बाल विवाह मामले में असम पुलिस ने किए 2000 से ज्यादा लोग गिरफ्तार
असम (Assam) में बाल विवाह (child marriage) मामले में अबतक 2100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) भुइयां ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि, “बाल विवाह के मामलों में गिरफ्तारी के आंकड़े बढ़ गए हैं. आज सुबह तक, पुलिस ने राज्य भर में 2,170 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था और ये सिलसिला अभी और आगे बढेगा.
DGP ने कांफ्रेंस में बताया पूरा मामला
असम पुलिस (Assam police) के महानिदेशक (डीजीपी) जीपी सिंह ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि राज्य भर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में बाल विवाह से संबंधित 4,074 मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में 52 पुजारी और काजी हैं जो बाल विवाह में शामिल थे. सबसे ज्यादा लोगों को धुबरी, बारपेटा, कोकराझार और विश्वनाथ जिलों से गिरफ्तार किया गया है. डीजीपी सिंह ने ये भी बताया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पुलिस को जांच करने का निर्देश दिया था क्योंकि उन्हें इनपुट मिला था कि राज्य में बाल विवाह बड़े पैमाने पर हो रहा है.
महीने पहले मुख्यमंत्री ने दी थी जानकारी
डीजीपी ने बताया की, ‘करीब दो महीने पहले मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा सरमा ने पुलिस को ये बताया था कि स्टेट की कई हिस्सों में बाल-विवाह बहुत तेज बढ़ रहा है और मामले की जांच का निर्देश दिया था. मुख्यमंत्री के सूचना और निर्देशों के बाद, सभी जिला एसपी को संबंधित गाँव रक्षा दलों, गांव बुरास, विभिन्न समुदायों के प्रमुखों और विभिन्न समुदायों के प्रमुख लोगों के संपर्क में रहने के लिए कहा गया था और उसके आधार पर हमने देखा है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाल विवाह बहुत धड़ल्ले से बढ़ रहा है.
POCSO और IPC की धाराओं के अंतर्गत ज्यादातर मामले
ज्यादातर मामले पॉक्सो अधिनियम और आईपीसी की धाराओं के विभिन्न प्रावधानों के तहत दर्ज किए गए हैं और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार लोगों को अदालत में पेश किया जाएगा. इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सूचित किया था कि आने वाले दिनों में राज्य में बाल विवाह के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी. इसी के साथ मामले में AIIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सरमा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, “जिनकी शादी हो चुकी है उन लड़कियों का आप क्या करेंगे?’ उन्होंने इस दौरान चिंता जाहिर की है कि उन लड़कियों का क्या होगा जिनकी शादी पहले ही हो गई है. उन्होंने कहा, ‘उनकी देखभाल कौन करेगा? आपने(असम सरकार) 4,000 मामलें दर्ज़ किए. क्या आप नए स्कूल क्यों नहीं खोल रहे हैं?