Manipur Violence: मणिपुर में हाल ही में हुई हिंसा के दौरान भीड़ ने भाजपा और कांग्रेस के दफ्तरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की। रविवार को भी हिंसक भीड़ ने इंफाल में भाजपा विधायक कोंगखाम रोबिंद्रो के पैतृक घर में तोड़फोड़ की। एक दिन पहले शनिवार को भी हिंसक भीड़ ने हिंसा की थी और कई विधायकों और मंत्रियों के घरों पर हमला किया था। इस दौरान सुरक्षा बलों की फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान 20 वर्षीय युवक के. अथौबा (K Athouba) के रूप में हुई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने मणिपुर के पांच जिलों- इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, जिरीबाम, कांगपोकपाई और बिष्णुपुर में फिर से AFSPA लगा दिया है और कुछ पुलिस थानों को ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित कर दिया है।
कांग्रेस और भाजपा के कार्यालयों को उपद्रवी भीड़ का हमला- Manipur Violence
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रविवार रात को जिरीबाम जिले के बाबूपुरा में कांग्रेस और भाजपा के कार्यालयों को उपद्रवी भीड़ ने लूट लिया और ध्वस्त कर दिया। गुस्साई भीड़ ने कार्यालय के सामान को हटा दिया और आग लगा दी। इसके बाद सुरक्षा अधिकारियों ने भीड़ को तितर-बितर करने और व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास में गोलियां चलाईं। इस समय अथौबा को गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया और अंततः उसकी मौत हो गई। जिरीबाम पुलिस स्टेशन और घटना स्थल के बीच की दूरी लगभग 500 मीटर थी।
सुरक्षा बलों ने हिंसा प्रभावित इलाकों में की नाकेबंदी
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अशांति से प्रभावित जिलों में सुरक्षा बलों द्वारा 107 चेकपॉइंट और सड़क अवरोध स्थापित किए गए हैं, जिनमें हाइलैंड और घाटी दोनों क्षेत्र शामिल हैं। पड़ोस को सुरक्षा बलों की मौजूदगी से लाभ मिल रहा है क्योंकि इन चेकपॉइंट पर किसी भी तरह के उल्लंघन के लिए किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
इस तलाशी अभियान के तहत सुरक्षाकर्मियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-2 (एनएच-2) पर आवश्यक वस्तुओं से लदे 456 वाहनों को सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ाया है। वाहनों के निरंतर और सुरक्षित आवागमन की गारंटी के लिए, संवेदनशील क्षेत्रों में कड़े सुरक्षा उपाय भी लागू किए गए हैं और संवेदनशील सड़कों पर सुरक्षा काफिले तैनात किए गए हैं।
6 लोगों के शव मिलने के बाद हिंसा भड़की
खबरों के मुताबिक, मणिपुर के जिरीबाम जिले (Manipur Jiribam Voilence) में तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव मिलने के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। जैसे ही यह खबर फैली, गुस्साई भीड़ ने जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने शनिवार को राज्य के छह विधायकों और तीन मंत्रियों के घरों पर हमला कर दिया।
दिल्ली में अमित शाह की बड़ी बैठक
हालांकि, रविवार को मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों को राज्य में शांति बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। खबरों के मुताबिक, गृह मंत्री ने अपनी चुनावी रैलियां रद्द कर दीं और महाराष्ट्र से लौटने के तुरंत बाद यह बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को इस बैठक के दौरान हरसंभव प्रयास करने के निर्देश दिए। सोमवार को शाह के उच्च अधिकारियों के साथ एक और महत्वपूर्ण बैठक करने की भी उम्मीद है।
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