आचार्य चाणक्य नीतियों के माहिर थे, वे अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ भी थे. उन्होंने अपनी किताब चाणक्य नीति में ऐसी नीतियों के बारे में लिखा है जिन्हें अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन अपनाता है तो वह व्यक्ति कभी भी मार नहीं खा सकता. उसकी जीवन की आधी समस्याओं का निपटारा हो जाता है. व्यक्ति के जीवन में आने वाले उतार चढ़ाव के बारे में चाणक्य ने गहन अध्यन किया और बहुत सी बातें लिखी है. हमारे जीवन की स्थितियों को समझ कर उन पर काम करने के लिए चाणक्य नीति बहुत मददगार साहिब हुई है. जिस भी इंसान ने चाणक्य नीति को अपनाया है, वह व्यक्ति हमेशा अपने जीवन से खुश रहा है.
दोस्तों, आईये आज हम आपको चाणक्य नीति के बारे में बताएंगे, जिससे अगर आप अपने जीवन में अपनाते है तो आपको बहुत फायदा होगा. चाणक्य नीति के अनुसार काम पूरा होने से पहले दूसरों से अपनी योजनाओं का खुलासा नहीं करना चाहिए.
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मन में सोचे गए काम दूसरो को न बताएं
चाणक्य नीति के अनुसार मन में सोच गए कामों को दूसरो के आगे कभी नहीं बताना चाहिए, ऐसा करने से आपको उस काम में असफलता मिल सकती है. आपका सबसे अच्छा दोस्त और साथी आप खुद होते हो. हमे जो काम करना है उसे गुप्त रखना चाहिए, जिससे हमे सफलता मिलने की सम्भावना बढ़ जाती है. हिन्दू धर्म के वेदों में लिखा है कि चिंतन मनन, ध्यान केन्द्रित और गुप्त रखने से सफलता मिल ही जाती है.
समय की मांग
चाणक्य के अनुसार घर की लक्ष्मी हमारी बिटिया को अच्छे घर बार देख कर उसे ब्याह देना चाहिए, इसके साथ अपने प्यारे दोस्तों को भी अच्छे कामों में लगा देना चाहिए. पुत्र को शिक्षा के कार्यो में लगा देना चाहिए, जिससे आपके कुल का उधर हो सके. यही समय की मांग है और यही व्यवहारिकता भी है. चाणक्य के अनुसार इंसान को व्यवहारिकता वाले काम करने चाहिए. जैसे अपने परिवार के सभी लोगो को उनके हिसाब के कामों में लगा देना चाहिए. जिससे आपके परिवार में सुख शांति बनी रहती है.
चाणक्य के अनुसार हमारा व्यवहार दूसरो से अलग और खुद से अलग होना चाहिए, जिससे हमारे अंदर के राज कोई न जान सके. जब हम हमारे काम से पहले किसी को बता देते है कि हम यह करने वाले है, तो उस काम के होने कि सम्भावना कम हो जाती है. चाणक्य नीति के अनुसार काम होने से पहले हमे किसीको नहीं बताना चाहिए.