Ghar ke Mandir me Murti – घर के मंदिर में सुबह-शाम पूजा करना और दीपक जलाना बेहद ही शुभ माना जाता है. जहाँ घर के मंदिर में सभी भगवानों को मन से याद करके पूजा की जाती है तो वहीं कई लोग ऐसे भी होते हैं जो घर के मंदिर में सभी भगवानों की मूर्ति रखते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. वहीं इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि घर के मंदिर में कौन-कौन से और किस तरह की मूर्ति रखनी चाहिए?
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पूजा घर नहीं रखनी चाहिए ये मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, जहाँ घर में पूजा का घर की सही दिशा उत्तर-पूर्व दिशा है जिसे ईशान कोण भी कहा जाता है तो वहीं शौचालय या शयनकक्ष में पूजा का मंदिर होना नुकसानदायक है. इसी के साथ पूजा घर में ज्यादा मूर्तियां नहीं होनी चाहिए. वहीं पूजा घर में दो शालिग्राम, दो शिवलिंग, दो गणेश, दो शंख, दो सूर्य, तीन दुर्गा माँ की मूर्ति, दो गोमती चक्र नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से परिवार के बीच अशांति पैलती है साथ ही हानि भी होती है. इसी के साथ घर में पत्थर, काष्ठ, सोना, चांदी या अन्य धातुओं की ही मूर्ति रखनी चाहिए.
इस तरह रखें मंदिर में मूर्ति – Ghar ke Mandir me Murti
वहीं घर में एक से ज्यादा मेटल के गणपति नहीं रखनी चाहिए. वहीं यदि आप घर के मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित करती हैं तो ध्यान में रखें कि उन्हें हमेशा राधा रानी के साथ ही स्थापित करें।वहीं कृष्ण की राधा-रानी की संख्या में कृष्ण के बाल स्वरूप की एक मूर्ति और लड्डू गोपाल के दो स्वरुप रख सकती हैं. वहीं आप राधा रानी के साथ कृष्ण की एक ही मूर्ति रखें तो यह आपके लिए शुभ होगा.
इसी एक साथ घर के मंदिर में एक से ज्यादा हनुमान जी की मूर्ति भी नहीं रखनी चाहिए. इसी एक साथ हनुमान जी की रौद्र रूप वाली तस्वीर घर में रखनी चाहिए अगर आप ऐसी मूर्ति रखते हैं तो ये झगड़ों का कारण बन सकती है।. वहीं भगवान शिव की मूर्ति के दौरन ये ध्यान रखें कि घर में ऐसी शिव की मूर्ति जिसमें उनके साथ माता पार्वती हो साथ गणेश जी भी मौजूद हों. इसी के साथ घर के अन्दर शिवलिंग नहीं होना चाहिए.
घर के मंदिर में न रखें खंडित मूर्ति
वहीं घर के मंदिर में कभी भी मीरा या रुक्मिणी के साथ भगवान कृष्ण,सिद्धि और रिद्धि के साथ भगवान गणेश और दो पत्नियों देवसेना और वल्ली के साथ भगवान कार्तिकेय की मूर्तिय न रखें. इसी के साथ घर के मंदिर में खंडित मूर्ति नही रखने चाहिए. वहीं किसी भी तरह की खंडित मूर्ति घर के मंदिर में न रखें।