Nose Picking side effects – कुछ लोगों को नाक में उंगली डालने की आदत इस कदर होती है कि वह लोगों के सामने भी नाक में उंगली डालने की हरकत करते रहते हैं. इस हरकत के लिए उन्हें कई बार टोका जाता है तो वहीं कही बार उन्हें सबके सामने शर्मिंदा होना पड़ता है. टोकने और शर्मिंदा होने के बाद भी वो अपनी इस हरकत को अपनाए रहते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस गंदी आदत का बुरा असर हमारे दिमाग पड़ता है. वहीं इस पोस्ट के जरिये हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि नाक में उंगली डालने से आप बीमारी का शिकार हो सकते हैं.
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नाक में उंगली डालने से दिमाग पर पड़ता है असर
जानकरी के अनुसार, नाक में उंगली डालने में गंदी आदत का बुरा असर हमारे दिमाग के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. एक रिसर्च सामने आया है कि नाक में उंगली डालने की आदत की वजह से अल्जाइमर की बीमारी हो सकती है. दरअसल, जब क्लैमाइडिया बैक्टीरिया पर रिसर्च की गई है और इस बैक्टीरिया को निमोनिया का एक कारण माना गया. वहीं रिसर्च में पता चला है कि ये बैक्टीरिया डिमेंशिया है.
Nose Picking side effects in Hindi – ये नाक के जरिए सीधा दिमाग में जा सकता है और दिमाग में जाकर अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है. ये बैक्टीरिया नर्व को इंफेक्शन भी कर सकता है. इस बैक्टीरिया के हमले को रोकने वाला एमिलॉइड प्रोटीन भी इस दौरान ज्यादा मात्रा में दिमाग में बन जाता है. क्लैमाइडिया न्यूमोनिया सीधे नाक और दिमाग में जा सकता है. जिससे यह शरीर में अल्जाइमर रोग की तरह दिखने वाली परेशानियों का कारण बन सकता है और इसके दिमाग की जाने का एक कारण नांक में उगली डालना है.
पैदा हो सकता है ये खतरा
वहीं, नाक में उंगली डालने की आदत के चलते अंदर की परत छिल सकती है. ऐसे में बैक्टीरिया दिमाग तक पहुंच सकता है और सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है. इतना ही नहीं अल्जाइमर की शुरुआत भी हो सकती है. वहीं नाक में बार-बार उंगली करने से उसमें सूजन हो सकती है और इससे नासिका के छिद्र संकुचित हो सकते हैं. इससे हाथों पर भी गंदे बैक्टीरिया बैठ जाते हैं जिससे अन्य संक्रमित बीमारियां को खतरा बढ़ जाता है. इससे आपकी नाक फैल भी सकती है.
Nose Picking side effects in Hindi
बार-बार में उंगली करने से नाक में घाव हो जाता है. जिसके कारण दर्द उत्पन्न हो सकता है. इससे नाक के अंदर फोड़े फुंसी होने की भी आशंका होती है. वहीं बार-बार नाक में उंगली करने से दोनों नथुनों के बीच बैरियर सेप्टम में भी छेद हो सकता है. जिसे छिद्रित सेप्टम कहते हैं. अब से आप इस आदत को जितनी जल्दी हो सुधार लें.
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