कई समय से मध्य प्रदेश के बागेश्वर सरकार धीरेंदर शास्त्री चर्चा में बने हुए हैं और उनकी ये चर्चा अंधविश्वास फैलने को लेकर है. जिसके बाद उनपर FIR दर्ज हुई और इस FIR की वजह से उनका नाम चर्चा में बना हुआ है. इसी बीच एक एक बाबा चर्चा में आए हैं और वो हैं कानपुर में करौली सरकार आश्रम के बाबा संतोष सिंह भदौरिया. करौली वाले बाबा नोएडा के डॉक्टर पर जानलेवा हमला करने की वजह से चर्चा में आए हैं लेकिन वो अपने जादू को लेकर भी खूब चर्चा में रहते हैं और अब सरकार से बाबा के कमाओ पर अंकुश लगाने की मांग कर रही है.
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जानिए कौन है बाबा भदौरिया
सबसे पहले बात बाबा संतोष सिंह भदौरिया की. (Baba Santosh Singh Bhadauria) बाबा भदौरिया मूल रूप से कानपुर का रहने वाले हैं और वर्ष 2003 से पहले शिव सेना पार्टी से जुड़ा हुए हैं साथ ही वो वर्ष 2010 तक किसान यूनियन से जुड़े रहे ओरिस दौरान खु बी चर्चा में आए. इसके बाद उन्होंने केरल से इलाज की एक थेरेपी सीखकर कानपुर के एक फ्लैट में लोगों के इलाज का क्लीनिक खोला और वर्ष 2012 में भदौरिया (Baba Santosh Singh Bhadauria) ने अपने दोनों बेटों लव और कुश के नाम पर करौली में लव-कुश आश्रम शुरू किया.
आश्रम को लेकर है खास मान्यता
इस आश्रम को लेकर मान्यता है कि यहां आने से बड़ी से बड़ी बीमारी ठीक जाती है. यहाँ पर हर वक़्त हजारों लोग हवन कर रहे होते हैं साथ ही लोग ओम नम: शिवाय, जय शिव के नारे भी लगाते हैं. तो वहीं हजारो की संख्या में बाबा से मिलने के लिए सुबह से लाइन में खड़े रहते हैं . यह आश्रम करीब 14 एकड़ में फैला हुआ है. यहां हर दिन 3500 से 5000 तक लोग आते हैं और अमावस्या वाले दिन यह तादाद 20 हजार तक पहुंच जाती है।
ऐसे बना ये 14 एकड़ का आश्रम
बाबा ने सबसे पहले शुरुआत एक छोटे से मंदिर से करी लेकिन देखते ही देखते यह आश्रम अब 14 एकड़ में फैल चुका है. यहां पर बाबा के दरबार में एंट्री के लिए 2600 रुपये फीस है की तो वहीं इलाज के नाम पर तंत्र साधना और अन्य क्रियाओं के लिए हजारों से लेकर लेकर 2 लाख रुपये तक के पैकेज हैं. बाबा अपने साथ हर वक्त सिक्योरिटी के बीच रहते हैं. वहीं कहा जाता है कि दरबार में अगर कोई व्यक्ति उसके चमत्कारों पर विरोध जताता है तो बाबा के समर्थक उसके साथ मारपीट करते हैं.
हर सुविधा से लैस है आश्रम
संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा आश्रम में हर सुविधा मिलेगी. इस आश्रम में फाइव स्टार होटल जैसी फैसिलिटी है. तो वहीं ATM मशीन भी है साथ यहाँ पर आइसक्रीम पार्लर की सुविधा भी मिलेगी. यहाँ पर कैंटीन भी है. इसी के साथ आश्रम के अंदर ही होटल और फ्लाइट रेलवे की बुकिंग के काउंटर लगे हुए हैं. वहीं पूजा की सामग्री खरीदने के लिए अलग-अलग काउंटर बने हैं.
क्या है मामला?
कानपुर में करौली सरकार आश्रम के बाबा संतोष सिंह भदौरिया के ऊपर नोएडा के डॉक्टर पर जानलेवा हमला करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. दरअसल, नोएडा में सेक्टर 27 में विनायक अस्पताल के डायरेक्टर सिद्धार्थ चौधरी (Dr. Siddharth Chowdhary) जो सेक्टर-48 में रहते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर बाबा (Baba Santosh Singh Bhadauria) के चमत्कारों के बारे में सुना था. इसके बाद वे अपने पिता डॉ वीएस चौधरी, मां रेनू चौधरी और पत्नी प्रियंका चौधरी के साथ 22 फरवरी 2023 को बाबा के आश्रम में गए थे. वहां पर उन्होंने 2600 रुपये फीस देकर बाबा के दरबार में प्रवेश किया. डॉक्टर के अनुसार, आश्रम में उनके सामने ऊंची कुर्सी पर बाबा भदौरिया (Baba Santosh Singh Bhadauria) बैठा था, जहां पर लोगों के शरीर से आत्मा निकालकर दिखाने का कथित चमत्कार दिखाया जा रहा था. उनके गुर्गों ने उनके सामने माइक रख दिया. ऐसा ही एक माइक बाबा के सामने भी रखा था. बाबा ने माइक पर फूंक मारते हुए कहा ‘ओम शिव बैलेंस’. इस पर डॉक्टर ने कहा कि बाबा आपके चमत्कार का मेरे ऊपर कोई असर नहीं हुआ. यह सुनने के बाद बाबा संतोष सिंह भदौरिया ने फिर माइक पर ओम शिव बैलेंस कहा लेकिन डॉक्टर सिद्धार्थ ने फिर से कोई असर होने से इनकार किया.
डॉक्टर ने किए बाबा को चैलेंज
डॉक्टर ने बाबा (Baba Santosh Singh Bhadauria) से कहा, ‘मैं देखना चाहता हूं कि आत्मा कैसे निकलती है. यह शो इस वक्त लाइव चल रहा है, लिहाजा मैं सबके सामने आपकी शक्तियां लाइव देखना चाहता हूं.’ इस पर भदौरिया भड़क गया और कहना लगा कि मुझे चैलेंज कर रहे हो. डॉक्टर सिद्धार्थ ने भी निर्भीकता के साथ कहा, ‘हां चैलेंज कर रहा हूं. इस पर बाबा ने कहा कि उनसे जाकर पूछो, जिनकी आत्मा निकली है.’ जब डॉक्टर सिद्धार्थ (Dr. Siddharth Chowdhary) ने चमत्कार दिखाने की मांग दोहराई तो बाबा भदौरिया (Baba Santosh Singh Bhadauria) ने अपने समर्थकों से कहकर उन्हें उठवा लिया और कमरे में बंद करवाकर लोहे की रॉड से पीटा. उन्हें बचाने के लिए मां-बाप और पत्नी आगे आए लेकिन समर्थकों ने उनके साथ भी हाथापाई कर दी. मारपीट के बाद उन्हें आश्रम से बाहर फिंकवा दिया गया. बाद में उन्होंने अस्पताल में इलाज करवाया, जहां पर उन्हें सिर में 10 टांके लगे.
1 महीने बाद दर्ज हुई FIR
वहीं इस घटना को लेकर डॉक्टर सिद्धार्थ (Dr. Siddharth Chowdhary) ने पुलिस के पास इस मामले कीऊ FIR दराज करवाने गये लेकिन उनका केस दर्ज नहीं हुआ. जहाँ वो फर्जी बाबा भदौरिया (Baba Santosh Singh Bhadauria) के खिलाफ केस दर्ज करवाने के लिए चौकी, थाने, एसीपी और डीसीपी से भी मुलाकात की लेकिन केस दर्ज नहीं हुआ लेकिन बाद में पुलिस कमिश्नर से मिलने पर घटना के एक महीने बाद अब जाकर भदौरिया और उसके साथियों पर जानलेवा हमले का केस दर्ज किया गया है.
घटना के बाद खुली बाबा की पोल
वहीं इस घटना के बाद बाबा भदौरिया के कई सारे विडियो सामने आये हैं बाबा भदौरिया की पोल खोल रहे हैं. हालांकि भदौरिया का दावा है कि सनातन धर्म को बदनाम करने के लिए उन पर गलत इल्जाम लगाए जा रहे हैं.
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