्द को सहते ही हैं, जो कुछ देर में ठिक तो हो जाता है लेकिन उससे राहत नहीं मिल पाती है. इसलिए आज हम आपके लिए ऐसे उपाय लेकर आए हैं, जिससे आपको इस समस्या से तुरंत राहत मिलने में मदद मिलेगी, तो आइए आपको उन उपायों के बारे में बताते हैं…

बर्फ से सिकाई

अगर आपके पैर, हाथ या फिर शरीर के किसी हिस्से में नस पर नस चढ़ी हो तो ऐसेमें अगर आप उस जगह की सिकाई बर्फ से करेंगे तो आपको कुछ ही देर में राहत मिल जाएगी. इसके लिए आपको एक सूती कपड़े में बर्फ का एक क्यूब बांधकर सेकना होगा.

नाखून

अगर आपके अचानक से नस पर नस चढ़ जाए तो आप अपनी उसी तरह की हाथ की ऊंगली के नाखून और त्वचा के बीच के हिस्से को दबाएं और कुछ देर तक इस तरह से करने पर आपको राहत मिलेगी और आपकी नस उतर जाएगी.

कान का पॉइंट – नस चढ़े तो क्या करें

शरीर के जिस हिस्से पर नस चढ़ी हो उसके विपरीत हिस्से के कान के निचले जोड़ पर ऊंगली से 10 सेकेंड तक दबाकर रखें और फिर ऊंगली को धीरे-धीरे ऊपर-नीचे करें, इस तरह से करने पर आप तनाव मुक्त होते हैं और नस पर नस चढ़ी भी उतर जाएगी.

स्ट्रेचिंग

जिसे हिस्से पर आपकी नस पर नस चढ़ जाए उसी हिस्से को स्ट्रेच करें. ऐसा करने से आपके मांसपेशियों पर खिचाव पढ़ेगा और आपकी ये समस्या ठिक हो जाएगी, लेकिन आप इस बात का ध्यान रखें कि आपको उस हिस्से को ज्यादा जोर लगाकर स्ट्रेचिंग नहीं करना है.

और पढ़ें: स्वेच्छा से चोट पहुंचाने पर कौन सी धारा लगती है और क्या है इससे बचने का प्रावधान

राष्ट्रीय खेल दिवस: आज हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का है 114वां जन्मदिन, जानिए इनसे ...

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Facts about Major Dhyanchand in Hindi – देश के राष्ट्रीय खेल हॉकी के जादूगर कहलाए जाने वाले मेजर ध्यानचंद का आज 114वां जन्मदिन है. इनका जन्म 29 अगस्त, 1905 में इलाहाबाद में हुआ था. खेल की दुनिया में इन्हें ‘दद्दा’ कहकर पुकारते हैं. इनके जन्मदिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इसी दिन सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न, ध्यानचंद पुरस्कार,अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार आदि दिए जाते हैं. वहीं इस साल खेल रत्न पुरस्कार पहलवान बजरंग पूनिया और पैरा ऐथलीट दीपा मलिक को दिया जाएगा. आज हम आपको दद्दा के जन्मदिन के अवसर पर इनसे जुड़ी कुछ अहम बताते बताने जा रहे हैं, तो आइए जानते हैं…

Facts about Major Dhyanchand

  • दद्दा यानि ध्यानचंद जब केवल 16 साल के थे, तब वो भारतीय सेना के साथ जुड़ गए. उसके बाद ही वो हॉकी में अपनी किस्मत अजमाने गए. हॉकी में उनका इतना जुनून था कि वो बहुत प्रैक्टिस किया करते थे. इतना ही नहीं वो हॉकी का अभ्यास चांद निकलने तक करते रहते, जिस वजह से उनके साथियों ने उन्हें ‘चांद’ कहने लगे थे.
  • साल 1928 एम्सटर्डम ओलिंपिक गेम्स में ध्यानचंद भारत की तरफ से सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी रहे थे. उस दौरान उन्होंने 14 गोल किए, जिसके बाद एक अखबार ने लिखा था कि  ‘ये हॉकी नहीं बल्कि जादू था, ध्यानचंद हॉकी के जादूगर हैं.’
  • साल 1932 में भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका के ओलिंपिक फाइनल में 24-1 से अमेरिका को हराया था. उस दौरान ध्यानचंद ने 8 गोल बनाए थे और उनके भाई रूप सिंह ने दस गोल. इतना ही नहीं भारत की ओर से उस टूर्नमेंट में 35 गोलों में से 25 गोल तो इन दो भाइयों ने ही बना डाले थे. जिसके चलते इस 86 साल पुराना रेकॉर्ड को भारतीय हॉकी टीम ने साल 2018 में इंडोनेशिया में खेले गए एशियाई खेलों में भारत ने हॉन्ग कॉन्ग को 26-0 से मात देकर तोड़ा था.
  • आपको बता दें कि विएना के एक स्पोर्ट्स क्लब में ध्यानचंद की मूर्ती लगी हुई है, जिसमें उनके हाथों में हॉकी स्टिक हैं. जो इस बात की ओर इशारा करती हैं कि उनके उनकी स्टिक में कितना ज्यादा जादू था.
  • आप ध्यानचंद की महानता का अंदाजा इसी से लगाया सकते है कि वो दूसरे खिलाड़ियों की तुलना में कितना ज्यादा गोल कर लेते हैं. जिसके चलते उनकी हॉकी स्टिक तक को तोड़ कर जांचा गया था. नीदरलैंड्स में उनकी हॉकी स्टिक तोड़कर इस बात की जांच की गई कि कहीं इसमें चुंबक तो नहीं लगी हुई है.
  • साल 1928, 1932 और 1936 में ध्यानचंद ने ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया. इन तीनों ही सालों में भारत ने लैंड मेडल जीता.
  • साल 2002 में उनके सम्मान के तौर पर भारत सरकार ने दिल्ली में नैशनल स्टेडियम का नाम ध्यान चंद नैशनल स्टेडियम किया.

स्किन कैंसर होने से पहले दिखते हैं ये लक्षण, तुरंत अपनाए ये घरेलू नुस्खा

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स्किन कैंसर के लक्षण – आज के समय में स्किन कैंसर की समस्या तो लोगों में इतनी तेजी से बढ़ने लगी है कि मानों बारिश में भिगने से बुखार हो जाना, जब व्यक्ति के त्वचा की कोशिकाए असामान्य तरीके से विकसित होना भी स्किन कैंसर होता है. इसके अलावा शरीर के जो भाग सीधे सूर्य की किरणों से संपर्क में आते हैं, उसकी त्वचा पर भी स्किन कैंसर होने का ज्यादा खतरा रहता है.

वहीं अगर इस समस्या का ठिक समय पर इलाज नहीं किया गया तो ये स्किन कैंसर जानलेवा बीमारी का रूप ले सकती है. आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी स्किन की समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं….

सबसे पहले तो आपको स्किन कैंसर के लक्षणों के बारे में बता देते हैं. गर्दन, माथे, गाल और आंखों के आसपास अगर आपको जलन होना, धूप में खुजली होना, कई हफ्तों तक स्किन पर धब्बे पड़े रहना ये सभी स्किन कैंसर के लक्षण होते हैं. तो आइए अब आपको इसके बचावों के बारे में बताते हैं..

हल्दी

हल्दी हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती है. खाना बनाते इसमें समय हमेशा हल्दी का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इसमें करक्यूमिन तत्व मौजूद होते हैं, जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को समाप्त करने में मददगार साबित होती है. हल्दी का असर सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर, पेट के कैंसर और त्वचा कैंसर पर होता है.

नारियल तेल – स्किन कैंसर के लक्षण

नारियल तेल को त्वचा से संबंधित समस्या से निजात दिलवाने में प्रयोग में लाया जाता है. इसलिए अगर आप रोजाना खाली पेट एक चम्मच नारियल तेल का सेवन करेंगे तो लॉरिक एसिड कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने में मददगार होता है.

काली रसभरी

स्किन कैंसर रोकने में काली रसभरी के बीज को बहुत सहायक माना जाता है. इसलिए अगर आप रोजाना इसके बीज का सेवन करेंगे तो ये आपको स्किन कैंसर से बचा सकता है. साथ ही इसका बीज इम्यूनिटी को बढ़ाने में मददगार साबित होता हैं.

बैंगन – स्किन कैंसर के लक्षण

बैंगन का सेवन करने से स्किन कैंसर से जुड़ी हर समस्या खत्म हो जाती है. इसलिए हो सके तो हफ्ते में दो से तीन बार बैंगन जरूर खाएं. इसके अलावा टमाटर और शिमला मिर्च का सेवन करने से भी स्किन कैंसर में लाभ होता है.

एप्पल साइडर विनेगर

दोस्तों क्या आप जानते है की एप्पल साइडर विनेगर शरीर को एसिटेट बनता है. इसमें एसिटिक एसिड होता है. अगर आप एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को एक गिलास पानी में मिलाकर पीते है तो इससे भी स्किन की प्रॉब्लम नहीं होगी.

और पढ़ें: पानी पीते ही तुरंत पेशाब आए तो क्या करें ?

इन घरेलू नुस्खों से चुटकी में ठीक हो जाएगा आपका वायरल फीवर, जानिए…

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Home remedies for Viral Fever – मौसम में होने वाले बदलाव के वजह से व्यक्ति को कोई न कोई बीमारी अपना शिकार बना ही लेती है, जिनमें से एक है वायरल फीवर जो काफी तेजी से लोगों को अपने गिरफ्त में लेता है. जिसके चलते सिर में दर्द, उल्टी, गले में दर्द, तेज बुखार और अन्य तरह की बीमारियां लग जाती हैं. ये वायरल फीवर कम से कम पांच से आठ दिन तक रहता है, ये आसानी से जाने का नाम नहीं लेता है. वहीं आज हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे लेकर आए हैं, जिनकी मदद से शरीर वायरल फीवर से लड़ पाता है और वायरल फीवर से बच जाता है. तो आइए आपको बताते हैं…

1. तुलसी

तुलसी की पत्तियों में एंटीबायोटिक गुण पाया जाता है। जिससे वायरल फीवर को रोकने में मदद मिलती है। आप तुलसी की पत्तियों को पानी में उबाल लें और उसे छान लें। गुनगुना होने पर इस पानी को पिएं। आपको आराम मिलेगा।

2. अदरक

अदरक सर्दी-जुकाम को दूर करने में सहायक होता है। आप अदरक का पेस्ट बना लें और इसमें थोड़ा शहद डालें। फिर इसका सेवन करें, चाहें तो आप अदरक को पका कर भी खा सकते हैं।

3. दालचीनी

इसे खाने से गले के दर्द, खांसी और सर्दी-जुकाम में राहत मिलती है। आप एक कप पानी में एक छोटी चम्मच दाल चीनी पाउडर मिला लें। इस पानी को उबाल लें, फिर इसे छान लें। गुनगुना होने पर इस पानी को पी लें।

हल्दी और अदरक का करें सेवन

हल्दी और अदरक का एक साथ सेवन करने से आपके शरीर को बुखार से लड़ने में मदद मिलती है. इसके लिए आपको एक सूखा अदरक लेना है और उसका पाउडर तैयार कर लें, उसके बाद इसमें थोड़ी सी हल्दी और चीनी मिला दें. इसके बाद इस मिश्रण का सेवन रोजाना हल्के गर्म पानी से करें, ऐसा करने से आपको वायरल फीवर नहीं होगा. इसके अलावा आपका बुखार भी ठिक हो जाएगा.

तुलसी वाली चाय पीएं

Home remedies for Viral Fever – ये तो आप जानते ही होंगें कि तुलसी के पत्तों में एटीबायोटिक गुण होते हैं जो वायरस को खत्म करने में मददगार होते हैं. इसके अलावा चाय भी व्यक्ति को तरोताजा बनाए रखने में मददगार साबित है. वहीं अगर आप तुलसी वाली चाय पीएंगे तो आपके शरीर को कई तरह से लाभ होता है. इसके लिए आप दिन में एक बार जरूर तुलसी वाली चाय का सेवन जरूर करें. वहीं वायरल फीवर होने पर दिन में 2 बार इसका सेवन करें.

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