गंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Gangster Lawrence Bishnoi) का खास दीपक बॉक्सर (Deepak Boxer) की गिरफ्तार हुई है और उसकी गिरफ्तारी IGT एअरपोर्ट पर हुई है. दरअसल, दीपक बॉक्सर जोकि जाली पासपोर्ट पर मेक्सिको (Mexico) जा पहुंचा था. वह आगे मेक्सिको से भी भागने की फिराक में है. जिसके बाद एफबीआई (FBI) की मदद से दीपक बॉक्सर को मेक्सि को में पकड़ा गया और उसके बाद इस्तांबुल के रास्ते उसे भारत वापस लाया गया.
दीपक बॉक्सर के खिलाफ दर्ज है 10 से ज्यादा मामले
जानकारी के अनुसार, दीपक बॉक्सर के खिलाफ दिल्ली में ही 10 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. इन दर्ज मुकदमों में हत्या, अपहरण, जबरन धन वसूली, कत्ल की कोशिश, डकैती, लूट, शस्त्र अधिनियम और यहां तक की ‘मकोका’ जैसे खतरनाक (सख्त) कानून तक के तहत भी, दीपक बॉक्सर के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं. लेकिन गैंगस्टर दीपक बॉक्सर के खिलाफ दिल्ली में दर्ज सबसे अहम और 11वें मुकदमे का. वो मुकदमा जो इसी साल 16 मार्च 2023 को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने ही अपने थाने में दर्ज किया था.दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के थाने में दर्ज यह मुकदमा अहम इसलिए भी है कि, इसी मुकदमे की तफ्तीश के बलबूले, दीपक बॉक्सर को हिंदुस्तानी हुकूमत एफबीआई और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच की मदद से सात समुंदर पार से घेरकर, बीती रात (मंगलवार-बुधवार 4 व 5 अप्रैल 2023 की दरम्यानी रात) मेक्सिको से दिल्ली ला पाई.
देश की राजधानी दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के थाने में दर्ज यही वो पहला या मुकदमा साबित हुआ, जिसमें तय हो गया था कि अगर अब इस मुकदमे में भी दीपक बॉक्सर को मेक्सिको से घेरकर दिल्ली नहीं लाया जा सका तो, वो अमेरिका या फिर कनाडा में सुरक्षित घुस पाने में कामयाब हो जाएगा.
एअरपोर्ट पर हुई गिरफ्तारी
दिलीप बॉक्सर को लाने वाली फ्लाइट बुधवार की सुबह 4:40 बजे एयरपोर्ट पर लैंड की और फिर आधिकारिक रूप से दिल्ली पुलिस ने एफबीआई के अधिकारियों से दीपक बॉक्सर को अपनी हिरासत में लिया और फिर कानूनी कार्रवाई पूरी कर एयरपोर्ट पर ही दीपक बॉक्सर को गिरफ्तार कर लिया. वहीं अब उसे कोर्ट में पेश किया जायगा साथ ही उसके रिमांड की मांग करेगी और यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि दीपक बॉक्सर किन गैंगस्टर के संपर्क में था.
बिश्नोई ने भागने में की थी मदद
दीपक साल 2016 में बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस कस्टडी से गोगी को छुड़ाने के बाद चर्चा में आया था. उसके बाद साल 2018 में उसके गैंग पर मकोका के तहत कार्रवाई हुई थी, तभी से दीपक फरार है. वहीं दिल्ली पुलिस के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई ने ही दीपक बॉक्सर को भारत से फरार होने में मदद की थी. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-NCR का टॉप गैंगस्टर दीपक बॉक्सर रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद गोगी गिरोह की कमान संभाल रहा था दीपक बॉक्सर ने मुरादाबाद से रवि अंटिल के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था. पुलिस ने बताया कि दीपक कोलकाता से फ्लाइट पकड़कर 29 जनवरी, 2023 को मैक्सिको भाग गया था. लेकिन अब उसे पकड़ लिया गया है.