बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन को इंडस्ट्री में 3 दशक से ज्यादा का समय हो गया है और अभी तक अजय देवगन ने कई सारी हिट फिल्में दी है. अजय देवगन को बॉलीवुड का सिंघम कहा जाता है क्योंकि उनके एक्शन किरदारों को दर्शकों ने खूब पसंद किया है. फिल्म ‘फूल और कांटे’ से फिल्मों में एंट्री करने वाले हैं और इसी फिल्म में दो बाइक पर बैलेंस बनाकर एक्शन करने वाले अजय देवगन को जबरदस्त स्टंट और एक्शन हीरो कहा जाता है. जहाँ अजय देवगन अपनी फिल्मों में जबरदस्त एक्शन सीन्स की वजह से से चर्चा में रहते हैं तो वहीं अजय के साथ एक किस्सा ऐसा भी हुआ जब अजय देवगन को मारने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ आ गयी है और इस दौरान अजय देवगन को बचाने के लिए उनके पिता को आना पड़ा.
Also Read- जानिए क्यों अजय देवगन को एक आंख से शूट करनी पड़ी फिल्म ‘खाकी’?.
जानिए क्या था किस्सा
अजय देवगन जब फिल्म एक्टर नहीं थे तब उन्हें लोग वीरु देवगन के बेटे है इस वजह से जानते थे. वहीं अजय देवगन ने शो ‘यादों की बारात’ में बताया कि वो अपनी एक व्हाइट जीप में सवार होकर दोस्त साजिद खान के साथ कहीं जा रहे थे. उनकी कार स्पीड में थी तभी उनकी कार के सामने एक बच्चा आ गया और उन्होंने अचानक से ब्रेक मार दिया बच्चा तो बच गया लेकिन वो इतना डर गया की वो जोर-जोर से रोने लगा. इस पर वहां मौजूद आस-पास के लोगों ने अजय देवगन की कार को चारों ओर से घेर लिया और उन्हें बार-बार बाहर निकलने के लिए जिद करने लगे. अजय और साजिद ने उन्हें बहुत समझाने की कोशिश करी लेकिन वो चिल्लाने लगे। उन्होंने कहा कि तुम अमीर लोग, गाड़ी तेज चलाते हो और हमें गाड़ी से बाहर निकलने के बाद मारने लगे.
वीरू देवगन ने बचाई अपने बेटे की जान
अजय ने ये भी बताया कि, ’10 मिनट तक हमारी पिटाई हुई तब तक इस बात की खबर अजय देवगन के पिता वीरू देवगन को मिली और उन्होंने अपने बेटे की जान बचाने के लिए उसी लोकेशन पर करीब 250 बॉडी बिल्डर्स संग पहुंच गए. इतने लंबे-चौड़े लोगों को एस साथ देखकर स्थानिय लोगों के मन में डर पैदा हो गया और लोग पीछे हट गए और अजय और साजिद बच गए.
आपको बता दें, अजय देवगन (Ajay Devgn) की लाइफ और फ़िल्मी दुनिया से जुड़े कई सारे किस्से हैं. वहीं इन सभी किस्सों में से एक किस्सा वो भी है. जब उन्होंने एक आंख से फिल्म की शूटिंग करी और ये किस्सा वो भी जब एक एक्ट्रेस उनके लिए जान देने वाली थी.
Also Read- कौन था वो एक्टर जिसके प्यार में मौत को गले लगाना चाहती थीं रवीना टंडन.