दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड्स-2023 की हुई अनाउंसमेंट
सोमवार रात मुंबई में दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड्स-2023 (Dadasaheb Phalke International Film Festival Awards-2023) की अनाउंसमेंट हुई. इस दौरान छोटे परदे से लेकर बड़े परदे के कई स्टार्स को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया.
जानिए किस-किस को मिला अवार्ड
दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड्स-2023 में बेस्ट फिल्म का अवार्ड द कश्मीर फाइल्स और फिल्म ऑफ़ द ईयर RRR को मिला. बेस्ट एक्टर का अवार्ड रणबीर कपूर को ब्रह्मास्त्र पार्ट वन : शिवा के लिए दिया गया रणबीर की पत्नी अलिया भट्ट को फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी के बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला. वहीं फिल्म भेड़िया के लिए वरुण धवन को क्रिटिक बेस्ट एक्टर का तो विद्या बालन को फिल्म जलसा के लिए क्रिटिक बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला. इसी के साथ बेस्ट डायरेक्टर फिल्म चुप के लिए आर. बाल्की, बेस्ट सिनेमैटोग्राफी पी.एस विनोद को विक्रम वेधा, और बेस्ट प्रोमोसिंग एक्टर के लिए ऋषभ शेट्टी को अवार्ड मिला.
इन सेलेबस को भी मिला अवार्ड
इसी के साथ बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर मनीष पॉल (जुग जुग जियो), बेस्ट प्लेबैक सिंगर (मेल) सचेत टंडन (मैया मेनू- जर्सी), बेस्ट प्लेबैक सिंगर (फीमेल) नीति मोहन (मेरी जान- गंगूबाई काठियावाड़ी), बेस्ट वेब सीरीज रूद्र : द एज ऑफ़ डार्कनेस, मोस्ट वर्सेटाइल एक्टर ऑफ़ द ईयर अनुपम खेर (द कश्मीर फाइल्स), टीवी सीरीज ऑफ़ द ईयर अनुपमा, बेस्ट एक्टर इन अ टीवी सीरियल जैन इमाम (फ़ना- इश्क में मरजावां), बेस्ट एक्ट्रेस इन अ टीवी सीरियल : तेजस्वी प्रकाश (नागिन), दादा साहम इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड 2023 (आउटस्टैंडिंग कंट्रीब्यूशन इन द फिल्म इंडस्ट्री) : हरिहरन, दादा साहम इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड 2023 (आउटस्टैंडिंग कंट्रीब्यूशन इन द फिल्म इंडस्ट्री) : रेखा को मिला.
दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड और दादा साहेब फाल्के अवार्ड में क्या है अंतर
दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड
यह अवॉर्ड भले ही दादा साहब फाल्के के नाम से दिया जा रहा है, लेकिन भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कार से अलग है. दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड (DPIFF) की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, इसकी शुरुआत भारतीय सिनेमा के पितामाह दादा साहब की याद में 2012 में हुई.
दादा साहेब फाल्के अवार्ड
दादा साहेब फाल्के ने अपने करियर में करीब 95 फिल्में और 27 शॉर्ट फिल्में बनाई और 1944 में दादा साहेब ने इस दुनिय को अलविदा कह दिया हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की शुरुआत करने वाले दादा साहेब के सम्मान में साल 1969 से दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड दिया जाता है. इस अवॉर्ड से देविका रानी को पहली बार सम्मानित किया गया. दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है, जो किसी व्यक्ति विशेष को भारतीय सिनेमा में उसके आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है.
जानिये कौन थे दादा साहेब फाल्के
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की नींव रखने वाले दादा साहेब फाल्के थे और दादा साहेब फाल्के का असली नाम धुंडिराज गोविंद फाल्के और उनका जन्म 1870 में हुआ था. दादा साहेब फाल्के ने कई मुश्किलों का सामना करते हुए पहली फिल्म बनायीं और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को जन्म दिया
दादा साहेब को फिल्म बनाने की नशा कुछ ऐसा था कि उन्होंने फिल्म अपनी पत्नी की गहने गिरवी रखे थे. यही नही, अपनी फिल्म की हीरोइन ढूंढने के लिए दादा साहेब रेड लाइट एरिया तक पहुंच गए थे. फिल्म बनाने का ख्याल उन्हें ‘द लाइफ ऑफ क्राइस्ट’ देखने के बाद आया. इसी के चलते उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की नींव रखी और अखिरकार दादा साहेब ने कड़ी मेहनत करके साल 1913 में ‘राजा हरिश्चंद्र’ नाम की पहली फिल्म बनाई, जिसे बनाने में उन्हें लगभग 6 महीने का समय लगा. यह एक फुल लेंथ फीचर साइलेंट फिल्म थी, जिसका बजट 15 हजार रुपये था. दादा साहेब एक डायरेक्टर, प्रोड्यूसर के साथ साथ राइटर भी थे.