अंबेडकर के निधन को उनके फोल्लोवेर्स ने हत्या बताया था. जिनके लिए उन्होंने अंबेडकर की दूसरी पत्नी सविता अंबेडकर को जिम्मेदार ठहराया था. अंबेडकरवादियों ने इल्ज़ाम लगाया कि उनके नेता की हत्या में उनकी दूसरी पत्नी का था. जिनकी शादी से ना केवल अंबेडकर के परिवार वाले बल्कि उनके बहुत से फोल्लोवेर्स भी नाराज हो गए थे. क्यों कि अंबेडकर जिन ब्राह्मणों का विरोध हमेशा करते रहे, उसी जाति की लडकी से विवाह क्यों किया ? इस लेख से आज हम आपको इस घटना की पूरी जानकारी देंगे. कि अंबेडकर की मृत्यु के दिन क्या हुआ था ? उसकी मृत्यु के बाद सविता अंबेडकर को क्या झेलना पड़ा ?
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अम्बेडकर के निधन वाली रात
अंबेडकर की मृत्यु 6 दिसंबर 1956 को हार्ट अटैक से हुई थी. अंबेडकर के मृत्यु के दिन उनकी दूसरी पत्नी सविता अंबेडकर उनके साथ दिल्ली में थीं. हम आपको बता दे कि उसे एक दिन पहले अंबेडकर बिलकुल ठीक थे, उन्होंने हर दिन की तरह ही आपना दिन बिताया था. फिर उनका सिरदर्द होने लगा, उन्होंने अपने सहायक से सिर दबवाया. जिसके बाद वह खाना कहा कर, सोने से पहले पसंदीदा गीत सुने, सोते समय किताब पढ़ी.लेकिन अगले दिन सुबह बिल्कुल अलग थी, अंबेडकर सुबह बिस्तर पर मृत मिले. इस बात का किसी को कोई अंदाजा नहीं है कि अंबेडकर को हार्ट अटैक उस रात को आया या सुबह…
जिस समय अम्बेडकर का निधन हुआ था तो पंडित जवाहरलाल प्रधानमंत्री थे, जब अंबेडकरवादियों ने आरोप लगाया कि उनके नेता की हत्या में उनकी दूसरी पत्नी की है जिसके बाद अम्बेडकर के मृत्यु की जाँच करने के लिए एक कमेटी भी तैयार की गई थी. जिन्होंने पता लगाया था कि अम्बेडकर की मृत्यु हार्ट अटैक से ही हुई थी, उसमे किसी का कोई हाथ नहीं था. लेकिन कुछ अंबेडकरवादियों को फिर भी उसकी पत्नी पर ही शक था. जिसके चलते अंबेडकर के निधन के बाद उसकी पत्नी सविता अंबेडकर को बहुत सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था. अंबेडकरवादियों के अग्रोष का सामना करना पड़ा था.
हम आपको बता दे कि सविता अंबेडकर का जन्म महाराष्ट्र के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था, जो पेशे से डॉक्टर थी. सविता अंबेडकर बाबा साहबे की दूसरी पत्नी थी, जब बाबा साहबे और सविता अंबेडकर ने शादी की थी तो अंबेडकर के परिवार वाले और उनके फोल्लोवेर्स को यह बात पसंद नहीं आई थी क्यों कि जिस जाति का विरोध अंबेडकर ने पूरी जिन्दगी किया था, उसी जाति की लडकी से शादी क्यों की. जिसके चलते बाबा साहेब के निधन के बाद इनकी पत्नी को अंबेडकरवादियों के गुस्से का सामना करना पड़ा था.
लेकिन यह सारी बातें बस सुनी सुनाई था, बाबा साहेब का निधन हार्ट अटैक से हुआ था, उनकी मृत्यु की जाँच के लिए एक कमेटी भी बनाई गयी थी, जिन्होंने यह बात कन्फर्म की थी. बाबा साहेब अपनी पत्नी से बहुत प्यार करते थे, दोनों के सम्बंध काफी अच्छे और गहरे थे. सविता ने अंबेडकर के लिए बहुत कुछ किया है. जब वह बीमार थे तो बीएस सविता ही थी जिन्होंने उनकी देख भाल की थी.
हम आपको बता दे कि सविता ने बाबा साहेब से शादी के बाद उसके आंदोलनों में भाग लिया था. वह एक अच्छी पत्नी थी. सविता ने बाबा साहबे के साथ बौद्ध धर्म भी अपना लिया था. बाबा साहेब ने आपनी एक किताब “द बुद्धा एंड हिज धम्मा” मे लिखा है कि ‘एक महिला ने मेरी जीवन के 10 साथ बड़ा दिए’, वह महिला कोई ओर बल्कि उनकी पत्नी सविता है, जिन्होंने बीमारी के समय बाबा साहेब का ध्यान रखा था. उनकी उम्र बढ़ा दी थी.
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