
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के रहने वाले भारत के पहले वोटर श्याम सरन नेगी () का निधन हो गया है. 106 वर्ष के श्याम सरन नेगी ने शुक्रवार-शनिवार की रात दो बजे आखिरी साँस ली. श्याम सरन कई दिनों से बीमार चल रहे थे ज्सिकी वजह से उन्होंने इस बार घर पर से ही हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पोस्टल बैलेट से वोट दिया था।
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श्याम सरन नेगी हर बार चुनाव में हिस्सा लेते थे. नेगी ने 1951-52 के पहले आम चुनाव में सबसे पहले मतदान किया था और इस तरह वे आजाद भारत के सबसे पहले वोटर बन गए थे। भारत के पहले वोटर होने पर चुनाव आयोग द्वारा उनके लिए मतदान केंद्र पर खास तैयारी की जाती थी. वहीं 2 नवंबर को 34वीं बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पोस्टल बैलेट से वोट दिया था।
नेगी का जन्म जुलाई 1917 में हुआ था और पहली बार वोट उन्होंने 1951 के आम चुनाव में दिया था। वहीं अभी तक वो 16 बार लोकसभा चुनाव में वोट दे चुके थे साथ ही लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय चुनावों में अपना वोट जरूर डालते थे। 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें राज्य सरकार और चुनाव आयोग की तरफ से ब्रांड एंबेसडर भी बनाया गया था।
नेगी को चुनाव आयोग ने ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था और जब चुनाव होते थे तब जिला प्रशासन श्याम शरण नेगी को चुनाव के दौरान वोटिंग के लिए हर बार उन्हें घर से विशेष वाहन में कल्पा बूथ पर मतदान के लिए लेकर जाता था। यहां उनके स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछाया जाता था और उन्हें सम्मानित किया जाता था।
किन्नौर जिले के निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन के मुताबिक, नेगी ने हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए पोलिंग बूथ पर जाकर वोट देने की इच्छा जताई थी, मगर तबीयत खराब होने की वजह से पोस्टल बैलेट के जरिए उन्हें घर पर ही मतदान कराया गया। जाने से पहले भी वे अपना फर्ज नहीं भूले। हुसैन ने बताया कि पुलिस बैंड के साथ राजकीय सम्मान के साथ नेगी की अंत्येष्टि होगी। इसके अलावा प्रशासन की पूरी टीम उनके घर उन्हें श्रद्धांजलि देने जाएगी।
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