Brij Bhushan Singh updates – भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर भारत के दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक जैसे खिलाड़ियों ने पहलवानों ने यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं अब इस मामले पर अब बृजभूषण शरण सिंह की भी प्रतिक्रिया दी है.
खिलाड़ियों ने लगाए खेल मंत्रालय पर आरोप
जानकरी के अनुसार, 2023 जनवरी में भारत के दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण और कोच पर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे वहीँ इस मामले को बढ़ने के बाद जांच समिति का गठन कर दिया गया था. जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट भी तैयार कर ली, लेकिन उस बारे धरने में शामिल हुए पहलवानों को नहीं बताया गया. इससे वह निराश हो गए और अब फिर से जंतर-मंतर पर पहुंच गए.
रविवार (23 अप्रैल) को धरने पर बैठे पहलवानों ने खेल मंत्रालय पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. पहलवानों ने कहा कि सरकार ने उनके साथ धोखा किया है, एक महीने में कार्रवाई का भरोसा दिया गया था लेकिन अब तीन महीने बाद भी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है. साथ ही कहा कि सरकार ने पहलवानों को जो आश्वासन दिया था वह झूठा निकला. सरकार ने पहलवानों के साथ धोखा किया है. इसी के साथ इस मामले में भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जवाब दिया है.
Brij Bhushan Singh ने दी ममाले पर सफाई
वहीं, इस मामले पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Singh updates) ने सफाई देते हुए कहा है कि जो आरोप लगाए हैं वो सारे बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे जनता की वजह से पद मिला है. उन्होंने सवाल पूछा कि अखाड़े में एक ही परिवार क्यों है? ये खिलाड़ियों का धरना नहीं हैं मैं तो बहाना हूं, निशाना कोई और है. सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कोई नहीं है.’ बृजभूषण शरण सिंह ने ये भी कहा कि अगर इन पहलवानों के पुराने बयानों को सुनेंगे तो जनवरी में इन्होंने मांग की थी कि बृजभूषण शरण सिंह अपने पद से इस्तीफा दें… इस्तीफा देना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन अपराधी बनकर के नहीं दूंगा. मैं अपराधी नहीं हूं.
खिलाड़ियों पर बरसे Brij Bhushan
#delhi: कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा-"मुझे विनेश फोगाट की कृपा से पद नहीं मिला है, मेरे क्षेत्र की जनता ने मुझे दिया है"#JantarMantar #BrijBhushan #Modi_Hatao_Desh_Bachao #Modi #Delhi #vignesh @Phogat_Vinesh @BrijBhushanMP#BrijBhushanSharanSingh… pic.twitter.com/6z9v2kroUp
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प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ‘पहले इनकी मांग थी कि एफआईआर की जाए, चलिए इनकी मांग स्वीकार हो गई और अब एफआईआर हो गई. अब ये कहते हैं कि जेल के अंदर होना चाहिए, सारे पदों से इस्तीफा देना चाहिए. तो मुझे ये जो लोकसभा का पद मुझे मिला है, वो विनेश फोगाट ने नहीं दिया है बल्कि जनता ने दिया है. एक बार-नहीं बल्कि 6-6 बार दिया है, मुझे ही नहीं मेरी पत्नी को भी दिया है. कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद भी उन्होंने नहीं दिया है, चुनाव लड़कर जीता हूं.’
यौन उत्पीड़न के आरोपों पर भी बोले बृजभूषण सिंह
#दिल्ली : जंतर मंतर पर जिस जगह पर पहलवान आंदोलन कर रहे हैं, वहां की बिजली-पानी को काट दिया गया, देश की बेटियाँ आज सड़को पर बिना बिजली की सो रही हैं , इससे शर्मनाक क्या हो सकता हैं। #JantarMantar #BrijBhushan #Modi_Hatao_Desh_Bachao #Modi #Delhi #vignesh @Phogat_Vinesh… pic.twitter.com/HZsSoeuRFk
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वहीं यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर खिलाड़ियों पर सवाल करते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा, ‘एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों? हरियाणा, हिमाचल के,महाराष्ट, कर्नाटक, तमिलनाडु या देश के अन्य प्रांतों के खिलाड़ी क्यों आरोप नहीं लगा रहे हैं? केवल इनके साथ ही यौन उत्पीड़न क्यों होता है? हरियाणा का एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा विरोध कर रहा है, बांकि हरियाणा का 90 फीसदी खिलाड़ी और गॉर्जियन बृजभूषण सिंह के साथ है. क्योंकि मैंने काम किया है.’ मैं अपराधी नहीं हूं.
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ‘इस्तीफा देना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन मैं अपराधी नहीं हूं. अगर मैं इस्तीफा देता हूं तो इसका मतलब होगा कि मैंने उनके (पहलवानों) आरोपों को स्वीकार कर लिया है. मेरा कार्यकाल लगभग समाप्त हो गया है. सरकार ने 3 सदस्यीय समिति बनाई है और चुनाव 45 दिनों में होंगे और चुनाव के बाद मेरा कार्यकाल समाप्त हो जाएगा.’
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बयान: "12 साल से इनके साथ यह सब हो रहा था, इस दौरान इन्होंने FIR दर्ज़ क्यों नहीं कराई" #JantarMantar #BrijBhushan #Modi_Hatao_Desh_Bachao #Modi #Delhi #vignesh @Phogat_Vinesh @BrijBhushanMP#BrijBhushanSharanSingh #WrestlerProtest… pic.twitter.com/8jz2YVXmOD
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बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज हुई FIR
Brij Bhushan Singh updates – जंतर-मंतर पर धरने पर बैठी महिला पहलवानों की शिकायत के बाद कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है. उनके खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें एक पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज है. दरअसल, 21 अप्रैल को एक नाबालिग समेत सात महिला रेसलर ने दिल्ली पुलिस के पास यौन शोषण की शिकायत की थी, लेकिन मामले में FIR दर्ज नहीं हुई. इसके बाद पहलवान धरने पर बैठ गए.
बजरंग पूनिया: हमें पुलिस ने एफआईआर की कॉपी दे दी है।#JantarMantar #BrijBhushan #बजरंगपूनिया #Modi_Hatao_Desh_Bachao #Modi #Delhi #vignesh @Phogat_Vinesh @BrijBhushanMP #Phogat #कल_भारत_बंद_रहेगा #प्रियंकागांधी #JantarMantar#BrijBhushanSharanSingh #WrestlerProtest… pic.twitter.com/N6gPtRj6gq
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गिरफ्तारी तक जारी रहेगा धरना
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद पहलवानों ने प्रेस कांफ्रेंस में साफ कह दिया था कि बृजभूषण कि गिरफ्तारी तक उनका धरना खत्म हनीं होगा. इस दौरान विनेश फोगाट ने कहा था कि हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है. बृजभूषण सिंह को सभी पदों से हटाया जाए, वह अपने पदों का दुरुपयोग कर सकते हैं. हमें किसी भी कमेटी या कमेटी के सदस्य पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि ये लड़ाई सिर्फ FIR तक नहीं थी. लड़ाई बृजभूषण सिंह को को सजा दिलाने की है. बृजभूषण सिंह को जेल में डाला जाए. उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी से अपील करती हूं कि नैतिक आधार पर बृजभूषण को सभी पदों से बर्खास्त किया जाना चाहिए.
क्या लगे आरोप?
विनेश फोगाट ने आरोप लगाते हुए कहा कि नेशनल कैंप में फेडरेशन के खास कोच महिला खिलाडियों का यौन शोषण करते हैं. शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती. अध्यक्ष भी कई महिला खिलाड़ियों का शोषण कर चुके हैं. लखनऊ में कैंप लगाया जाता है ताकि अपने घर में शोषण कर सकें, हमारी निजी जिंदगी में दखल देते हैं. वहीं बजरंग पुनिया ने कहा है कि कुश्ती को दलदल से बचाना चाहते हैं, खिलाड़ियों को प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक दो दिन पहले नियम बनाए जाते हैं जो खिलाड़ियों पर थोप दिए जाते हैं. एसोसिएशन के अध्यक्ष ही कोच और रेफरी की भूमिका निभाते हैं, बुरा व्यवहार करते हैं. इतना ही नहीं प्रायोजक टाटा मोटर्स से मदद नहीं मिलती, खिलाड़ी असहाय महसूस करते हैं और शिकायत करने पर उल्टा खिलाड़ियों पर कार्रवाई की जाती है.
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