गाजियाबाद के एक फजलगढ़ गांव में घटना हुई है और ये घटना चाय के कारण हुई. वहीं चाय के कारण हुई घटना में जहाँ एक महिला की मौत हो गयी तो वहीं ये हत्या किसी और ने नहीं बल्कि महिला के पति ने की है. वहीं इस वजह से हत्या का ये मामला इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है.
Also Read- रैपिडो बाइक की सवारी नहीं है सुरक्षित, सफ़र के दौरान लड़की के साथ हुई घटना.
चाय में देरी पर कर दी पति ने की पत्नी की हत्या
जानकारी के अनुसार, जिस महिला की मौत हुई है उसका नाम सुंदरी है और उसके पति का नाम धर्मवीर है जो सब्जी बेचने का काम करता है. वहीं हत्या की ये घटना सुबह करीब छह बजे हुई जब सुंदरी (50) को घर में ही चाय बनाते समय उसक पति धर्मवीरतलवार से काटकर मार डाला और हत्या करने की ये वजह वजह बेहद चौंकाने वाली है.
इस मामले पर पुलिस का कहना है कि धर्मवीर को सुबह की चाय मिलने में पांच मिनट की देरी हो गई जिसके बाद उसने घर में रखी तलवार से पत्नी सुंदरी पर ताबड़तोड़ 15 वार किए और अपनी पत्नी की हत्या कर दी. वहीं इस दौरन उसके बेटे सोल्जर ने बताया कि जमीन पर पड़ी खून से लथपथ मां को वह और उसकी बहन लक्ष्मी बचाने के लिए आए तो पिता ने उन पर भी तलवार से हमले का प्रयास किया लेकिन वो वहां से भाग गये जिसके बाद उन्होंने शोर मचाया और आसपास के लोग आये और उसके पिता तलवार लहराते हुए छत से कूदकर भाग गया. वहीँ जब इस मामले की सूचना पुलिस को मिली तब उन्होंने खेत में छिपे धर्मवीर को गिरफ्तार कर लिया..
इसी के साथ इस मामले को लेकर ये खबर सामने आई है कि सुंदरी की हत्या करने की धर्मवीर पहले ही ठान चुका था. वह कई दिनों से गुस्से से भरा हुआ था. तीन दिन से उसके सिर पर खून का जुनून सवार था. उसके बेटे सोल्जर ने बताया कि पिता ने तीन दिन पहले मां को धमकी दी थी कि उसे जिंदा नहीं छोड़ेगा, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. वह तीन दिन पहले ही घर में रखी पुरानी जंग लगी तलवार ले गए थे. उस पर धार लगवाकर लाए थे. हमें लगा कि वह ऐसा डराने के लिए कर रहे हैं. उनके खौफनाक इरादों का अंदाजा नहीं हुआ.
धर्मवीर ने भी किया बड़ा खुलासा
धर्मवीर से हुई पूछताछ के हवाले से पुलिस ने बताया कि वह सोमवार को सीकरी माता मंदिर गया था.वहां उसने कसम ली थी कि 24 घंटे में पत्नी सुंदरी को मौत के घाट उतार देगा. उसका कहना है कि उसने हत्या के लिए भगवान से क्षमा भी मांग ली थी. कहा था कि वह इसका पश्चाताप भी करेगा, लेकिन मजबूरी ऐसी है कि हत्या करना जरूरी है. उसने मंदिर से लौटकर सुंदरी से कहा था, तूने मेरा अपमान किया है, तेरी जिंदगी के दिन पूरे हो चुके हैं, इस बार तुझे भगवान भी नहीं बचा पाएगा.