
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की सार्वजनिक बैठक में एक भगवाधारी महिला विजयप्रिया नित्यानंद (Vijayapriya Nithyananda) शामिल हुई. जो संयुक्त राष्ट्र (UN) में कैलास देश (Kailas country) का प्रतिनिधित्व कर रही है, जिसके बाद भारत के भगौड़े स्वामी नित्यानंद के देश कैलासा की चर्चा जोरो पर थी. वहीं इस बीच अमेरिका ने स्वामी नित्यानंद के देश कैलासा को लेकर खुलासा किया है.
जानकारी के अनुसार, अमेरिका के शहर नेवार्क ने 11 जनवरी को कैलासा के साथ एक सिस्टर सिटी एग्रीमेंट (sister city agreement) किया था. इसके बाद नित्यानंद ने दावा किया था कि अमेरिका (America) ने उसके देश को मान्यता दे दी है. नित्यानंद ने इस एग्रीमेंट से जुड़े समारोह की कई फोटोज भी फेसबुक पर शेयर की थी. वहीं अब भारत के भगौड़े स्वामी नित्यानंद के देश कैलासा के साथ अमेरिका के शहर नेवार्क ने अपना सिस्टर सिटी एग्रीमेंट कैंसिल कर दिया है. नेवार्क की प्रेस सचिव सुजैन गैरोफलो ने एग्रीमेंट पर पछतावा जताया है. उन्होंने कहा- जैसे ही हमें कैलासा की परिस्थितियों के बारे में पता चला हमने एग्रीमेंट खत्म कर दिया. ये एग्रीमेंट धोखे से किया गया था.
नेवार्क के काउंसिल मैन लुइस क्विंटाना ने 18 जनवरी को इस समझौते को रद्द करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया. क्विंटाना ने कहा- किसी भी देश को सिस्टर सिटी एग्रीमेंट में शामिल होने के लिए वहां ह्यूमन राइट्स का सही तरह से पालन होना जरूरी है. हम किसी ऐसे देश को शामिल नहीं कर सकते जो विवादों में घिरा हो और जहां ह्यूमन राइट्स का पालन न होता हो. ये समझौता एक गलती थी जो हम नहीं कर सकते. इसके बाद प्रस्ताव पास करते हुए नेवार्क ने ये एग्रीमेंट रद्द कर दिया.
24 फरवरी को जेनेवा (geneva) में UN की बैठक में नित्यानंद के कथित देश कैलासा की प्रतिनिधि विजयप्रिया भी नजर आई थी. इस दौरान उसने इकोनॉमिक और सोशल राइट्स के साथ सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर चर्चा में हिस्सा लिया था. विजयप्रिया ने कहा था कि नित्यानंद को उनके जन्मस्थल पर हिंदू विरोधी लोग प्रताड़ित कर रहे हैं. हालांकि, बाद में उसने एक वीडियो जारी कर इस पर सफाई भी दी थी.
आपको बता दें, 2010 में नित्यानंद की एक शिष्या ने उनपर रेप का आरोप लगाया था साथ ही 2019 में गुजरात पुलिस (Gujrat police) ने कहा था कि नित्यानंद के आश्रम में बच्चों को किडनैप करके रखा जाता है. इसके बाद पुलिस ने छापा मारकर 2 लोगों को गिरफ्तार किया था और जब नित्यानंद की गिरफ़्तारी की बात आई तो 2019 में नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया था. 2020 में उसने कैलाशा नाम से अपना अलग द्वीप बसाने और इसे अलग देश का दर्जा मिलने का दावा किया था कहा गया है कि नित्यानंद की सरकार चलती है और उसकी सेना भी है. हालांकि, अब तक इस द्वीप या देश को किसी देश ने मान्यता नहीं दी है.
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