उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) के अयोध्या (ayodhya) में जोरों-शोरों से भव्य राम मंदिर (Ram mandir) का निर्माण हो रहा है जहाँ अभी तक लगभग इस मंदिर का काम पूरा हो चुका है तो वहीं इस मंदिर का गर्भगृह जनवरी 2024 को आम जनता के लिए खुलने वाला है. इस बीच खबर है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) 23 अप्रैल को रामलला का जलाभिषेक करेंगे और जलाभिषेक 155 देशों की नदियों के जल से किया जाएगा.
पाकिस्तान से भी आयेगा जल
जानकरी के अनुसार, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय (General Secretary of Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Champat Rai ) ने जानकरी दी है कि 155 देशों की नदियों के जल से अयोध्या में रामलला का जलाभिषेक करेंगे और पाकिस्तान से भी रामलला के जलाभिषेक के लिए जल लाया जाएगा. वहीं चंपत राय ने कहा है कि भगवान राम के दिल्ली के भक्त विजय जॉली (Delhi devotee Vijay Jolly) के नेतृत्व में एक टीम 155 देशों की नदियों का पानी आदित्यनाथ को सौंपेगी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 23 अप्रैल को रामलला का जलाभिषेक करेंगे. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि रामलला के जलाभिषेक के लिए रावी नदी का पानी हिंदुओं ने पाकिस्तान से दुबई भेजा था, जहां से इसे अब दिल्ली लाया गया. राय ने ये भी कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जोरों पर चल रहा है और मंदिर का गर्भगृह जनवरी 2024 को आम जनता के लिए खुलने वाला है.
एकनाथ शिंदे भी करेंगे अयोध्या का दौरा
इसी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री 23 अप्रैल को मणिराम दास छावनी सभागार में ‘जल कलश’ पूजा भी करेंगे. वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार एकनाथ शिंदे (Chief Minister of Maharashtra Eknath Shinde ) रविवार को शिवसेना के करीब तीन हजार सदस्यों के साथ अयोध्या आएंगे. शिवसेना ने मंत्रियों, पार्टी सांसदों और विधायकों को ठहराने के लिए अयोध्या के लगभग सभी होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं बुक कर ली हैं. शिंदे के स्वागत के लिए हजारों शिवसैनिकों के शनिवार को अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है.
एकनाथ शिंदे करेंगे पूजा
वहीं मुख्यमंत्री के काफिले और महाराष्ट्र के शिवसैनिकों के अलावा, उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 10 हजार शिवसेना कार्यकर्ता भी अयोध्या में एकत्रित होंगे. शिंदे लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंचेंगे. लखनऊ एयरपोर्ट से अयोध्या तक 150 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर स्वागत द्वार, बैनर और पोस्टर लगाए जा रहे हैं. इसी के साथ शिंदे की यात्रा अयोध्या के संतों के निमंत्रण पर हो रही है और महाराष्ट्र सरकार द्वारा मंदिर निर्माण के लिए चंद्रपुर जिले से बेशकीमती सागौन की पहली खेप भेजे जाने के एक सप्ताह बाद हो रही है. मुख्यमंत्री के प्रवक्ता विराज मुले ने कहा कि शिंदे हनुमान गढ़ी मंदिर और राम मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. वह राम मंदिर निर्माण भी देखेंगे और सरयू तट पर शाम की आरती भी करेंगे.
2020 को PM मोदी ने किया था भूमिपूजन
आपको बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को राम मंदिर निर्माण के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। 5 अगस्त 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन कर आधारशिला रखी थी. वहीं अब 2024 में ये मनीर आम जनता के लिए खुल जाएगा. ये समय है जब देश में साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं।
मंदिर में लगाए जाएंगे 400 खंभे
भव्य राम मंदिर के कुडू मंडप, नृत्य मंडप और रंग मंडप के खंभे 30 दिन में लग जाएंगे। इस मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर 200 खंभे होंगे। दूसरे फ्लोर पर 114 खंभे होंगे। पूरे मंदिर में कुल 400 खंभे बनने वाले हैं। पहले ये 360 खंभे तैयार होने थे। नए नक्शा में इन्हें बदला गया। वहीं प्रशासन रामजन्मभूमि, सरयू और कई अन्य प्रमुख स्थलों एवं मंदिरों से जुड़ते मार्गों को डेवलप कर रहा है। 2024 की मकर संक्रांति तक रामलला को भव्य मंदिर के गर्भगृह में स्थापित करने का लक्ष्य तय किया है और हम सही दिशा में बढ़ते जा रहे हैं।