जब से पाकिस्तान के पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आई है तब से पकिस्तान में एक बार फिर से आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी हो गयी है. तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान यानि (TTP) ने कई हमले किए हैं. वहीँ पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने माना है कि अफगानिस्तान में तालिबान के आने के बाद से उनके देश में आतंक बढ़ा है.
Pakistani military chief said that the terrorists are a 'fitna' on earth who are using religion for their own nefarious ends, and the terrorists have only one option: to accept the constitution of the country. There will be no peace talks with terrorists.
— FJ (@Natsecjeff) April 16, 2023
इसके साथ ही ये भी कहा कि पाकिस्तान की सेना अब एक मशीन की तरह हो गयी है जिसकी बटन प्रधानमंत्री के पास है. वह जब बटन दबा देंगे हम चलना शुरू कर देंगे. ISI चीफ नदीम अंजुम ने भी कहा कि आज देश को बाहर (भारत) से ज्यादा अंदर खतरा है.
‘आतंकी पृथ्वी पर फितना’
दरअसल शनिवार को Pakistan के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘आतंकी पृथ्वी पर एक फितना हैं, जो अपने नापाक उद्देश्यों के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं.
आतंकियों के पास देशा का संविधान मानने की जगहो कोई दूसरा विकल्प नहीं है. आतंकियों से शांति वार्ता नहीं होगी.’ दरअसल TTP पाकिस्तान में अफगानिस्तान की ही तरह शरिया कानून लागू करना चाहता है. वह पाकिस्तानी संविधान को नहीं मानता.
बाहर से ज्यादा अन्दर के लोगों से खतरा
पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के प्रमुख नदीम अंजुम ने कहा है कि पाकिस्तान में आतंकवाद ही इकलौती समस्या नहीं है. पाकिस्तान के सामने वह लोग भी समस्या हैं, जो झूठे राजनीतिक नैरेटिव गढ़ते हैं. ISI चीफ ने कहा कि पाकिस्तान को आज बाहर से ज्यादा अंदर खतरा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक जनरल असीम मुनीर ने कहा, ‘जब मैं नया-नया आर्मी चीफ बना तो कई लोगों से मिला. उन्होंने मुझे कहा कि सेना ही सबसे बड़ी है. लेकिन मेरा कहना है कि संसद और पाकिस्तान के लोग सबसे बड़े हैं.’
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मुनीर को सेना प्रमुख नहीं बनाना चाहते थे इमरान
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान असीम मुनीर को कभी भी सेना प्रमुख बनाने के लिए तैयार नहीं थे. और हमेशा से ही इस बात के लिए उनका विरोध करते आ रहे हैं. इमरान खान के खिलाफ अब असीम मुनीर की नफरत भी सामने आई है. उन्होंने कहा कि हम आतंकियों से समझौता करने के पक्ष में नहीं हैं.
बातचीत उन्हें सिर्फ मौका देता है कि वह अपनी ताकत बढ़ा सकें और अंत में नुकसान पाकिस्तान का होता है. दरअसल जब इमरान सत्ता में थे तो सेना और आतंकियों के बीच सीजफायर हुआ था. असीम मुनीर ने कहा कि हम नया पाकिस्तान या पुराना पाकिस्तान की बात नहीं करेंगे. हम हमारा पाकिस्तान के पक्ष में हैं.