राधा रानी के परम भक्त श्री प्रेमानंद महाराज जी वृंदावन में रहते हैं और रोज सुबह 2 बजे उठकर वृंदावन की परिक्रमा करते हैं साथ ही बांके बिहारी जी और राधा वल्लब के दर्शन और परिक्रमा करते हैं तो वहीं सत्संग भी करते है और अपने सत्संग के जरिए कई सरे सन्देश भी देते हैं. वहीं 2 बजे जब श्री प्रेमानंद महाराज वृंदावन की परिक्रमा करते हैं तब कई संख्या में उनके भक्त सड़कों पर उन्हें दर्शन करने के लिए आते हैं. इस बीच श्री प्रेमानंद महाराज जी ने एक खास बताई है और ये बात वृंदावन की यात्रा से जुड़ी हुई है.
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वृंदावन की यात्रा के दौरान न करें ये गलतियां
दरअसल, श्री प्रेमानंद महाराज जी ने बताया है कि वृंदावन की यात्रा पर आने वाले भक्तों को इन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए और वृंदावन की यात्रा के दौरान ये तीन गलतियां नहीं करनी चाहिए. महाराज जी ने बताया कि वृंदावन की यात्रा के दौरान इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ब्रज में रहने वाले लोग को ब्रजवासी कहते हैं. ब्रज की मिटटी को ब्रजराज कहते हैं ये वो ही मिटटी है जिसे भगवान श्रीकृष्ण खाया करते थे और इस मिटटी को अवश्य अपन सिर पर लगानी चाहिए.
इसी के साथ महाराज ने ये भी कहा यहां की यात्रा पर आए लोगों को ब्रजलताओं को हनन नहीं करना चाहिए. एक लता को सँभालने में 10 से 20 साल का समय लगता है और इस वजह से इन लताओं को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए.
रोजाना वृंदावन की परिक्रमा करते हैं महाराज जी
महाराज जी की पिछले 18 सालों से दोनों किडनी खराब है और इस वजह से उन्हें डायलिसिस करवाना पड़ता है लेकिन दोनों किडनी खराब होने के बावजूद श्री प्रेमानंद महाराज जी की जुबान पर हर समय राधा रानी का नाम होता है. महाराज जी की दोनों किडनी खराब होने के बाद और डायलिसिस करवाने के बाद भी संत श्री प्रेमानंद महाराज जी रोजाना सुबह के समय वृंदावन की परिक्रमा करते हैं और इस दौरान कई लोग सुबह के समय उनके दर्शन करने के लिए आते हैं.
विराट कोहली ले चुके हैं महाराज जी का आशीर्वाद
महाराज प्रेमानंद जी के भक्त देश-विदेश में हैं और ये लोग महाराज जी के दर्शन करने के लिए वृंदावन आते है और उनका बहुत सम्मान भी करते हैं. वहीं अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा और बेटी के साथ श्री प्रेमानंद महाराज जी का आशीर्वाद लेने आए थे.
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