सरकार द्वारा वाहनों में सुरक्षा को लेकर कई सारे नियम जारी किए गये हैं और इन सुरक्षा नियमों के अनुसार, अब हर गाडी में एयरबैग होना जरुरी है. इसी के साथ ट्रैफिक नियमों में कहा जाता है कि ड्राइविंग के वक्त सीट बेल्ट पहनना भी बेहद जरूरी है लेकिन क्या आपको पता है एयरबैग आपको नुकसान पहुंचा सकता है और इस नुकसान में आपकी हड्डी भी टूट सकती है.
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सीटबेल्ट और एयरबैग का है कनेक्शन
दरअसल, कार में अगर आप सीटबेल्ट लगते हैं तभी एक्सीडेंट होने पर एयरबैग खुलता है. यदि ड्राइविंग के वक्त सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं किया गया तो किसी हादसे के समय गाड़ी के एयरबैग आपकी मदद नहीं करेगा क्योंकि हादसे के वक्त सीट बेल्ट का कनेक्शन एयरबैग से होता है. सीट बेल्ट में एक ऐसे मैकेनिज्म का इस्तेमाल किया जाता है जिससे जब सेटबेल्ट ठीक से पहना गया हो तब ही वह दुर्घटना होने पर सीटबेल्ट को खुलने के लिए संकेत भेजता है और दुर्घटना होने पर एयरबैग खुल जाता है.
एयर बैग की वजह से टूट सकती है हड्डी
एक रिपोर्ट के अनुसार, ड्राइवर के साथ बैठे को-पैसेंजर कई बार सीट बेल्ट नहीं पहनते हैं और आराम फरमाने के लिए डैशबोर्ड के ऊपर पैर रख लेते हैं. वहीं ऐसे में अगर आपकी चार पर थोडा बहुत भी झटका लगता है और इस दौरान आपका पैर किसी चीजे से टकराता हैं तो इस मामले में एयरबैग के एक्टिव होने के चांस बढ़ जाते हैं. एयरबैग को खुलने में कुछ ही सेकेंड का समय लगता है ऐसे में एयरबैग के खुलने पर आपकी पैर की हड्डी टूट सकती है और आपका बड़ा नुकसान हो सकता है.
जानिए क्यों एयरबैग होना क्यों है अनिवार्य
जानकारी के लिए आपको बता दें, भारत सरकार में हाल ही में सभी वाहन निर्माता कंपनियों के लिए हर कार में कम से कम 6 एयरबैग देने का अनिवार्य नियम बना दिया है. ये फीचर गाड़ी में यात्रा करने वाले यात्रियों की जान बचाने के लिए है और हर गाड़ी के लिए यह फीचर बेहद जरूरी है यह एक्सीडेंट होने पर यात्रियों को सामने की ओर तेज गति से टकराने से बचाता है, जिससे दुघर्टना का असर बहुत हद तक कम हो जाता है. इसकी इस खूबी को देखते हुए दुनिया के बहुत सारे देशों में इस नियम को अनिवार्य किया जा चुका है.
इस तरह काम करता है एयरबैग
तेज स्पीड में चलते हुए किसी गाड़ी का एक्सीडेंट होता है तब कार के एयरबैग खुल जाते हैं. इसके लिए कार में लगा एक्सेलेरोमीटर सर्किट एक्टिवेट हो जाता है जिससे एक इलेक्ट्रिकल करंट सिग्नल कार के सेफ्टी सिस्टम को प्राप्त होता है और फिर उसमे लगा सेंसर एयरबैग को कमांड देता है जिससे एयरबैग पलक झपकते ही झटके से खुल जाता है. जिससे कार में बैठे पैसेंजर की स्टेयरिंग, डैशबोर्ड और शीशे से सीधी टक्कर होने बच जाती है. इसे कार के डैशबोर्ड और डोर्स सहित कई जगहों पर लगाया जाता है.
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