गुजरात के मोरबी में छठ पूजा के दिन मौत का तांडव
रविवार शाम को जब छठ पूजा का अर्ध्य देने के लिए गुजरात (Gujarat) के मोरबी में लोग जब अपने घरों से निकले तभी ब्रिटिश कालीन पुल टूटने (Bridge Collapse) से कम से कम 141 लोगों की मृत्यु (Death) हो गई। वारदात की जगह पर बचाव कार्य जारी है और अब तक 177 लोगों को बचाया जा चूका है। वहीं अन्य लोगों की तलाशी के लिए अभियान जारी है।
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बच्चों-महिलाओं समेत लगभग 141 की मौत
मोरबी का मशहूर ‘झूलता पुल’ जो अंग्रेजी हुकूमत के दौरान बना था रविवार, 30 अक्टूबर को ढह गया। आकड़ों के अनुसार हादसे के वक्त करीब 500 लोग इस ‘झूलता पुल’ पर सवार थे। अधिकारियों ने कहा कि कुछ समय पहले ही पुल में मरम्मत का काम हुआ था जिसके बाद जनता के लिए फिर से खोला गया था। पुल टूट गया क्योंकि उस समय उस पर कुछ ज्यादा लोग खड़े थे। यह उस पर खड़े लोगों का भार सहन नहीं कर सका। पुल टूटने के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। लोग जान बचाने की इधर-उधर भागते नजर आए। बताया जा रहा है कि मृत लोगों में कई बच्चे भी शामिल हैं। देर रात तक 50 से ज्यादा लोगों का शव निकाला जा चुकी हैं। लगातार शव निकल रहे हैं। 100 से ज्यादा लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। फिलहाल, सवाल उठ रहा है कि 7 महीनें पहले रिनोवेशन के लिए बंद हुए पुल को बगैर फिटनेस सर्टिफिकेट के क्यों खोला गया? हालांकि, खबर है कि कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई है।
पुल पर अत्यधिक संख्या में थे लोग मौजूद
यह पल मोरबी के माच्छू नदी पर लोगों के सुविधा के लिए बहुत लम्बे समय से था। ये अनुमान लगाया जा सकता है की पुल में समय-समय पर मरम्मत के बावजूद भी टूटने की गुजाइंश है। तो फिर अधिकारिओं ने आखिर क्यों छठ पर्व को देखते हुए भी लोगों को अत्यधिक संख्या में पुल पर से आने-जाने की इजाजत दी गई है। इससे यह ये साफ़ होता है की ये सारा मामला सरकार और अधिकारीयों के लापरवाही का है। जबकि स्थानीय नगर निकाय के प्रमुख संदीप सिंह जाला के अनुसार गुजरात के मोरबी शहर में टूटे सदी पुराने पुल के मरम्मतकर्ता ने इसे फिर से खोलने से पहले अधिकारियों से फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं लिया था।
मरने वालो को राज्य से 4-4 तो केंद्र से 2-2 लाख का मुआवजा
दुसरु तरफ हर्ष संघवी जो गुजरात के गृह मंत्री है उन्होंने कहा कि इस वारदात के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और जान बूझकर मौत का कारण बनने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। संघवी ने जांच का आदेश देते हुए कहा कि जो भी इसके जिम्मेदार पाया जाता है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। संघवी ने कहा, “पुल गिरने की जांच के लिए पांच सदस्यीय उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन किया गया है। राज्य सरकार ने हादसे में मरने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने किया है। वर्तमान में प्रधानमंत्री बभी गुजरात दौरे पर ही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पीड़ितों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है।
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