क्यों कि एक पंडित ने अपनी ही बहन से शादी ? कहा गया इतिहास से इस कश्मीरी पंडित का नाम ? क्यों राजा दाहिर ने अपनी दो बेटियों को खलीफा के पास भेजा था ? आखिर कौन है ये आख़िरी कश्मीरी पंडित जिसने की है सिंध पर हुकूमत?
हम आपको बात दे कि राजा दाहिर जो सिंध के अंतिम पंडित राजा थे, जो एक ब्राह्मणवादी राजा थे. जब अरबों ने सर्वप्रथम सिंध पर आक्रमण किया था तो राजा दाहिरने उन्हें रोका और उनका सामना किया था, जिसक बाद कुछ साल तक दाहिर ने सिंध पर शासन किया. जिससे बाद में मोहमद बिन कासिम ने उन्हें हर दिया था. इतिहास में बहुत सारी ऐसी बातें भी कही जाती है. जिससे कि राजा दाहिर के ब्राह्मणवाद पर सवाल उठाए जाते है. एक ब्राह्मण होकर अपनी ही बहन से शादी करना ? कहा जाता है कि असली ब्राहमण तो अभी सगी बहन तो दूर की बात है अपनी बुआ मामा की लडकी से भी शादी को जायज नहीं मानता है… आज इस लेख से हम आपको राजा दाहिर के जीवन के कुछ ऐसे पहलुओं से रूबरू कराएंगे, जिनसे आप वाखिफ नहीं होंगे.
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राजा दाहिर ने की अपनी ही बहन से शादी
‘चचनामा’ जो की चचवंश के इतिहास की एक पुस्तक है. के अनुसार राजा दाहिर ज्योतिषों की बातों को बहुत ज्यादा मानते थे. राजा दाहिर ने जब अपनी बहन की शादी के बारे में ज्योतिष से पुछा तो उन्होंने बताया कि जो भी इस लडकी से शादी करेगा वो सिंध का राजा बनेगा. राजा बने की चाह में राजा दाहिर ने अपनी ही बहन से शादी करली थी. इतिहासकारों के अनुसार शारीरिक संबध छोड़कर और शादी कि सारी रस्में निभाई गई थी.
जीएम सैयद के अनुसार यह बात एक दम झूठ है, उनका मानना है कि ब्राह्मणों में अपनी सगी बहन से शादी करना तो दूर की बात है, अपनी बुआ मामा की लडकी से भी शादी करना नाजायज माना जाता है. उनके हिस्सा से राजा दाहिर ने अपनी बहन को किसी छोटे घर में ब्याहने की जगह घर में रखना स्वीकार कर लिया होगा. उस समय ब्राह्मण जातिवाद को लेकर काफी गंभीर थे, जिसके चलते उन्होंने किसी छोटी जाति में अपनी बहन की शादी करने से अच्छा घर में रख लिया होगा.
राजा दाहिर की बेटियों ने लिया अपने पिता का बदला
मोहमद बिना कासिम राजा दाहिर की बेटियों को उठा कर अपने पास ले गया था, जिसके बाद उसने दोनों लडकियों को ख़लीफ़ा बिन अब्दुल मलिक के पास भेजा. खलीफा ने एक दिन आराम करके दोनो बेटियों को अपने हरम में बुलाया. एक नौकर से पता करने को बोला कि पता करके बताओ दोनों में से कौन सी बड़ी बेटी है. बड़ी बेटी ने अपन अनाम बताया और अपना बुरखा हटाया. राजा दाहिर की बेटियों की खूबसूरती देखकर खलीफा मोहित हो गया. और बड़ी लडकी का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खीचा तो लडकी ने अपना हाथ छुडवा लिया और बताया कि यहा आने से पहले मोहमद बिना कासिम ने हमे अपनी पास 5 रात रखा था. यह सुनकर खलीफा गुस्सा हो गए और मोहमद बिना कासिम को संदूक में भरकर लाने का आदेश दिया, जब यह आदेश दिया तो मोहमद बिना कासिम काफी दूर थे, वहां से दरबार में पेश करने तक मोहमद बिना कासिम दम घुट कर मर गए थे, ऐसे राजा दाहिर की बेटियों ने मोहमद बिना कासिम से अपने पिता का बदला लिया था.
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