बागेश्वर धाम महाराज के विवादित बयान
आज शायद ही देश भर में ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो सोशल मीडिया पर एक्टिव न हो. अगर आप ट्विटर (Twiter), इंस्टाग्राम (instagram) या फेसबुक (facebook) का इस्तेमाल कर रहे हैं तो रील्स(Instagram reels ) और वीडियोज भी देखते ही होंगे. वहीं वीडियो में अपने बागेश्वर धामवाले बाबा (Bageshwar Dham) धीरेंद्र कृष्ण महाराज का भी वीडियो देखा होगा और उनसे प्रभावित भी हुए होंगे जो लोगों की समस्याओं का निवारण करते हैं आज उनके बारे में सोशल मीडिया बल्कि देश से लेकर विदेशों में भी काफी चर्चा हो रही है, और वजह है उनकी बोली और उनके चमत्कार। वो चमत्कार जो कहीं न कहीं हमे ये भरोसा भी दिलाता है की अभी भी दैविक शक्तियां मौजूद है. बाबा धीरेंद्र कृष्ण महाराज (Baba Dhirendra Krishna Maharaj) को लोग हनुमान जी (Hanuman ji) का अवतार भी मानते हैं लेकिन आए दिन कोई न कोई विवादित बयान भी देते रहते हैं ,वो बयान भी किस पर होते हैं आप ये तो समझ गए होंगे, और आज हम उनके कुछ ऐसे बयानों के बारे में बताएंगे जिसने अब तक देश भर में बवाल मचा रखा है।
भक्त को बोला छूना मत
कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा था जिसमे जीवन नाम का एक भक्त बाबा के पास पास रोते हुए उनका पैर छूने के लिए आ रहा था लेकिन बाबा ने ये कहते हुए छूने से मना कर दिया की, “हमें छूना मत अछूत आदमी!, बस मुझे छूना मत” ये कहकर बाबा ने भक्त को वापस भेज दिया जिसके बाद कई लोगों ने उनके बाबा होने पर भी सवाल उठाने शुरू कर दिए और सोशल मीडिया जमकर इस वीडियो को वायरल किया।
रामनवमी और हनुमान जयंती हिंसा पर उगला था जहर
पिछले साल जब 16 अप्रैल 2022 को हनुमान जयंती के दिन हिंदू और मुसलमानों (Hindu and Muslims violence) के बीच हिंसा हुई थी उसपर धीरेन्द्र कृष्ण ने बयान देते हुए कहा था की, “अगर तुम (हिंदुओं) अभी नहीं जागे तो ये (मुस्लिम) तुम्हें अपने गांव से भी भगा देंगे। इसलिए निवेदन है कि सभी एक हो जाओ और पत्थर फेंकने वालों के घर पर बुलडोजर चलवा दो। सरकार कब तक बुलडोजर चलवाएगी।” विवादित टिप्पणियों के सिलसिले में ये वो दूसरा था जिसमें शास्त्री ने अपनी मुस्लिम विरोधी विचारधारा को व्यक्त कर सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए थे।
ब्राह्मणों के खिलाफ दिए विवादित बयान
साल 2022 में मध्यप्रदेश के ही भाजपा नेता प्रीतम लोधी ने एक सभा को सम्बोधित करते हुए बोला था कि, “अच्छे परिवारों की सुंदर महिलाओं को देखकर, वे (ब्राह्मण) उन महिलाओं के घरों में भोजन करना चाहते हैं। वे (ब्राह्मण) युवा महिलाओं को पहली पंक्ति में बैठाना चाहते हैं और बुजुर्ग महिलाओं को पीछे की पंक्ति में बिठाते हैं।” इस पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए बाघेश्वर बाबा धीरेन्द्र ने बयान दिया कि,” “एक तथाकथित नेता का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ब्राह्मण रोज आठ-आठ घंटे कथावाचन करते हैं और सार क्या निकलता है!” धीरेंद्र शास्त्री ने बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि “अगर कथा, ब्राह्मण और व्यास नहीं होते तो कोई अपने पिता को नहीं पहचान पाता और पूरा संसार भगवान राम और कृष्ण के बारे में नहीं जान पाता. इस संसार को ब्राह्मणों और कथावाचकों की जरूरत है. ऐसे लोग पाखंड फैला रहे हैं.” धीरेंद्र शास्त्री ने गुस्सा होते हुए कहा कि “वह मुझे मिल गया तो मैं उसे मसल दूंगा.” किसी संत या धर्म प्रचारक द्वारा इस बयान पर भी काफी बवाल मचा था।
अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के चैलेंज पर दिया बयान
महाराष्ट्र के एकअंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने बाघेश्वर बाबा पर आरोप लगाए थे कि धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री ने चमत्कार के नाम पर कानून का उल्लंघन किया है और साथ ही यह चैलेंज किया की अगर वो जो करते है वो सच है तो उन्हें 30 लाख का इनाम दिया जाएगा। जिसपर नागपुर में कथा समापन करके वापस आने के बाद शास्त्री ने जवाब दिया की, “ये धर्म विरोधी लोग हैं, हमने 7 दिन से उनके मूड पर झंडा गाड़ा था और दो दिन दरबार में तब उनका बाप मर गया था तब क्या उन्होंने चूड़ियां पहन ली थी क्या ? अभी दरबार लग रहा है, और बाघेश्वर धाम और रायपुर में भी लगेगा” साथ ही साथ उन्होंने ये भी कहा की, ” हांथी चले बाजार,कुत्ते भौंके हजार,
मैं पहले ही कह चुका हूं कि न मैं कोई चमत्कारी हूं, न गुरू और न ही ईश्वर। मैं जो करता हूं बाला जी की प्रेरणा से करता हूं। नागपुर की समिति ने कहा था कि धीरेंद्र शास्त्री ने चमत्कार के दावे कर कानून का उल्लंघन किया है। उन्होंने इसे साबित करने की चुनौती दी थी और साबित करने पर 30 लाख रुपए देने की बात कही थी।
जेल भेजने की उठ रही मांग
हुआ कुछ ऐसा था की समिति के संस्थापक श्याम मानव ने कहा था की धीरेन्द्र शास्त्री ने 6 और 7 जनवरी को रेशमबाग में अपने चमत्कार के दावों से कानून का उल्लंघन किया है और उन्हें ये साबित करने का चैलेंज भी दिया है, जिसे अस्वीकार करते हुए शास्त्री ने कथा को 2 दिन पहले समेटकर वापस आ गए। अब समिति ये मांग कर रही है कि उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाए और उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.
बतौर धर्म प्रचारक भागेश्वर बाबा की इन दो तरफा बातों पर आप की क्या राय है हमे कमेंट करके बताएं।
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