जानिए कौन है शेरसिंह राणा जी जिनके विषय पर बनी ‘शेर ए हिन्द’ किताब
कवि श्री अभय कांत जी द्वारा लिखी गयी है एक किताब लॉन्च हुई है. ये किताब सम्राट पृथ्वीराज चौहान (Emperor Prithviraj Chauhan) और शेरसिंह राणा जी (Shersingh Rana ji) के ऊपर आधारित है और इस किताब का शीर्षक है ‘शेर ए हिन्द’ (sher-e-Hind)है. जानकरी के अनुसार, शेर ए हिन्द’. किताब में कई सारी कविता है जिन्हें कवि श्री अभय कांत जी द्वारा लिखा गया है और ये सभी कविता सम्राट पृथ्वीराज चौहान और शेरसिंह राणा जी के विषय पर है. ये किताब दिल्ली में लॉन्च हुई है और शेरसिंह राणा जी ने इस किताब के लॉन्च होने की जानकारी दी है.
शेर सिंह राणा ने दी किताब की जानकारी
शेर सिंह राणा जी ने अपने फेसबुक पेज शेर सिंह राणा “एसएसआर” पर इस किताब के लॉन्च होने की जानकारी दी है. उन्होने इस किताब को लेकर की तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन दिया कि #राजपा ऑफिस #अलीपुर_दिल्ली में #राष्ट्रवादी_जनलोक_पार्टी(सत्य) के राष्ट्रीय संयोजक जी ने कवि श्री अभय कांत द्वारा शेरसिंह राणा जी के ऊपर लिखी हुईं किताब लॉन्च की. वहीं एक अन्य पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने इस किताब की फोटो और उसके साथ राणा, राणा.. नाम का एक गाना भी शेयर किया है और इस पोस्ट को उन्होने कैप्शन दिया है #अपना_घर_अपना_झंडा.
वहीं शेर सिंह राणा द्वार शेयर की गयी इस पोस्ट को उनके समर्थक काफी पसंद कर रहे हैं साथ ही कई सारे कमेंट्स भी कर रहे हैं.
जानिए कौन है शेर सिंह राणा
शेर सिंह राणा का असली नाम पंकज सिंह पुंढीर है और उसका जन्म 17 मई 1976 को उत्तराखंड के रुड़की में हुआ था। शेर सिंह राणा एक भारतीय राजनीतिज्ञ है और फूलनदेवी (Fulan devi) की हत्या साथ ही सम्राट पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां अफगानिस्तान से लाने वाले एक दमदार भारतीय राजपूत हैं. फूलन देवी की हत्या करने के मामले में उन्हें उम्रकैद की सजा हुई थी लेकिन 2016 में शेर सिंह राणा को जमानत मिल गई और साल 2019 में शेर सिंह ने अपनी पार्टी राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी (RAJPA) का गठन कर लिया और इस समय वो इस पार्टी के संस्थापक है.
‘शेर सिंह राणा’ पर बन रही है फिल्म
जहाँ इस समय ‘शेर सिंह राणा’ पर किताब लिखी गयी है. वहीं जल्द ही ‘शेर सिंह राणा पर एक फिल्म भी बन रही है. इस फिल्म में बेहमई हत्याकांड पर आधारित है. जिसमें 22 राजपूतों की हत्या कर दी गयी और ये हत्या फूलन देवी ने करी थी. वहीं शेर सिंह राणा ने साल 1981 में बेहमई में फूलन देवी द्वारा गांव के 22 ठाकुरों को मारने बदला फूलन देवी (fulan devi murder) को 25 जुलाई 2001 में हत्या करके लिया था.
Also Read- पहले खाई खीर और फिर गोलियों से भून डाला…फूलन देवी के कत्ल की पूरी कहानी!.