भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह अब एसआईटी का राडार में आ गये अहिं जिसके बाद अब बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दरअसल, भारतीय पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जो यौन शोषण का केस दर्ज कराया है उस मामले में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है और अब दिल्ली पुलिस की एक टीम बृजभूषण शरण सिंह के गोंडा स्थित घर पहुंची है.
गृह मंत्री से मुलाकात के बाद करवाई में आई तेजी
जानकारी के अनुसार, जब ये मामला चर्चा में आया तब मोदी सरकार देश की बेटियों को इन्साफ न देने और बृजभूषण शरण सिंह को बचाने के आरोप लगे. जब ये आन्दोलनतेज हुआ उसके बाद गृह मंत्री अमित शाह से पहलवानों की मुलाकात हुई. वहीं पहलवानों ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात को सामान्य बताते हुए कहा कि वोअपनी मांग पर कामय हैं. उन्होंने आंदोलन से पीछे हटने और नाबालिग द्वारा प्राथमिकी वापस लेने की खबरों को गलत बताया. वहीं पहलवानों की अमित शाह से मुलाकात के बाद करवाई में तेजी आ गयी और पुलिस बृजभूषण शरण सिंह के घर पहुंच गयी है.
बृजभूषण घर पहुंची SIT
सोमवार रात को इस मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की एक टीम बृजभूषण शरण सिंह के गोंडा स्थित घर पहुंची है. वही न मामले की जांच कर रही एसआईटी ने बृजभूषण के घर पर मौजूद 12 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. वहीं दिल्ली पुलिस की टीम लखनऊ स्थित बृजभूषण शरण सिंह के घर भी पहुंची है. पुलिस ने सिंह के साथ काम करने वाले लोगों के नाम-पते और पहचान पत्र साक्ष्य के तौर पर जुटाए हैं.
बृजभूषण के बेटे ने दिया मामले पर बयान
वहीँ इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह के घर पुलिस के पहुंचने की खबरों के बीच सांसद के बेटे करन भूषण सिंह ने कहा है कि उनके पिता कल दिल्ली चले गए. दिल्ली या नोएडा से कोई जांच टीम नहीं आई थी. समाचार चैनलों पर चल रही खबर भ्रामक है.
रेलवे में अपनी नौकरी पर लौटे पहलवान
भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन करने वाले ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट व बजरंग पुनिया उत्तर रेलवे में अपनी नौकरी पर वापस लौट आए हैं. वहीं मलिक ने ट्वीट कर कहा कि “ये खबर बिल्कुल गलत है. इंसाफ की लड़ाई में न हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा. सत्याग्रह के साथ-साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूं. इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है.
पहलवान 23 अप्रैल से दे रहे थे धरना
आपको बता दें, पहलावन बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे. वह एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों से यौन उत्पीड़न के आरोप में उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर संसद का घेराव करने जा रहे पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में लेकर धरना समाप्त हो गया था लेकिन पहलवानों ने कहा है कि इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है.
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