Chanakya Niti Hindi आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में कुछ ऐसे सवालों के बारे में भी लिखा है. जो सवाल अगर हम खुद से पूछे तो हमारे जीवन का उद्धार हो सकता है. चाणक्य ने अपनी किताब में उन सवालों को इसीलिए लिखा है ताकि हम उसे पढ़ कर अपने जीवन में अपनाये. जिन्हें यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में अपनाये तो उसके जीवन में कभी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. चाणक्य ने अपनी किताब में इसी परिस्थितियों के बारे में भी लिखा है, जो हमेशा इंसान के जीवन में होती रहती है. आचार्य चाणक्य के अनुसार खुद से सवाल करना बहुत जरूरी होता है, ताकि हमे पता रहे कि हम किस स्तर पर खड़े है. खुद से सवाल करने से खुद की गलतिय खुद पकड कर उन्हें सुधार सकते है.
दोस्तों, आईये आज हम आपके लिए आचार्य चाणक्य द्वारा जी गयी ऐसी नीति के बारे में बात करेंगे कि जिसे आप खुद की कमियों को खुद जान पाएंगे.
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खुद से करें ये सवाल – Chanakya Niti Hindi
आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में कुछ ऐसे सवालों के बारे में भी लिखा है. जिसे आप खुद की कमियों को खुद जान पाएंगे. और अपनी कमियों को खुद जाकर उन्हें दूर कर लेना चाहिए. वह सवाल निम्नलिखित है.
- आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में लिखा है कि इंसान को उस जगह के बारे में सोचना चाहिए, जिस जगह वह रहता है, खुद से सवाल करना चाहिए कि वह जिस जगह रह रहा है वह कैसी जगह है, क्या वह जगह उसके लिए सही है?
- आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में लिखा है कि इंसान को उसकी कमाई के बारे में भी सोचना चाहिए, कि वह कितनी कमाई करते है और साथ ही उसकी कमाई के हिस्सा से उसका खर्चा क्या है?
- आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में लिखा है कि इंसान को खुद से पूछना चाहिए कि वह कौन है? उसकी शक्ति क्या है ? अगर इंसान खुद से ये सवाल पूछे से इंसान को खुद की ताकत का पता चल सकता है.
- आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में लिखा है कि इंसान को खुद से पूछना चाहिए कि जिससे वह अपना दोस्त कहता है क्या वह सही में उसका दोस्त है ?
- आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में लिखा है कि इंसान को खुद से पूछना चाहिए कि जैसी जिन्दगी वो जी रहा है क्या उसने ऐसी ही जिन्दगी सोची थी ?
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