वृंदावन वाले श्री प्रेमानंद महाराज जी जो पीला टीका और पीले वस्त्र धारण करके लोगों को अपने सत्संग के जरिए ज़िन्दगी जीने का खास सन्देश देते हैं. श्री प्रेमानंद महाराज जी के भक्त देश-विदेश में है और ये लोग वृंदावन आकर श्री प्रेमानंद महाराज जी के दर्शन करते हैं. वहीं इस बीच इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि श्री प्रेमानंद महाराज जी से गुरु दीक्षा कैसे ले सकते हैं.
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इस तरह श्री प्रेमानंद महाराज जी से ले सकते हैं गुरु दीक्षा
श्री प्रेमानंद महाराज जी से गुरु दीक्षा लेने के लिए हमें उनके आश्रम जाकर उनके शिष्य से गुरु दीक्षा लेनी है इस बारे में बात करनी होगी. वहीं इसके बाद ये सवाल श्री प्रेमानंद महाराज जी के पास जायेगा और वो पूछेंगे आप दीक्षा तभी मिलेगी जब आप नमसंकीर्तन में निपुण और जब आप दिन 16 माला का जाप करने लगोगे तभी आपको गुरु दीक्षा मिलेगी.
वहीं गुरु दीक्षा लेने के लिए आपके घर में बाल राधा और बाल गोपाल का होना जरुरी है अगर बाल राधा और बाल गोपाल नहीं हैं तो आपको गुरु दीक्षा नही मिलेगी. वहीं जब आप नमसंकीर्तन 16 माला का जाप करने में निपुण हो जाएंगे और बाल राधा और बाल गोपाल की 6 से 7 महीने सेवा करेंगे उसके बाद ही आप श्री प्रेमानंद महाराज जी के पास जाए तब वो आपको गुरु दीक्षा दे सकते हैं.
इन नियमों का करना होगा पालन
गुरु दीक्षा के लिए इन सभी नियमों का पालन करना होगा लहसुन-प्याज का त्याग करना होगा माथे पर तिलक लगाना होगा साथ ही गले में कंठी होनी चाहिए और घर पर सात्विक भोजन बनना चाहिए. ब्रह्मचारी होना जरुरी है और एकदासी का व्रत भी रखना होगा साथ ही वृंदावन भी जाना जरुरी है.
राधा रानी के भक्त हैं श्री प्रेमानंद महाराज जी
श्री प्रेमानंद जी महाराज जी राधा रानी के भक्त है और हर समय उनके जुबान पर राधा रानी का नाम होता है. महाराज जी सुबह 2 बजे उठकर वृंदावन की परिक्रमा करते हैं साथ ही बांके बिहारी जी, राधा वल्लब के दर्शन और परिक्रमा और सत्संग भी करते है साथ ही अपने सत्संग के जरिए लोगों को खास सन्देश देते हैं. वहीं जब श्री प्रेमानंद जी महाराज जी सुबह 2 बजे उठकर वृंदावन की परिक्रमा करते हैं तब हजारो की संख्या में भक्त उनके दर्शन करने के लिए सड़कों पर खड़े होते हैं.
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