संसद में राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर लगाए ये आरोप
भारत जोड़ो यात्रा (bharat Jodo Yatra) को पूरा करके लौटे राहुल गाँधी (Rahul gandhi) अब एक अलग ही अंदाज़ में नज़र आ रहे हैं फिर चाहे वो प्रेस कांफ्रेंस हो या संसद भवन (parliament). वो बेबाकी से मोदी सरकार पर निशाना लगा रहे हैं. साथ ही आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अपनी छवि को मजबूत बना रहे हैं. वहीं इस बीच मंगलवार को संसद में राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर जमकर बरसे साथ ही उन्होंने मोदी सरकार पर कई सारे आरोप भी लगाये और PM मोदी से कई सारे सवाल करते हुए उनसे सवालों का जवाब माँगा है.
1.अडानी की नेट वर्थ में कहाँ से आया इतना इजाफा
संसद में राहुल गाँधी ने सवाल किया कि भाजपा के सत्ता में आने से पहले गौतम अडानी 609वें नंबर पर थे लेकिन जब से भाजपा सरकार आई है अडानी जी की सम्पति में कैसा जादू हुआ है. जो व्यक्ति 2014 में अमीरों की लिस्ट में 609 नंबर पर था वो इतनी जल्दी दूसरे नंबर पर कैसे आ गया. बाद में कहा, “मोदी है तो मुमकिन है”.
2. हर राज्य में सबकी जुबान पर एक ही नाम अडानी
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने बताया कि मै भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कई राज्यों जैसे तमिलनाड, केरल ,महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से गुजरा मेरे साथ कई ऑफिसर्स भी थे चलते चलते वो मुझसे हमेशा दो तीन सवाल पूछते थे की ये अडानी हर सेक्टरमें घुस रहा है सफलता प्राप्त कर रहा है कभी भी फेल नहीं होता. युवाओ ने भी पूछा की ये क्या हो रहा है हम भी सीखन चाहते हैं मोदी जी तो कहते हैं की स्टार्टअप करो. हम भी अडानी जैसा बनना चाहते हैं की किसी भी काम में घुसो और सफल हो जाओ.
3. राष्ट्रपति भाषण में नहीं है महंगाई और बेरोजगारी
सवालों की झड़ी में राहुल गाँधी ने राष्ट्रपति को भी नहीं छोड़ा. राष्ट्रपति पर आरोप लगते हुए कांग्रेस नेता ने कहा की, “राष्ट्रपति के अभिभाषण में कहीं भी न महंगाई का जिक्र है न ही बेरोजगारी का. पूरे अभिभाषण में इन दोनों शब्दों का जिक्र भी नहीं है.
4. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की मिसाल देकर खेला राजनीतिक दांव
राहुल गाँधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिला जो जनता की आवाज़ है उसे गहराई से सुनने का मौका मिला. यात्रा की शुरुआत में सोचा था की 3500 किलोमीटर चलना मुश्किल है मगर इसे पूरा किया जा सकता है. आमतौर पर हमारा लोकतांत्रिक परिचय यूं था की हम पहले चुनाव प्रचार के लिए जब लोगों के बीच जाते थे तो पैदल जाते थे. जिससे हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँच पाते थे लेकिन आज की राजनीती में ये चलन अब ख़त्म हो गया आज के दौर में हम बिना गाड़ी,हवाईजहाज के कहीं नहीं जाते, जिससे आज के राजनीति में काफी असर पड़ा है. जब पैदल चला जाता है तो मुश्किलें बढती हैं लेकिन जनता के बीच जाने से आप उनके दुःख दर्द को समझते है उनकी मांग को समझते हैं. जिसके लिए हम नेता को चुनते हैं उसका महत्व समझ आता है.
5. अनुभवहीन व्यक्ति को सौंपे 6 एअरपोर्ट
पहले नियम था की अगर जिस व्यक्ति या कंपनी को एअरपोर्ट सेक्टर का अनुभव नहीं है तो उसे कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया जा सकता है इस नियम को सरकार द्वारा बदला गया और अडानी को 6 एयरपोर्ट दिए गए. CBI, ED द्वारा GVK पर दबाव बनाया गया और मुंबई एयरपोर्ट अडानी को सौंप दिया गया.
6. कल के भाषण से पहले की मोदी जी से 4 जवाब की उम्मीद
सवाल ख़त्म करते- करते राहुल ने कहा की पहले अडानी की जहाज में मोदी जाया करते थे आज मोदी जी की जहाज में अडानी जाया करते है. पहले मामला लोकल था, फिर नेशनल हुआ और अब इंटरनेशनल हो गया है. अदानी के लिए बोर्रिस जॉनसन का बेटा और भाई दोनों काम करते हैं. मोदी जी मुझे इन सवालों का जवाब दे दें की ….
1. आप और अडानी विदेश यात्रा पर कितनी बार साथ गए?
2. आपकी विदेश यात्रा पर अडानी कितनी बार आपसे मिले?
3. आपकी विदेश यात्रा के तुरंत बाद अडानी कितनी बार उस देश गए और उन्हें कॉन्ट्रैक्ट मिला?
4. अडानी ने इलेक्टोरल बांड में BJP को कितना पैसा दिया?
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