Bageshwar Maharaj Pravachan in Hindi – अपनी कथा के दौरान कई सारे महत्वपूर्ण बातों की जानकारी देने वाले बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री देश-विदेश में प्रसिद्ध है. जहाँ बागेश्वर धाम के महाराज दरबार लगाते हैं और इस दरबार में महाराज यहां पर आए हुए लोगों की दुखों का निवारण करते हैं. तो वहीं महाराज देश-विदेशों में जाकर श्रीराम कथा भी करते हैं और अपनी कथा के दौरान कई सारे बातें भी बताते हैं. वहीं इस बीच बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि अमृत या भागवत लाभ किसमें है.
Also Read- बागेश्वर बाबा के प्रवचन: कथा सुनने की सही उम्र क्या है, महाराज जी से जानिए…
महाराज ने बताया अमृत और भागवत का लाभ
बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने एक कथा सुनते हुए बताया कि भागवत सुनने का फायदा है और फायदा ये हैं कि अमृत पीने से आप अमर तो हो जाओगे पर मृत्यु के भय से बच नहीं पाएंगे लेकिन भागवत कथा सुनोगे तो मृत्यु के भय से मुक्त हो जाओगे और गोविन्द को भी पा जाओगे. इसी के साथ बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने बताया इसमें अंतर कुछ भी कुछ नहीं है ये दोनों ही पीने पड़ते हैं अमृत मुंह से पीना पड़ता है और कथा अमृत को कानों से पीना पड़ता है.
महाराज ने बताया इस तरह मिलेगी पापों से मुक्ति
इससे पहले बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी कथा के दौरान पापों से मुक्ति कैसे होती है इसकी बात की जानकारी दी . इस बारे में बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री श्रीराम ने कथा के दौरान बताया कि जिस व्यक्ति ने पाप किये हो और पाप के अलावा कुछ भी नहीं किया हो और मर गया हो उसके मरने के बाद भागवत कथा करवाई जाती है तो इस ही पापों से मुक्त हो जाता है. इसी के साथ बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने ये भी कहा कि हमारा कथा के जरिये भगवान को पा सकते हैं और ऐसा करके आप दुखों को दूर कर सकते हैं और पाप से मुक्त हो सकते हैं. वहीं जो भी कथा सुनता है वो मरने के बाद भी पापों से मुक्ति पा सकते हैं.
कथा सुनने से लाखों की संख्या में आते हैं भक्त
बागेश्वर धाम (Bageshwar Maharaj Pravachan in Hindi) के महाराज धीरेंद्र शास्त्री द्वारा श्रीराम कथा के दौरान उनकी बताई गयी बातें काफी चर्चा में रहती है. जहां बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं तो वहीं उनकी कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी आते हैं.