शिवलिंग पर क्या न चढ़ाएं – सावन का महीना शुरू हो चुका है, इस सावन के महीने में जहाँ महिलाएं और कुंवारी कन्या हर सोमवार को व्रत लेती हैं और महादेव के शिवलिंग की पूजा करती हैं तो वहीं कई बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं कांवड़ यात्रा करते हैं और महादेव को खुश करने के लिए गंगा नदी का पानी लाकर शिवलिंग पर अर्पित करते हैं.
कहते हैं कि महादेव को खुश करना सबसे आसान है और महादेव को खुश करने का सबसे सही समय सवान के सभी सोमवार है. इस दिन लोग मंदिर या अपने घर में भगवान शिव की पूजा करते हैं लेकिन सावन में महीने शिवलिंग की पूजा करने के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना चहिए अगर आप इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं तो आपको शिवजी का प्रकोप झेलना पड़ सकता है.
दरअसल, शिव जी की विशेष पूजा पाठ करने साथ ही शिवलिंग पर जल चढ़ाने से महादेव बड़ी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. वहीं जहाँ महादेव की पूजा के दौरान जल अक्षत, धतूरा, बेल पत्र आदि चढ़ाए जाता हो तो वहीं कुछ चीजें ऐसी है जो भगवान शिव को अर्पित नहीं करना चाहिए.
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शिवलिंग पर क्या न चढ़ाएं
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शंख से न चढ़ाएं जल
कई लोग महादेव को खुश करने के लिए शंख का इस्तेमाल करके जल अर्पित करते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. पौराणिक कथाओं के अनुसार, शंख, शंखचूड़ नामक असुर का प्रतीक है जिसका वध भगवान शिव शंकर द्वारा किया गया था. इसलिए भगवान शिव की पूजा में शंख का प्रयोग नहीं किया जाता है.
भगवान शिव को अर्पित न करें तुलसी
जहाँ कई लोग तुलसी के पौधे के पास भगवान शिव के शिवलिंग को रखते हैं और शिवलिंग पर तुलसी अर्पित करते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चहिए. पौराणिक कथा के अनुसार, शिव ने तुलसी के पति का वध किया था और तुलसी ने भगवान शिव को श्राप देते हुए कहा था कि शिव जी पूजा में जो भी तुलसी चढ़ाएगा उसे उस पूजा का फल नहीं मिलेगा.
तिल और नारियल भी न करें भेट
इसी के साथ भगवान शिव को तिल भी अर्पित नहीं किए जाते हैं क्योंकि तिल भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न हुए थे. वहीं महादेव को नारियल भी अर्पित नहीं किया जाता क्योंकि नारियल में मां लक्ष्मी का वास होता है. इसलिए भगवान शिव को नारियल और तिल नहीं चढ़ाना चाहिए.
ये फूल भी न करें अर्पित – शिवलिंग पर क्या न चढ़ाएं
इसी के साथ केतकी फूल भी भगवान शिव को नहीं अर्पित करने चाहिए क्योंकि भगवान शिव ने केतकी को श्राप दिया था जिसकी वजह से केतकी फूल का इस्तेमाल भगवान शिव की पूजा में नहीं किया जाता. वहीँ भगवान शिव को सिंदूर और हल्दी भी नहीं चढ़ाना चाहिए क्योंकि ये दोनों चीजें स्त्रियों से संबंधित हैं.
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