IRS officer Amanpreet Kaur: जब-जब महिलाएं समानता की बात करती है, तो हमारे देश में उन्हें कम आंका जाता है, कभी शारीरिक तौर पर तो कभी आर्थिक तौर पर, उन्हें बहुत बार सुनने को मिलता है कि कमा कर तो पुरुष ही ला रहे है, तुम बस घर ही तो रहती हो…. लेकिन वहीं कोई महिला सामाजिक बेड़ियों को तोड़ कर अपने लिए कुछ करती है, घर से बाहर कमाने जाती है तो भी उसे सुनने को मिलता है कि कितना ही कमा लेगी… घर वालों को सम्भालेंगी या काम करेगी… आज भी देर रात बाहर काम करने वाली औरतों को हमारे समाज में सम्मान से नहीं देखा जाता है. उनके चरित्र पर सवाल उठाए जाते है. उनके काम पर शक किया जाता है.
हमारे देश ने आज कितनी भी तरक्की कर ली हो, लेकिन पितृसत्ता सोच हमारे समाज को छोडती ही नहीं है. कोई भी औरत अपने जीवन में कितना भी बड़ा मुकाम हासिल करले.. अगर वो घर और काम दोनों संभाल रही है, तो उनसे भी कई तरह की बातें सुनने को मिलती है. कि घर को संभालेगी या काम को ? कुछ फेक फेमिनिस्ट के हिसाब से अगर कोई काम करने वाली महिला घर संभाल रही है, तो उसके साथ गलत हो रहा है. कुछ लोगों को समझने की जरूरत है कि चॉइस नाम की भी कोई चीज़ होती है. आज हम आपको एक ऐसी ही IRS अधिकारी के बारे में बताएंगे, जिन्हों समाज की तिक्खी बातों का सामना करते हुए. अपना जीवन अपनी शर्तो और अपने हिसाब से दिया है. आईये आज हम आपको 2010 के बैच की IRS अधिकार के बारे में बतायेंगे, जिन्होंने अपना जीवन अपनी शर्तो और अपने हिसाब से दिया है. और अपने देश के प्रति समर्पित भाव भी रखे.
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अमनप्रीत कौर का IRS अफसर बनाने का सफर
अमनप्रीत कौर का जन्म लुधियाना (IRS officer Amanpreet Kaur Birth Place) के एक सेवा वर्ग परिवार में हुआ. इनके माता-पिता काफी प्रगतिशील सोच के थे, जिसके चलते इनकी पढाई रुकवाई नहीं गयी. अमनप्रीत कौर ही बचपन से ही पढाई में अच्छी थी, इसीलिए इन्होने UPSC की तैयारी करनी शुरू की थी, जिसमे इनके परिवार ने भी इनका बहुत साथ दिया. यह 2010 के बैच की IRS अधिकारी है, इसे पहले इन्होने 2 बार पहले भी UPSC की परीक्षा दी थी, जिसमे यह असफल रही. हर माध्यमिक परिवार की लडकी के ऊपर शादी का दबाव डाला जाता था वैसे ही अमनप्रीत कौर जी पर भी डाला गया था. जब अमनप्रीत कौर upsc में दो बार असफल हो गयी थी, तो जिसके चलते इनके रिश्तेदारों द्वारा कहा जाता था कि लडकी 25 साल की हो गयी है, इसकी शादी करदो… लेकिन अमनप्रीत कौर के परिवार ने इनका साथ दिया और इनकी पढाई पर कोई असर नहीं पड़ने दिया.
ऐसा नहीं है कि इनको सफलता मिलने के बाद समाज की बातें बंध हो गयी थी, जब 2010 में इनकी UPSC क्लियर हो गयी थी. उसके बाद भी इनको सुनने को मिलता था, कि इतने बड़े पद पर नौकरी करेगी तो शादी के लिए लड़का कैसे मिलेगा. यह प्रोफ़ेशन लडकियों के लिए ठीक नहीं है. घर संभालेगी या काम करेगी.
IRS अफसर अमनप्रीत कौर का अपने काम को लेकर समर्पण
IRS अफसर अमनप्रीत कौर का अफसर बनने का सफर काफी मुश्किल रहा है. लेकिन इन्होने अफसर बनाने के बाद अपने काम के प्रति जो समर्पण दिखाया है. वो तारीफ़ ए काबिल है. अमनप्रीत कौर जी ने घर और काम के बीच काफी अच्छा बलेंस बनाएं रखा है. इनकी गिनती देश की उन महिलाओं में होती है जो घर के साथ काम भी करती है. इसके साथ ही उन्होंने कोविड के समय कई ऐसे काम किए, जिससे समाज का भला हो सकते; जैसे कोविड के समय बहुत लोग गरीबो को खाना खिला रहे थे, सबकी मदद कर रहे थे. इन्होने भी अपने कामों से कोविड में योगदान दिया. जिसके लिए इन्हें 3 पुरस्कार भी मिले थे.
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