जानिए किस दिन मनाया जाएगा महाशिवरात्रि
इस बार महाशिवरात्रि (mahashivratri) को लेकर शिव भक्तों में काफी संशय मचा हुआ है की त्यौहार 18 तारीख को है या 19 तारीख को. आज हम आपको बताते हैं की यह पवित्र त्यौहार कब मनाया जायेगा. हिन्दू पंचांग की माने तो महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. ऐसा मन जाता है कि आज ही के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ था. एक ये भी मान्यता है कि इसी दिन ही भगवान भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों की पृथ्वी पर स्थापना हुई थी. लेकिन मसला ये है कि इस बार महाशिवरात्रि की तारीख को लेकर भक्तों में बहुत संशय है त्यौहार 18 को मनाया जाएगा या 19 फरवरी को. आज हम आपको बताएंगे पर्व किस दिन मनाया जाएगा.
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महाशिवरात्रि: पौराणिक कथाएँ एवं महत्व
महाशिवरात्रि से जुड़ी कई सारी पौराणिक कथाएं हैं. सबसे लोकप्रिय कथाओं में से एक, ये दिन भगवान शिव के अपनी पत्नी, देवी पार्वती के साथ वैवाहिक मिलन का प्रतीक है. अपनी पत्नी सती की मृत्यु के बाद, शिव एक वैरागी बन गए और एक साधु की तरह रहते थे. हमेशा ध्यान में डूबे रहते और तपस्या करते रहते थे. माता सती ने एक बार फिर शिव का दिल जीतने और उनकी पत्नी बनने के लिए पार्वती के रूप में पुनर्जन्म लिया. उन्होंने वर्षों तक कठोर तपस्या की और उसके स्नेह और ध्यान को जीतने के लिए वह सब कुछ किया जो वह कर सकती थी. उसके समर्पण, भक्ति और असीम प्रेम को महसूस करने पर, शिव ने उसे अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया.
पूजन विधि
महाशिवरात्रि के दिन आप सूर्योदय से पहले उठें और नहाने के बाद साफ़ सुथरे कपड़े पहनकर व्रत का संकल्प करें. तत्पश्चात शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव की पूजा करें. गन्ने के रस, कच्चे दूध या शुद्ध घी से शिवलिंग का अभिषेक करें. फिर भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग, धतूरा, जायफल, कमल गट्टे, फल, फूल, मिठाई, मीठा पान, इत्र आदि अर्पित करें. फिर वहीं खड़े होकर शिव चालीसा का पाठ करें और शिव आरती गाएं.
महाशिवरात्रि को क्या न करें
1. महाशिवरात्रि के दिन मास या मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए .
2 . महाशिवरात्रि के दिन देर तक सोना नहीं चाहिए.
3. महाशिवरात्रि के दिन दाल, चावल या गेहू से बना खाना नहीं खाये। इस दिन आप सिर्फ फल, दूध, चाय और कॉफ़ी ले सकते है.
4. अगर आप शिवजी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इस दिन काले कपडे नहीं पहने.
5. कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिवजी को चढ़ाया हुआ प्रसाद नहीं खाना चाहिए.
इस मंत्र का करें जाप
ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ । महामृत्युंजय मंत्र का जप आपको हर मुश्किल से दूर रखता है.