भगवान विष्णु की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी का व्रत और पूजा जहाँ हर हफ्ते शुक्रवार, गुरुवार को की जाती है तो वहीं इस दीपावली में लक्ष्मी पूजन किया जात अहै और इस साल दीपावली 12 नवम्बर 2023 को मनाई जाएगी. इस दिन सभी लोग प्रदोष काल में माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करते हैं और कहा जाता है कि इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करने से धन की कमी नहीं होती साथ ही माता लक्ष्मी और गणेश जी का आशीर्वाद भी बना रहता है. वहीं इस पोस्ट के जरिए हम आपको मां लक्ष्मी की संपूर्ण आरती के बारे में बताने जा रहे हैं.
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लक्ष्मी माता की आरती
ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता.
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता.
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता.
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता.
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता.
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता.
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता.
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता.
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
सब बोलो लक्ष्मी माता की जय, लक्ष्मी नारायण की जय.
वहीं आरती पूरी होने के बाद तुलसी में आरती जरूर दिखाए साथ ही आखिर में शंख बजाए और घर से अभी लोग आरती जरुर लें.
दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का पहला शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 40 मिनट से शाम 07 बजकर 36 मिनट तक है तो वहीं दूसरा शुभ मुहूर्त 11:39 से 12:31 तक है. वहीं तीसरा शुभ मुहूर्त रात को रात्रि मुहूर्त्त (लाभ)- 01:44 से 03:23 तक है.
एक ही दिन मनाई जाएगी छोटी और बड़ी दिवाली
इस साल छोटी और बड़ी दिवाली दोनों ही एक दिन यानी 12 नवंबर को ही मनाई जाएगी. पंचांग के अनुसार 12 नवंबर को सुबह तक रूप चौदस रहेगी फिर दोपहर ढाई बजे के बाद कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि शुरू हो जाएगी. वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दिवाली की शाम माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और धन के देवता कुबेर की पूजा करने से सुख, संपत्ति, धन, वैभव और समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है. पूरे वर्ष माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे धन का संकट नहीं रहत
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