पश्चिम बंगाल में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे है, वैसे-वैसे सत्ताधारी पार्टी TMC की मुश्किलें बढ़ रही हैं। एक ओर तो बीजेपी ने चुनाव में TMC को खुली चुनौती दे दी है। वहीं दूसरी तरफ TMC के दिग्गजों और ममता बनर्जी के करीबियों का पार्टी छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। चुनाव से महीनों पहले TMC के कई नेता बागी हो गए।
शताब्दी रॉय ने दिए पार्टी छोड़ने के संकेत
अब इसमें एक और नाम जुड़ने की संभावनाएं जताई जा रही हैं और वो नाम बीरभूम से TMC सांसद और एक्ट्रेस शताब्दी रॉय का है। शताब्दी रॉय ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट के जरिए TMC छोड़ने के संकेत दिए। इस फेसबुक पोस्ट में उन्होनें बताया कि वो 16 जनवरी दोपहर 2 बजे किसी बड़े फैसले के बारे में लोगों को बता सकती हैं।
फेसबुक पोस्ट में कहा ये…
शताब्दी रॉय ने अपनी इस पोस्ट में लिखा- ‘आपका 2021 अच्छा रहे। आप सभी स्वस्थ रहें।क्षेत्र के साथ मेरा नियमित अंतरंग संवाद जारी रहे। लेकिन आजकल कई लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि मैं कार्यक्रमों में क्यों नहीं दिखती। मैं उनको बताना चाहती हूं कि मैं हर जगह जाना चाहती हूं। मुझे आप लोगों के साथ रहना पसंद हैं।’
उन्होनें आगे लिखा- ‘लेकिन मुझे लगता है कि कुछ लोग ऐसा नहीं चाहते कि मैं आपके पास जाऊं। कई कार्यकर्मों की खबरें तो मुझे मिलती ही नहीं। अगर मुझे पता ही नहीं होगा, तो मैं कैसे जा सकती हूं? इसके साथ ही मुझे भी मानसिक पीड़ा होती है। बीते 10 सालों से मैनें अपने घर से ज्यादा समय आपका प्रतिनिधित्व करने में बिताया, काम करने की पूरी कोशिश करते हुए, दुश्मन भी इसे स्वीकार करते हैं।’
शताब्दी रॉय ने आगे पार्टी छोड़ने के संकेत देते हुए लिखा- ‘तो मैं इस नए साल में फैसला लेने की कोशिश कर रही हूं, जिससे पूरी तरह आपके साथ रह सकूं। मैं आप सभी की आभारी हूं। आपने मुझे साल 2009 में लोकसभा भेजा। उम्मीद करती हूं कि भविष्य में भी आप मुझे प्यार देंगे। बहुत दिनों बाद बंगाल की जनता ने मुझे शताब्दी रॉय के तौर पर प्यार किया। अपना फर्ज निभाने की पूरी कोशिश करूंगी। मैं अगर कोई फैसला लेती हूं तो इसके बारे में आपको 16 जनवरी दोपहर 2 बजे सूचित करूंगी।’
पहले भी कई करीबियों से मिल चुका है झटका
शताब्दी रॉय की बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। वो ममता बनर्जी की करीबी मानी जाती हैं। 2009 में शताब्दी रॉय ने बीरभूम से चुनाव लड़ा था और वो इसमें जीती थीं। इसके बाद 2014 और 2019 में भी वो इसी सीट से सांसद चुनीं गईं।
इससे पहले भी ममता बनर्जी को कई झटके लग चुके हैं। TMC के दिग्गज नेता शुभेंदु रॉय ने भी चुनाव से पहले पार्टी का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था। शुभेंदु के अलावा भी कई और नेताओं ने TMC को चुनाव से पहले अलविदा कह दिया। देखना ये होगा कि अब शताब्दी रॉय क्या कदम उठाती हैं…?